Tag Archives: News tazatop

Imsha Rehman: पाकिस्तानी टिकटॉकर इम्शा रहमान का अश्लील वीडियो वायरल, बंद किया अकाउंट

Imsha Rehman Viral Video: पाकिस्तान की मशहूर युवा टिकटॉकर इम्शा रहमान को अपना प्राइवेट वीडियो लीक होने के बाद सोशल मीडिया अकाउंट बंद करना पड़ा है. उन्होंंने एक इमोशनल नोट लिखने के बाद इंस्टाग्राम और टिकटॉक अकाउंट को डिएक्टिवेट कर दिया है.

Imsha Rehman

पाकिस्तान की मशहूर टिकटॉक स्टार इम्शा रहमान ने प्राइवेट वीडियो लीक होने के बाद अपने सोशल मीडिया अकाउंट बंद कर दिए हैं. युवा टिकटॉकर कथित तौर पर डेटा चोरी का शिकार हो गई, जिसकी वजह से उनके निजी पल के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए.

लोकल मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, टिकटॉक स्टार इम्शा का एक वीडियो वॉट्सऐप, एक्स और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खूब शेयर किया जा रहा है, जिसमें वह अपने एक दोस्त के साथ आपत्तिजनक हालत नजर आ रही हैं. इस वीडियो को लेकर पाकिस्तान की युवा टिकटॉकर इम्शा को चौतरफा आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, जिससे परेशान होकर उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट बंद कर दिए.

यह दूसरी बार है जब किसी पाकिस्तानी सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर के प्राइवेट वीडियो ऑनलाइन लीक हुए हैं. इससे पहले टिकटॉक स्टार मिनाहिल मलिक के प्राइवेट वीडियोज लीक हुए थे. हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ये वीडियो कैसे लीक हुए. किसी भी हैकर ने अभी तक इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है.

सोशल मीडिया पर लगातार हेट कमेंट्स को देखते हुए इम्शा ने इंस्टाग्राम और टिकटॉक अकाउंट को डिएक्टिवेट कर दिया. उन्होंने इस मामले पर किसी तरह की बयानबाजी नहीं की है. हालांकि, यह वीडियो असली है या किसी ने डीपफेक तकनीक का उपयोग किया है, इसकी पुष्टि होना अभी बाकी है.

22 साल की इम्शा उत्तर पाकिस्तान से हैं. वह अपनी ब्यूटी टिप्स, लाइफस्टाइल और फैशन कंटेंट के लिए मशहूर हैं. वह टिकटॉक के अलावा इंस्टाग्राम पर भी काफी एक्टिव थीं, लेकिन प्राइवेट वीडियो लीक मामले के कारण उन्होंने कुछ समय के लिए सोशल मीडिया से दूरी बना ली है.

इससे पहले पाकिस्तानी टिकटॉकर मिनाहिल मलिक ने अपने प्राइवेट वीडियो के लीक होने के बाद लोगों की कड़ी आलोचनाओं पर खुलकर बात की थी. उन्होंने अकाउंट डिएक्टिवेट करने से पहले इंस्टाग्राम पर लिखा था, ‘यह मेरे लिए आसान नहीं है, पर मैं अब ऊब चुकी हूं. अलविदा कहना मुश्किल है. आपसे यही कहना है कि प्यार फैलाएं. आप लोगों को बहुत मिस करूंगी. खयाल रखें.’

Rishikesh Road Accident : मशहूर यूटूबर यश प्रजापति की सड़क दुर्घटना में हुई मौत, तेज रफ्तार बाइक होने के कारण हुआ हादसा

Uttarakhand News: उत्तराखंड के ऋषिकेश में एक सड़क दुर्घटना में यूट्यूबर यश प्रजापति की मौत हो गई, जबकि उसका दोस्त ऋषि कुशवाहा गंभीर रूप से घायल हो गया. हादसा देर रात रामा पैलेस के पास हुआ.

हादसे के बाद गाड़ी के उड़े परचखे

Rishikesh Road Accident: उत्तराखंड के ऋषिकेश में एक दर्दनाक सड़क हादसे में यूटूबर यश प्रजापति की मौत हो गई. जबकि उसका दोस्त ऋषि कुशवाहा गंभीर रूप से घायल हो गया है. जानकारी के अनुसार, यह हादसा ऋषिकेश के रामा पैलेस के निकट देर रात हुआ, जब यश प्रजापति निवासी कैनाल रोड, श्यामपुर, अपने दोस्त ऋषि कुशवाहा के साथ बाइक पर इंद्रमणि बडोनी चौक की ओर जा रहा था. इसी दौरान उनकी बाइक एक तेज रफ्तार कार से टकरा गई, जिससे बाइक के परखच्चे उड़ गए.

