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Maharashtra Election: ‘मेरे 6 बच्चे हैं, पीएम मोदी बताएं कि आपके अब्बा…’, असदुद्दीन ओवैसी का विवादित बयान

Maharashtra Election 2024: असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी बोलते हैं मुस्लिम महिला अधिक बच्चे पैदा करती हैं, ये बिल्कुल झूठ है. पीएम मोदी देश को एक नहीं करना चाह रहे हैं.

AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी, फाइल फोटो

Maharashtra Vidhan Sabha Chunav 2024: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ और हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान ‘एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे’ पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि ‘पीएम मोदी बोलते हैं एक हैं, तो सेफ हैं. 10 साल से सेफ नहीं हैं क्या? मैंने कहा कि एक हैं तो अखंड हैं. उन्हें कोई काम-काज नहीं है, वो सिर्फ डायलॉग लिखते हैं. पीएम मोदी के बोलने का मकसद क्या है? वे किसको एक करना चाह रहे हैं. वे देश को एक नहीं करना चाह रहे हैं.

उन्होंने कहा, “पीएम मोदी बताएं कि आपके अब्बा ने कितने बच्चे पैदा किए. अमित शाह के अब्बा ने कितने बच्चे पैदा किए. अब कोई संघी बोलेगा ओवैसी तुम्हारे कितने बच्चे हैं तो मेरे छह बच्चे हैं. आपने नहीं किया तो मैं क्या करूं, ये मेरी गलती है क्या? नरेंद्र मोदी बोलते हैं मुस्लिम महिला अधिक बच्चे पैदा करती हैं, ये बिल्कुल झूठ है. पीएम मोदी देश को एक नहीं करना चाह रहे हैं, सिर्फ अपने वोट बैंक को एक करना चाह रहे हैं. मोदी बोल रहे हैं सिर्फ आरएसएस की विचारधारा अपना लो एक हो जाओगे.”

देवेंद्र फडणवीस पर भी साधा निशाना

असदुद्दीन ओवैसी ने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस पर हमला बोलते हुए कहा, “वो बोलते हैं कि ओवैसी तुम हैदराबाद चले जाओ. महाराष्ट्र क्या किसी के बाप का है? सुनो हमारे अब्बा दुनिया में आए तो भारत में आए थे, इसलिए ये जमीन मेरे बाप की भी है. फडणवीस किसके खिलाफ धर्म युद्ध की बात कर रहे हैं, वोट जिहाद की बात कर रहे हैं. वह प्रदेश के गृह मंत्री हैं फिर भी कितने वाहियात तरीके से बात कह रहे हैं. चुनाव आयोग को भी उनकी बातों का संज्ञान लेना चाहिए.”

उन्होंने कहा, “प्रदेश के गृह मंत्री होते हुए वह वोट जिहाद की बात कर रहे हैं. अगर मेरी किसी पार्टी के नेता का ऐसा बयान होता तो अभी तक मीडिया हमें दूल्हा बना देती और अभी तक यही चलता. कटेंगे तो बटेंगे और एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे कहकर वह अपने वोटरों को पोलराइज्ड कर रहे हैं.”

ओवैसी ने कहा, “बीजेपी वाले महाराष्ट्र के विकास की बात नहीं कर रहे हैं. फडणवीस मेरा नाम ले रहे हैं, वह मनोज जरांगे पाटील का नाम ले के बताएं, उनका नाम नहीं लेंगे, क्योंकि मेरा नाम लेने से हिंदू-मुसलमान होगा, इसलिए मेरा नाम ले रहे हैं. बीजेपी को यह बताना चाहिए कि वह मराठाओं को आरक्षण देंगे या नहीं?”

सीएम योगी पर बोला हमला

वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “अयोध्या हार गए तो क्या वो धर्म युद्ध था? योगी बोल रहे हैं बटेंगे तो कटेंगे ये सीएम की जबान है क्या? कहां बंट रहे हैं तुम्ही तो बुलडोजर से लोगों के घर तोड़ रहे हो. उनकी सरकार मे अतीक अहमद को गोली मार दी गई. मेरे ऊपर हमला हुआ. हम मौत से डरने वाले नहीं हैं. गोलियां चलाने वाले को बोल रहा हूं, जिसने बाबा सिद्दीकी पर गोली चलाई. ये मुल्क हमारा था, ये मुल्क हमारा है और रहेगा.”

वक्फ कानून को लेकर उन्होंने कहा, “वक्फ कानून बन जाएगा तो वो वक्फ की जायजाद को खत्म कर देगा. वक्फ कानून बन गया तो भिंवडी की मस्जिदें छीन ली जाएंगी, मदरसे बंद कर दिए जाएंगे. हम एक मस्जिद को खो चुके है. हमें ही वफ्क को बचाने के लिए लड़ना है. वक्फ की जायदाद का मालिक औवेसी नहीं अल्लाह है.”

