क्या है पूरा मामला
19 नवंबर 2024 को युवक अचानक लापता हो गया। जिसके बाद उसके परिवार और स्थानीय लोगों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। मामले की गंभीरता को देखते हुए थौबल पुलिस और सेना ने एक विशेष अभियान शुरू किया है।
युवक की गुमशुदगी के पीछे किसी आपराधिक साजिश की संभावना से इनकार नहीं किया जा रहा है। स्थानीय सूत्रों का कहना है कि युवक आखिरी बार गांव के पास एक खेत में देखा गया था।
सेना और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई
ड्रोन और ट्रैकर डॉग्स का उपयोग कर तलाशी अभियान में क्षेत्र के घने जंगलों और दुर्गम स्थानों की जांच के लिए मदद ली जा रही है। ट्रैकर डॉग्स को घटनास्थल के आसपास खोजबीन के लिए लगाया गया है। सेना ने अपनी सर्च एंड रेस्क्यू टीम और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर क्षेत्र में जांच शुरू की है।तलाशी अभियान में स्थानीय नागरिकों और स्वयंसेवकों की मदद भी ली जा रही है।
सेना का आधिकारिक बयान
भारतीय सेना ने एक आधिकारिक बयान में कहा है कि हम लापता युवक को जल्द से जल्द ढूंढने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। तलाशी अभियान में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है और हमारी टीमें दिन-रात काम कर रही हैं।
स्थानीय प्रशासन की भूमिका
मणिपुर सरकार और स्थानीय प्रशासन ने भी इस घटना को गंभीरता से लिया है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन ट्रैकिंग जैसे तकनीकी उपायों का सहारा लिया है। प्रशासन ने जनता से किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत साझा करने की अपील की है।
स्थानीय जनता में चिंता
इस घटना ने मणिपुर के थौबल जिले में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। स्थानीय लोगों ने युवक की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है। कई जगह प्रदर्शन और विरोध भी हुए। जिनमें प्रशासन से जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की गई।
पहले की घटनाओं से जुड़ी आशंकाएं
मणिपुर हाल के महीनों में सामाजिक अशांति और तनाव का सामना कर रहा है। लापता युवक की घटना ने फिर से राज्य में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस घटना को मानव तस्करी या आपराधिक गतिविधियों से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
मणिपुर के थौबल जिले में लापता युवक की तलाश में सेना और पुलिस का व्यापक अभियान जारी है। ड्रोन, ट्रैकर डॉग्स और विशेषज्ञ टीमों की मदद से तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है।
राज्य प्रशासन और सेना के समर्पित प्रयासों से उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही युवक का पता लगाया जाएगा और उसके परिवार को राहत मिलेगी। मणिपुर की जनता इस मामले में सरकार और सुरक्षा एजेंसियों से त्वरित कार्रवाई की उम्मीद कर रही है।