घटना में यश प्रजापति की मौके पर ही मौत हो गई.जबकि गंभीर रूप से घायल ऋषि कुशवाहा को स्थानीय लोगों ने तत्काल सरकारी अस्पताल पहुंचाया.अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद,ऋषि की हालत गंभीर होने पर उसे एम्स, ऋषिकेश रेफर कर दिया गया, जहां फिलहाल उसकी स्थिति स्थिर बनी हुई थी. लेकिन कुछ देर बाद मौत हो गई. ऋषिकेश कोतवाली पुलिस ने यश प्रजापति के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है.

दुर्घटना के कारणों की हो रही गहन जांच

मिली जानकारी के अनुसार बाइक की रफ्तार काफी तेज थी और तेज गति के कारण बाइक पर नियंत्रण खोने से यह हादसा हुआ. पुलिस इस मामले में वाहन चालकों की लापरवाही और दुर्घटना के कारणों की गहन जांच कर रही है. मृतक यश प्रजापति एक यूटूबर था, जो अपनी बाइक राइडिंग के वीडियो यूट्यूब पर साझा करता था. उसके वीडियो को काफी लोग देखना पसंद करते थे, और अपनी राइडिंग स्किल्स से उसने काफी फॉलोअर्स भी बना लिए थे. यश की मौत की खबर से उसके प्रशंसकों और दोस्तों में शोक की लहर है.

सुरक्षा नियमों का पालन करे: पुलिस

पुलिस इस बात का भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि दुर्घटना के समय बाइक की रफ्तार कितनी अधिक थी और क्या यश और ऋषि ने हेलमेट पहना हुआ था या नहीं. सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के बावजूद, ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं, जो सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी का परिणाम हैं. पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि सड़क पर तेज रफ्तार और लापरवाही से बचें और सुरक्षा नियमों का पालन करें.

यश के शव का होगा पोस्टमार्टम

सोशल मीडिया पर यश के फॉलोअर्स भी इस दुर्घटना से दुखी हैं और उसके प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कर रहे हैं.यश ने कम समय में अपनी अनोखी राइडिंग स्टाइल से लोकप्रियता हासिल की थी. लेकिन इस हादसे ने उसके जीवन को समय से पहले ही समाप्त कर दिया. ऋषिकेश पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और दुर्घटना के असल कारणों का पता लगाने के प्रयास कर रही है. पुलिस ने बताया कि यश के शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा और उसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा.

Supreme Court: घर एक सपना है, नहीं टूटना चाहिए… कानून का पालन जरूरी; ‘बुलडोजर एक्शन’ पर SC का फैसला

Supreme Court Verdict On Bulldozer Justice: राज्य सरकारों के बुलडोजर एक्शन को गलत बताते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जो सरकारी अधिकारी कानून को अपने हाथ में लेते हैं और इस तरह से अत्याचार करते हैं, उन्हें जवाबदेह बनाया जाना चाहिए.

बुलडोजर जस्टिस पर ‘सुप्रीम’ फैसला

Supreme Court News: सुप्रीम कोर्ट ने ‘बुलडोजर न्याय’ पर बड़ा फैसला दिया. देश की सबसे बड़ी अदालत ने कहा कि अगर कार्यपालिका किसी व्यक्ति का मकान केवल इस आधार पर गिराती है कि वह आरोपी है, तो यह कानून के शासन का उल्लंघन है. फैसला सुनाते हुए, जस्टिस बीआर गवई ने कहा कि ‘एक घर होना एक ऐसी लालसा है जो कभी खत्म नहीं होती… हर परिवार का सपना होता है कि उसका अपना एक घर हो…’ उन्होंने कहा कि ‘महिलाओं और बच्चों को बेघर होते देखना सुखद दृश्य नहीं है.’ SC ने विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा घर/दुकान व अन्य निजी संपत्तियां ध्वस्त किए जाने से जुड़े नियम तय किए.

‘अत्याचार करने वाले अधिकारियों की जवाबदेही तय हो’

अदालत ने सख्त लहजे में कहा कि कार्यपालिका, न्यायपालिका की जगह नहीं ले सकती. SC ने कहा, ‘न्यायिक कार्य न्यायपालिका को सौंपे गए हैं. कार्यपालिका अपने मूल कार्य को करने में न्यायपालिका की जगह नहीं ले सकती.’ अदालत ने कहा कि ‘राज्य और उसके अधिकारी मनमाने और अत्यधिक उपाय नहीं कर सकते. जब राज्य द्वारा मनमानी आदि के कारण अभियुक्त/दोषी के अधिकारों का उल्लंघन किया जाता है… तो प्रतिपूर्ति होनी चाहिए.’ जस्टिस गवई ने कहा कि ‘जो सरकारी अधिकारी कानून को अपने हाथ में लेते हैं और इस तरह से अत्याचार करते हैं, उन्हें जवाबदेह बनाया जाना चाहिए.’

