पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोमवार को कम से कम चार सुरक्षाकर्मियों और एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई है और जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थकों ने राजधानी में भारी बवाल किया है। जिसके बाद पुलिस ने उनके खिलाफ आंसू गैस के गोले दागे और लाठी चार्ज किया है।

इमरान खान की पार्टी उस वक्त प्रदर्शन कर रही है, जब बेलारूस के राष्ट्रपति तीन दिनों की यात्रा पर इस्लामाबाद पहुंचे हैं। उनके साथ 70 से ज्यादा प्रतिनिधियों का प्रतिनिधिमंडल है और ऐसे वक्त में राजधानी में फैली अशांति, शहबाज सरकार के लिए मुश्किल स्थिति पैदा कर रही है।
पाकिस्तान में भारी बवाल
वहीं, भारी प्रदर्शन के बीच देश की सेना ने बाद में अराजकता फैलाने वालों को ‘देखते ही गोली मारने’ के आदेश जारी कर दिए हैं। इमरान खान की रिहाई की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों ने सोमवार देर रात राजधानी इस्लामाबाद में प्रवेश किया, जिसके बाद झड़पें शुरू हो गईं। प्रदर्शनकारियों ने देशव्यापी आंदोलन को रोकने के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की सरकार के प्रयासों को नाकाम कर दिया।
इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी के नेतृत्व में विरोध मार्च रविवार को शुरू हुआ और सोमवार शाम तक इस्लामाबाद पहुंच गया। मंगलवार को भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा और प्रदर्शनकारियों ने राजधानी में कई रणनीतिक इमारतों के करीब डी-चौक तक अपना मार्च फिर से शुरू कर दिया है।
पाकिस्तानी अंग्रेजी दैनिक द नेशन के मुताबिक, चार पैराट्रूपर्स “शहीद” हो गए हैं और सेना को अनुच्छेद 245 के तहत तैनात किया गया है और उसे “देखते ही गोली मारने” का अधिकार दिया गया है।
प्रदर्शनकारियों पर कैमिकल्स की बारिश
सोशल मीडिया पर पोस्ट किए जा रहे वीडियोज में इमरान खान के समर्थकों को गैस मास्क और सुरक्षात्मक चश्मे पहने हुए दिखाया गया है, ताकि भारी सुरक्षा तैनाती के बीच मार्च निकाला जा सके, जिससे इस्लामाबाद और अन्य शहरों के बीच यात्रा करना लगभग असंभव हो गया। पंजाब प्रांत में प्रमुख ग्रैंड ट्रंक रोड हाईवे के साथ-साथ इलाकों से एम्बुलेंस और कारों को वापस लौटते देखा गया, जहां शिपिंग कंटेनरों का इस्तेमाल सड़कों को ब्लॉक करने के लिए किया गया है।
पीटीआई ने घायल प्रदर्शनकारियों के कई वीडियो और तस्वीरें साझा कीं हैं और मंगलवार को एक पोस्ट को फिर से शेयर किया, जिसमें दावा किया गया था कि “सरकार विमानों से प्रदर्शनकारियों पर रसायन बरसा रही है।”
वहीं, डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार रात को जब प्रदर्शनकारियों के बिखरे हुए समूह राजधानी के बाहरी इलाकों में पहुंचने लगे, तो सरकार और पीटीआई ने बातचीत के लिए स्पष्ट रूप से एक ‘पर्दे का रास्ता’ खोल दिया है।
देर रात प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने प्रदर्शनकारी पार्टी के साथ बातचीत की पुष्टि करते हुए कहा, कि सरकार ने इस्लामाबाद के बाहरी इलाके संगजानी में इमरान समर्थकों को प्रदर्शन करने के लिए कहा है। वहीं, पीटीआई नेताओं ने सोमवार देर रात विशेष रूप से आयोजित बैठक में इमरान खान से दूसरी बार मुलाकात की, जहां उन्होंने कथित तौर पर जेल में बंद पार्टी संस्थापक के सामने सरकार के प्रस्ताव रखे। बैठक का नतीजा फिलहाल साफ नहीं हो पाया, क्योंकि पीटीआई प्रतिनिधिमंडल मीडिया से बात किए बिना ही चला गया।
हालांकि, नकवी ने कहा कि वे पार्टी की ओर से जवाब का इंतजार कर रहे हैं और पत्रकारों से, जो जवाब पाने पर अड़े थे, कहा कि वे नतीजे का इंतजार करें। डॉन के मुताबिक, सोमवार को सूत्रों ने दावा किया, कि पीटीआई और सरकार के नेताओं ने बातचीत की थी, जिसमें एक ऐसा स्थान तय करने के लिए बातचीत की गई, जहां पीटीआई समर्थकों को शांति के साथ इस्लामाबाद में प्रदर्शन करने की अनुमति दी जा सके।
‘वह खून की गंध सूंघ सकती हैं’
वहीं, जियो न्यूज के मुताबिक, सरकार और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के बीच बातचीत की खबरों के बीच रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है, कि बातचीत “अनिश्चितता के साथ” खत्म हुई है, क्योंकि बुशरा बीबी (इमरान खान की पत्नी), जो कारवां का नेतृत्व कर रही हैं, वो “खून की गंध महसूस कर रही हैं और समझौता करने के मूड में नहीं हैं”।
पीएमएल-एन नेता ने जियो न्यूज के कार्यक्रम ‘आज शाहजेब खानजादा के साथ’ में बोलते हुए कहा, “वह [बुशरा] जानती हैं कि वह डी-चौक के करीब हैं और एक नेता बन गई हैं और वो इसका फायदा उठाने की कोशिश कर रही हैं।”
उन्होंने कहा, कि सरकार के पास इस्लामाबाद में घुसने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारियों के खिलाफ “बल प्रयोग” करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। उन्होंने कहा, “वे (पीटीआई) मानते हैं कि उनके पास एक फायदा है और वे (इस्लामाबाद) में मार्च करते रहेंगे।”
आसिफ ने कहा, कि किसी भी कीमत पर राजधानी की रक्षा करना जरूरी है, खासकर तब, जब कोई विदेशी गणमान्य व्यक्ति, बेलारूस के राष्ट्रपति, देश का दौरा कर रहे हों। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने य भी कहा, कि पूर्व प्रथम महिला को नेता बनने का “जीवन का सबसे बड़ा मौका” मिला है और “वह इस लाभ का लाभ उठाएंगी”। बातचीत के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने दोहराया कि महिला, बुशरा बीबी, “समझौता करने के मूड में नहीं हैं” और “ताकत उनके हाथ में है और वह इसे महसूस कर सकती हैं”।
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