‘बुलडोजर जस्टिस’ पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले की बड़ी बातें

– कार्यपालिका, न्यायपालिका नहीं बन सकती.

– बिना उचित प्रक्रिया के आरोपी के घर को ध्वस्त करना असंवैधानिक है.

– दोषी ठहराए जाने पर भी उसकी संपत्ति को नष्ट नहीं किया जा सकता.

– मुकदमे से पहले आरोपी को दंडित नहीं किया जा सकता.

– नगरपालिका कानूनों के लिए भी कानून का अनुपालन अनिवार्य है.

– लोगों को ध्वस्तीकरण नोटिस का जवाब देने और उसे चुनौती देने के लिए पर्याप्त समय दिया जाना चाहिए.

– अगर अधिकारी कुछ समय पहले उनकी मदद कर दें तो कोई आसमान नहीं टूट पड़ेगा.

केवल आरोप के आधार पर घर नहीं गिरा सकते’

SC ने अपने फैसले में कहा कि ‘कार्यपालिका किसी व्यक्ति को दोषी नहीं ठहरा सकती. अगर केवल आरोप के आधार पर वह उसका घर गिरा देती है, तो यह कानून के शासन के मूल सिद्धांत पर आघात होगा. कार्यपालिका न्यायाधीश बनकर किसी आरोपी की संपत्ति को गिराने का फैसला नहीं कर सकती.’

अदालत ने कहा कि ‘कार्यपालिका के हाथों की ज्यादतियों से कानून के सख्त हाथ से निपटना होगा. हमारे संवैधानिक मूल्य सत्ता के ऐसे किसी भी दुरुपयोग की अनुमति नहीं देते… इसे न्यायालय द्वारा बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.’ सुप्रीम कोर्ट के अनुसार, ऐसे मामलों में, कार्यपालिका कानून को अपने हाथ में लेने और कानून के शासन के सिद्धांतों को दरकिनार करने की दोषी होगी. अनुच्छेद 19 के अनुसार आश्रय के अधिकार को मौलिक अधिकार माना गया है.

 

Maharashtra Election: ‘मेरे 6 बच्चे हैं, पीएम मोदी बताएं कि आपके अब्बा…’, असदुद्दीन ओवैसी का विवादित बयान

Maharashtra Election 2024: असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी बोलते हैं मुस्लिम महिला अधिक बच्चे पैदा करती हैं, ये बिल्कुल झूठ है. पीएम मोदी देश को एक नहीं करना चाह रहे हैं.

AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी, फाइल फोटो

Maharashtra Vidhan Sabha Chunav 2024: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ और हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान ‘एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे’ पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि ‘पीएम मोदी बोलते हैं एक हैं, तो सेफ हैं. 10 साल से सेफ नहीं हैं क्या? मैंने कहा कि एक हैं तो अखंड हैं. उन्हें कोई काम-काज नहीं है, वो सिर्फ डायलॉग लिखते हैं. पीएम मोदी के बोलने का मकसद क्या है? वे किसको एक करना चाह रहे हैं. वे देश को एक नहीं करना चाह रहे हैं.

उन्होंने कहा, “पीएम मोदी बताएं कि आपके अब्बा ने कितने बच्चे पैदा किए. अमित शाह के अब्बा ने कितने बच्चे पैदा किए. अब कोई संघी बोलेगा ओवैसी तुम्हारे कितने बच्चे हैं तो मेरे छह बच्चे हैं. आपने नहीं किया तो मैं क्या करूं, ये मेरी गलती है क्या? नरेंद्र मोदी बोलते हैं मुस्लिम महिला अधिक बच्चे पैदा करती हैं, ये बिल्कुल झूठ है. पीएम मोदी देश को एक नहीं करना चाह रहे हैं, सिर्फ अपने वोट बैंक को एक करना चाह रहे हैं. मोदी बोल रहे हैं सिर्फ आरएसएस की विचारधारा अपना लो एक हो जाओगे.”

देवेंद्र फडणवीस पर भी साधा निशाना

असदुद्दीन ओवैसी ने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस पर हमला बोलते हुए कहा, “वो बोलते हैं कि ओवैसी तुम हैदराबाद चले जाओ. महाराष्ट्र क्या किसी के बाप का है? सुनो हमारे अब्बा दुनिया में आए तो भारत में आए थे, इसलिए ये जमीन मेरे बाप की भी है. फडणवीस किसके खिलाफ धर्म युद्ध की बात कर रहे हैं, वोट जिहाद की बात कर रहे हैं. वह प्रदेश के गृह मंत्री हैं फिर भी कितने वाहियात तरीके से बात कह रहे हैं. चुनाव आयोग को भी उनकी बातों का संज्ञान लेना चाहिए.”

उन्होंने कहा, “प्रदेश के गृह मंत्री होते हुए वह वोट जिहाद की बात कर रहे हैं. अगर मेरी किसी पार्टी के नेता का ऐसा बयान होता तो अभी तक मीडिया हमें दूल्हा बना देती और अभी तक यही चलता. कटेंगे तो बटेंगे और एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे कहकर वह अपने वोटरों को पोलराइज्ड कर रहे हैं.”

ओवैसी ने कहा, “बीजेपी वाले महाराष्ट्र के विकास की बात नहीं कर रहे हैं. फडणवीस मेरा नाम ले रहे हैं, वह मनोज जरांगे पाटील का नाम ले के बताएं, उनका नाम नहीं लेंगे, क्योंकि मेरा नाम लेने से हिंदू-मुसलमान होगा, इसलिए मेरा नाम ले रहे हैं. बीजेपी को यह बताना चाहिए कि वह मराठाओं को आरक्षण देंगे या नहीं?”

सीएम योगी पर बोला हमला

वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “अयोध्या हार गए तो क्या वो धर्म युद्ध था? योगी बोल रहे हैं बटेंगे तो कटेंगे ये सीएम की जबान है क्या? कहां बंट रहे हैं तुम्ही तो बुलडोजर से लोगों के घर तोड़ रहे हो. उनकी सरकार मे अतीक अहमद को गोली मार दी गई. मेरे ऊपर हमला हुआ. हम मौत से डरने वाले नहीं हैं. गोलियां चलाने वाले को बोल रहा हूं, जिसने बाबा सिद्दीकी पर गोली चलाई. ये मुल्क हमारा था, ये मुल्क हमारा है और रहेगा.”

वक्फ कानून को लेकर उन्होंने कहा, “वक्फ कानून बन जाएगा तो वो वक्फ की जायजाद को खत्म कर देगा. वक्फ कानून बन गया तो भिंवडी की मस्जिदें छीन ली जाएंगी, मदरसे बंद कर दिए जाएंगे. हम एक मस्जिद को खो चुके है. हमें ही वफ्क को बचाने के लिए लड़ना है. वक्फ की जायदाद का मालिक औवेसी नहीं अल्लाह है.”

Maharashtra Chunav 2024: उद्धव ठाकरे की तलाशी पर महाराष्ट्र की सियासत में उबाल, अब रोका गया नितिन गडकरी का हेलीकॉप्टर

Maharashtra Assembly Election 2024: शिवसेना नेता (UBT) के मुखिया उद्धव ठाकरे का हेलीकॉप्टर और बैग चेक करने पर विपक्षी नेताओं ने सवाल उठाए तो चुनाव आयोग ने कहा कि राजनीतिक नेताओं के वाहनों की जांच, जिसमें उनके बैग भी शामिल हैं, मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के अनुसार की जा रही है.

महाराष्ट्र में हेलीकॉप्टर चेकिंग पर सियासत

Maharashtra Election News: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करने बड़े-बड़े नेता पहुंच रहे हैं. एक दिन में कई चुनावी रैलियां निपटाने के लिए बड़े नेता हेलीकॉप्टर की सवारी करते हैं. चुनाव आयोग बीच-बीच में राजनीतिक नेताओं की गाड़‍ियां चेक करता रहता है. हालांकि, महाराष्ट्र में चुनाव आयोग की यह कार्रवाई विपक्ष को नागवार गुजर रही है. शिवसेना (UBT) ने चिंता जताई कि उसके प्रमुख उद्धव ठाकरे की सार्वजनिक बैठकों में जाते समय तलाशी ली जाती है. पार्टी ने दो दिन के भीतर उद्धव की दो बार तलाशी लिए जाने पर आपत्ति जाहिर की.

हालांकि, चुनाव आयोग के सूत्रों के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा कि यह उसके SOP का हिस्सा है. EC अधिकारियों ने मंगलवार को केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के हेलीकॉप्टर की भी चेकिंग की. उन्होंने भीतर रखे कई बैग्स को खोल-खोलकर देखा.

लातूर में नितिन गडकरी के हेलीकॉप्टर की चेकिंग

गडकरी मंगलवार को लातूर में बीजेपी के पक्ष में चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे. एक वीडियो में नितिन गडकरी के हेलीकॉप्टर से उतरने के बाद चुनाव अधिकारी हेलीकॉप्टर पर चढ़ते और वहां रखे कई बैगों की जांच करते नजर आए. इससे पहले, EC के सूत्रों ने उद्धव ठाकरे के हेलीकॉप्टर और बैग चेक किए जाने को ‘लेवल प्लेइंग फील्ड’ के SOP का हिस्सा बताया था.

उद्धव ठाकरे के हेलीकॉप्टर की दोबारा चेकिंग से सियासत गरमाई

शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के अध्यक्ष एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे मंगलवार को लातूर के औसा में प्रचार करने पहुंचे थे. उद्धव ठाकरे का हेलीकॉप्टर जैसे ही लैंड किया, चुनाव आयोग की टीम वहां पहुंच गई और हेलीकॉप्टर की चेकिंग की गई. वहीं, सोमवार को भी उद्धव के हेलीकॉप्टर और उसमें रखी चीजों की चेकिंग हुई थी. इसके बाद से प्रदेश की सियासत गरमा गई थी. पूर्व मुख्यमंत्री ने सवाल किया था कि क्या चुनाव अधिकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य वरिष्ठ नेताओं के बैग की भी जांच करेंगे

भड़के पार्टी के नेता

शिवसेना (यूबीटी) की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने IANS से कहा कि ‘चुनाव आयोग जो बेईमानी कर रहा है इसका जवाब उन्हें देना पड़ेगा. अगर उद्धव ठाकरे की हेलीकॉप्टर की जांच होनी चाहिए तो पीएम मोदी के हेलीकॉप्टर की भी जांच होनी चाहिए. महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के भी हेलीकॉप्टर की जांच होनी चाहिए, सभी नेताओं की हेलीकॉप्टरों की जांच होनी चाहिए.

पार्टी के सीनियर नेता संजय राउत ने पत्रकारों से कहा, ‘महाराष्ट्र, झारखंड इससे पहले हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में उन्होंने हमारे सामान, हेलीकॉप्टर, प्राइवेट जेट और कार सबकी जांच की, वो हमारे घर तक पहुंचे, हमको इससे कोई तकलीफ नहीं है, अगर आप यह काम निष्पक्ष तरीके से कर रहे हों.

राउत ने आगे कहा, ‘महाराष्ट्र चुनाव में जिस क्षेत्र में एकनाथ शिंदे, अजीत पवार रहे, वहां पर 25-25 करोड़ रुपए तक पहुंच गए. मैंने पहले भी बताया था कि लोकसभा चुनाव के दौरान हेलीकॉप्टर से 20 बैग उतरे.’ उन्होंने सवाल किया कि ‘आप हमारा सामान चेक कीजिए, लेकिन देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे, अजीत पवार नरेंद्र मोदी और अमित शाह के हेलीकॉप्टर और उनकी गाड़ियों के काफिले को रोककर जांच करते हो क्या?’

चुनाव आयोग ने क्या कहा?

ठाकरे के बैग की जांच पर सवाल उठने के बाद, निर्वाचन आयोग (ECI) के सूत्रों ने मंगलवार को कहा कि मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के तहत, विभिन्न राजनीतिक दलों के शीर्ष नेताओं के विमानों और हेलीकॉप्टर की जांच की जाती है. सूत्रों ने कहा कि पिछले चुनावों में भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के विमान और हेलीकॉप्टर की जांच की गई थी. (एजेंसी इनपुट्स)

रील बनाने का ऐसा जुनून, रेलवे ट्रैक पर चढ़ाई ‘थार’, पीछे से मालगाड़ी आने के बाद जानें फिर क्या हुआ?

Jaipur News: राजस्थान में एक युवक ने रील बनाने के लिए सारी हदें पार कर दीं. उसने तेज रफ्तार थार कार को रेलवे ट्रैक पर चढ़ा दिया. गनीमत रही कि लोको पायलट की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया.

रेलवे ट्रैक पर चढ़ाई कार

Rajasthan News: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोकप्रियता बटोरने का युवाओं के बीच जुनून सवार है. रील बनाने के चक्कर में युवा जिंदगी को दांव पर लगाने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं. राजस्थान से खतरनाक स्टंटबाजी का वीडियो सामने आया है.

गनीमत रही कि स्टंटबाजी के दौरान बड़ा हादसा टल गया. घटना सोमवार की बताई जा रही है. नशे में धुत्त चालक ने थार को रेलवे ट्रैक पर चढ़ा दिया. चालक का इरादा दोस्तों के साथ कार को ट्रैक पर दौड़ाने का था. लेकिन अचानक थार पटरियों के बीच फंस गई. पीछे से रेलवे ट्रैक पर मालगाड़ी आ रही थी.

मालगाड़ी को आता देख थार में बैठे युवक उतरकर भाग गये. ड्राइवर थार से नहीं निकला. मामला राजधानी जयपुर के सिवांर इलाके का है. बताया जा रहा है कि युवकों ने किराये पर कार ली थी. किराये की कार लेकर रेलवे ट्रैक पर पहुंच गये. चालक थार को रेलवे ट्रैक पर दौड़ाना चाह रहा था. दुर्भाग्य से पहिये पटरियों के बीच फंस गये. पीछे रेलवे ट्रैक पर मालगाड़ी आ रही थी. दोस्त उतरकर भाग निकले लेकिन चालक कार में बैठा रहा. मालगाड़ी के लोको पायलट ने थार को ट्रैक पर देखकर ब्रेक लगा दिए.

लोको पायलट की सूझबूझ से टला हादसा

लोको पायलट की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया. आरपीएफ के जवान और स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गये. उन्होंने पटरियों में फंसी कार को निकाला. थार के रेलवे ट्रैक से किनारे आने पर लोगों ने राहत की सांस ली. बताया जा रहा है कि ट्रैक से बाहर आने के बाद ड्राइवर स्पीड में थार भगाकर ले गया.

रास्ते में कार से वाहनों और दुपहिया की टक्कर होने के बावजूद चालक नहीं रुका. खतरनाक स्टंटबाजी का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने पड़ताल शुरू की. घटनास्थल से चार किलोमीटर दूर थार जीप लावारिस खड़ी मिली.

पुलिस ने जीप को जब्त कर मालिक की तलाश शुरू की. पता चला कि थार को पारीक पथ सिंवार मोड़ निवासी कुशाल चौधरी चला रहा था. आरपीएफ की तरफ से मुकदमा दर्ज किया गया है. रेलवे प्रोटेक्शन एक्ट की धारा 153 के अलावा धारा 147 और 174 में मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश जारी है.

तालिबान ने मुंबई में नियुक्त किया अपना कांसुलर, भारत ने कहा- अभी मान्यता नहीं

हाल ही में भारतीय विदेश मंत्रालय का एक विशेष दल अफगानिस्तान की राजधानी काबुल गया था। इसके बाद अब तालिबान सरकार ने भारत में अपना प्रतिनिधि नियुक्त कर दिया है। यह नियुक्ति मुंबई स्थित अफगान वाणिज्य दूतावास में की गई है। भारत सरकार ने भी कहा कि प्रतिनिधि के नियुक्त होने का मतलब यह नहीं है कि तालिबान सरकार को मान्यता दे दी गई है।

तालिबान ने मुंबई स्थित वाणिज्य दूतावास में कांसुलर नियुक्त किया।

नई दिल्ली। तकरीबन तीन वर्ष बाद अफगानिस्तान की तालिबान सरकार का भारत में प्रतिनिधि नियुक्त कर दिया गया है। अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी है कि डॉ. इक्रामुद्दीन कामिल को अफगान के मुंबई स्थित वाणिज्य दूतावास में कार्यवाहक काउंसिल के तौर पर नियुक्त किया गया है। वह कांसुलर सेवा विभाग में अपनी सेवा देंगे और भारत व अफगानिस्तान के बीच सहयोग को बढ़ावा देंगे।

तालिबान सरकार को मान्यता नहीं

भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसकी पुष्टि कर दी है, लेकिन यह भी स्पष्ट किया है कि इसका मतलब यह नहीं है कि तालिबान सरकार को मान्यता दी गई है। इस बारे में भारत अंतरराष्ट्रीय बिरादरी के साथ ही काम करेगा। विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि पिछले तीन वर्षों के दौरान अफगान दूतावास और कांसुलेट में काम करने वाले तकरीबन सभी राजनयिक पश्चिमी देशों में शरण ले चुके हैं या भारत छोड़ चुके हैं। सिर्फ एक राजनयिक यहां रह गया है जिसकी वजह से अफगानिस्तानी दूतावास काम कर रहा है।

भारत में अफगानों की संख्या अधिक

दूसरी तरफ भारत में रहने वाले अफगानी नागरिकों की संख्या काफी ज्यादा है जिन्हें राजनयिक सेवाओं की जरूरत है। इन नागरिकों को उचित सेवा देने के लिए काफी संख्या में कांसुलर अधिकारियों की जरूरत है। बताते चलें कि उक्त अफगानिस्तानी कांसुलर अधिकारी वही हैं, जिसे तालिबान सरकार ने भारत की जिम्मेदारी दी है।

भारत में की कांसुलर प्रभारी

सूत्रों का कहना है कि विदेश मंत्रालय इन नए कांसुलर प्रभारी को पहले से जानता है। इन्होंने भारत में ही शिक्षा हासिल की है और भारतीय विदेश मंत्रालय की छात्रवृत्ति पर ही साउथ एशियन विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की है। भारत के लिए वह एक अफगानी नागरिक हैं, जो यहां अफगानी नागरिकों के हित के लिए काम करेंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या भारत ने तालिबान को मान्यता दे दी है तो सूत्रों ने कहा कि किसी भी सरकार को मान्यता देने की एक प्रक्रिया होती है। इस बारे में भारत अंतरराष्ट्रीय बिरादरी के साथ ही काम करेगा।

अफगानिस्तान जा चुका विदेश मंत्रालय का दल

सनद रहे कि हाल ही में भारतीय विदेश मंत्रालय का एक विशेष दल काबुल गया था। इस दल की तालिबान सरकार के रक्षा मंत्री से भी मुलाकात हुई थी। अगस्त, 2021 में अमेरिकी सेना की अचानक वापसी के बाद तालिबान ने काबुल पर कब्जा जमाया हुआ है। तब माना गया था कि तालिबान भारत के हितों के विरुद्ध होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जबकि तालिबान को सींचने वाले पाकिस्तान से रिश्ते खराब हो चुके हैं। तालिबान और पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव भी चल रहा है, जबकि भारत अफगानी नागरिकों को खाना और दवाइयां भेज रहा है।

DRDO ने रचा कीर्तिमान, पहली बार लॉन्ग रेंज लैंड अटैक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण; जद में पाकिस्तान

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने मंगलवार को ओडिशा के चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) से मोबाइल आर्टिकुलेटेड लॉन्चर से लॉन्ग रेंज लैंड अटैक क्रूज मिसाइल (एलआरएलएसीएम) का पहला उड़ान परीक्षण किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सफल परीक्षण के बाद डीआरडीओ और सशस्त्र बलों को बधाई दी। यह मिसाइल जहाज से भी लॉन्च की जा सकती है।

लैंड अटैक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण।

पीटीआई, नई दिल्ली। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने मंगलवार को एक नया कीर्तिमान रचा है। ओडिशा के चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज से पहली बार लैंड अटैक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया है। जानकारी के मुताबिक यह एंटी शिप बैलेस्टिक क्रूज मिसाइल है। इसकी रेंच एक हजार किलोमीटर तक है। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक मिसाइल की सभी उप-प्रणालियों ने अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन किया और अपने प्राथमिक मिशन के उद्देश्यों को सफलतापूर्वक पूरा किया। डीआरडीओ की इस सफलता पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी बधाई दी है।

उन्नत सॉफ्टवेयर से लैस मिसाइल

रक्षा मंत्रालय ने कहा कि मिसाइल ने पॉइंट नेविगेशन का इस्तेमाल करके अपने पथ का अनुसरण किया और विभिन्न ऊंचाइयों और गति पर उड़ान भरते हुए अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। यह मिसाइल उन्नत एवियोनिक्स और सॉफ्टवेयर से भी लैस है। मंत्रालय ने आगे कहा कि रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ने मोबाइल आर्टिकुलेटेड लॉन्चर से ओडिशा के एकीकृत परीक्षण रेंज चांदीपुर से लॉन्ग रेंज लैंड अटैक क्रूज मिसाइल (एलआरएलएसीएम) का पहला परीक्षण किया।

इन कंपनियों ने तैयार की मिसाइल

मिसाइल के प्रदर्शन की निगरानी रडार, इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम और टेलीमेट्री जैसे कई रेंज सेंसरों से की गई। परीक्षण के दौरान डीआरडीओ के वरिष्ठ वैज्ञानिक और तीनों सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे हैं। इस मिसाइल को बेंगलुरु की एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट, डीआरडीओ और अन्य भारतीय उद्योगों के सहयोग से विकसित किया गया है। हैदराबाद स्थित भारत डायनेमिक्स लिमिटेड और बेंगलुरु की भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड भी इस प्रोजेक्ट का हिस्सा हैं।

जहाज से भी मिसाइल की जा सकती लॉन्च

अधिकारियों ने मुताबिक इस मिसाइल को मोबाइल आर्टिकुलेटेड लॉन्चर का इस्तेमाल करके जमीन और यूनिवर्सल वर्टिकल लॉन्च मॉड्यूल सिस्टम के माध्यम से फ्रंटलाइन जहाजों से लॉन्च किया जा सकता है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मिसाइल के सफल परीक्षण पर डीआरडीओ, सशस्त्र बलों और उद्योग जगत को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इससे भविष्य में स्वदेशी क्रूज मिसाइल विकास कार्यक्रमों का मार्ग प्रशस्त होगा। बता दें कि एलआरएलएसीएम रक्षा अधिग्रहण परिषद से अनुमोदित मिशन मोड परियोजना है।

‘खरगे जी आपका घर किसने जलाया बताओ, वोट के लिए परिवार को भूल गए? सीएम योगी का खरगे पर पलटवार

महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों में बयानबाजी तेज हो गई है। एक तरह जहां कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सीएम योगी के बयान बंटेंगे तो कटेंगे को संविधान के खिलाफ बताया वहीं सीएम योगी ने भी खरगे के बयान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि खरगे ने वोट बैंक की खातिर अपनी भावनाओं को दबा दिया है।


डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अगले सप्ताह होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक-दूसरे पर सांप्रदायिक नफरत फैलाने और तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है। महाराष्ट्र के साथ-साथ झारखंड में भी विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव में एक नारा सबसे ज्यादा चर्चा में है और वो है ‘बंटेंगे तो कटेंगे।’

सीएम योगी का खरगे पर बड़ा पलटवार

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह नारा दिया था। इस नारे का समर्थन अब पीएम मोदी भी अपनी रैलियों में कर रहे हैं। लेकिन विपक्ष इसको लेकर भाजपा पर लगातार हमलावर है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे इस नारे को संविधान के खिलाफ तक बता दिया। लेकिन अब, सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी खरगे पर बड़ा पलटवार किया है।
सीएम बोले- खरगे जी बौखला गए हैं
मंगलवार दोपहर अमरावती में एक रैली में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कांग्रेस प्रमुख की साधुओं के वेश में (राजनीतिक) नेताओं वाली टिप्पणी का तीखा जवाब दिया। सीएम योगी ने कहा कि आजकल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे अनावश्यक रूप से मेरे ऊपर लाल-पीले हो रहे हैं, गुस्से में हैं। खरगे जी मेरे ऊपर गुस्सा मत करिए, मैं तो आपकी उम्र का सम्मान करता हूं। आपको गुस्सा करना है तो हैदराबाद के निज़ाम पर करिए। जिस हैदराबाद के निज़ाम के रजाकारों ने आपके गांव को जलाया था, हिंदुओं की निर्मम हत्या की थी। आपकी पूज्य माता को, बहन को, आपके परिवार के सदस्यों को जलाया था, इस सच्चाई को देश के सामने रखिए कि जब भी बटेंगे तो इसी प्रकार से निर्ममता से कटेंगे।
खरगे ने क्या कहा था?
बता दें कि सीएम योगी ने खरगे के बयान पर पलटवार किया। खरगे ने रविवार को कहा था कि कई (राजनीतिक) नेता साधुओं के वेश में रहते हैं और राजनेता बन जाते हैं। कुछ तो मुख्यमंत्री भी बन जाते हैं। वे भगवा कपड़े पहनते हैं और उनके सिर पर बाल नहीं होते। लेकिन मैं कहूंगा…या तो सफेद कपड़े पहनो या अगर तुम संन्यासी हो तो राजनीति से बाहर निकल जाओ।

डोनाल्ड ट्रंप ने जिसे बनाया NSA उसका नाम सुनकर कांप जाएगा पाकिस्तान, US संसद में करता है भारत की आवाज़ बुलंद

US NSA:डोनाल्ड ट्रंप ने जिस शख्स को अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के लिए चुना है, वे हमेशा से ही चीन और पाकिस्तान के खिलाफ रहे हैं. भारत के लिए अच्छी बात यह है कि उन्होंने अमेरिकी संसद में भारत की आवाज को हमेशा बुलंद करने का काम किया है.

पीएम नरेंद्र मोदी के साथ अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप.

वॉशिंगटन. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप के जीतने के बाद से ही कई देशों के होश फाख्ता हो गए हैं. उन्हें समझ नहीं आ रहा कि ट्रंप का अगला कदम क्या होगा? कहीं उनके देश के खिलाफ तो कोई कार्रवाई नहीं करेंगे. लेकिन ऐसे देशों का डरना वाजिब है और उसे आप इस बात से समझ सकते हैं कि अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रतिनिधि सभा के सदस्य माइकल वॉल्ट्ज से देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) का जिम्मा संभालने के लिए कहा है.

माइकल वॉल्ट्ज वो नाम है, जिसे सुनकर पाकिस्तान की कंपकंपी छूट जाती है. वाल्ट्ज ‘आर्मी नेशनल गार्ड’ के रिटायर ऑफिसर और पूर्व सैनिक रह चुके हैं. वॉल्ट्ज को ऐसे वक्त में एनएसए का पद देने के बारे में विचार किया जा रहा है जब यूक्रेन को हथियार उपलब्ध कराने के मौजूदा प्रयासों और रूस तथा उत्तर कोरिया के बीच बढ़ती साझेदारी पर चिंताओं से लेकर पश्चिम एशिया में ईरान के प्रॉक्सी ग्रुप्स द्वारा लगातार हमलों और इजरायल, हमास तथा हिजबुल्लाह के बीच संघर्ष विराम के लिए दबाव जैसे राष्ट्रीय सुरक्षा के सामने कई संकट हैं.

पूर्व-मध्य फ्लोरिडा से रिपब्लिकन पार्टी के तीन बार के सांसद वॉल्ट्ज पिछले सप्ताह अमेरिकी संसद में निर्वाचित होने और आसानी से फिर से चुनाव जीतने वाले अमेरिकी सेना के पहले पूर्व सदस्य हैं. वह ट्रंप के कट्टर समर्थक रहे हैं. उन्हें चीन के प्रति कठोर रुख रखने वाला माना जाता है और उन्होंने ही कोविड-19 की उत्पत्ति तथा चीन में मुस्लिम उइगर आबादी के उत्पीड़न के कारण बीजिंग में 2022 में हुए शीतकालीन ओलंपिक का अमेरिका द्वारा बहिष्कार करने का आह्वान किया था.