Maharashtra Chunav 2024: उद्धव ठाकरे की तलाशी पर महाराष्ट्र की सियासत में उबाल, अब रोका गया नितिन गडकरी का हेलीकॉप्टर

Maharashtra Assembly Election 2024: शिवसेना नेता (UBT) के मुखिया उद्धव ठाकरे का हेलीकॉप्टर और बैग चेक करने पर विपक्षी नेताओं ने सवाल उठाए तो चुनाव आयोग ने कहा कि राजनीतिक नेताओं के वाहनों की जांच, जिसमें उनके बैग भी शामिल हैं, मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के अनुसार की जा रही है.

महाराष्ट्र में हेलीकॉप्टर चेकिंग पर सियासत

Maharashtra Election News: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करने बड़े-बड़े नेता पहुंच रहे हैं. एक दिन में कई चुनावी रैलियां निपटाने के लिए बड़े नेता हेलीकॉप्टर की सवारी करते हैं. चुनाव आयोग बीच-बीच में राजनीतिक नेताओं की गाड़‍ियां चेक करता रहता है. हालांकि, महाराष्ट्र में चुनाव आयोग की यह कार्रवाई विपक्ष को नागवार गुजर रही है. शिवसेना (UBT) ने चिंता जताई कि उसके प्रमुख उद्धव ठाकरे की सार्वजनिक बैठकों में जाते समय तलाशी ली जाती है. पार्टी ने दो दिन के भीतर उद्धव की दो बार तलाशी लिए जाने पर आपत्ति जाहिर की.

हालांकि, चुनाव आयोग के सूत्रों के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा कि यह उसके SOP का हिस्सा है. EC अधिकारियों ने मंगलवार को केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के हेलीकॉप्टर की भी चेकिंग की. उन्होंने भीतर रखे कई बैग्स को खोल-खोलकर देखा.

लातूर में नितिन गडकरी के हेलीकॉप्टर की चेकिंग

गडकरी मंगलवार को लातूर में बीजेपी के पक्ष में चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे. एक वीडियो में नितिन गडकरी के हेलीकॉप्टर से उतरने के बाद चुनाव अधिकारी हेलीकॉप्टर पर चढ़ते और वहां रखे कई बैगों की जांच करते नजर आए. इससे पहले, EC के सूत्रों ने उद्धव ठाकरे के हेलीकॉप्टर और बैग चेक किए जाने को ‘लेवल प्लेइंग फील्ड’ के SOP का हिस्सा बताया था.

उद्धव ठाकरे के हेलीकॉप्टर की दोबारा चेकिंग से सियासत गरमाई

शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के अध्यक्ष एवं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे मंगलवार को लातूर के औसा में प्रचार करने पहुंचे थे. उद्धव ठाकरे का हेलीकॉप्टर जैसे ही लैंड किया, चुनाव आयोग की टीम वहां पहुंच गई और हेलीकॉप्टर की चेकिंग की गई. वहीं, सोमवार को भी उद्धव के हेलीकॉप्टर और उसमें रखी चीजों की चेकिंग हुई थी. इसके बाद से प्रदेश की सियासत गरमा गई थी. पूर्व मुख्यमंत्री ने सवाल किया था कि क्या चुनाव अधिकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य वरिष्ठ नेताओं के बैग की भी जांच करेंगे

भड़के पार्टी के नेता

शिवसेना (यूबीटी) की नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने IANS से कहा कि ‘चुनाव आयोग जो बेईमानी कर रहा है इसका जवाब उन्हें देना पड़ेगा. अगर उद्धव ठाकरे की हेलीकॉप्टर की जांच होनी चाहिए तो पीएम मोदी के हेलीकॉप्टर की भी जांच होनी चाहिए. महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के भी हेलीकॉप्टर की जांच होनी चाहिए, सभी नेताओं की हेलीकॉप्टरों की जांच होनी चाहिए.

पार्टी के सीनियर नेता संजय राउत ने पत्रकारों से कहा, ‘महाराष्ट्र, झारखंड इससे पहले हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में उन्होंने हमारे सामान, हेलीकॉप्टर, प्राइवेट जेट और कार सबकी जांच की, वो हमारे घर तक पहुंचे, हमको इससे कोई तकलीफ नहीं है, अगर आप यह काम निष्पक्ष तरीके से कर रहे हों.

राउत ने आगे कहा, ‘महाराष्ट्र चुनाव में जिस क्षेत्र में एकनाथ शिंदे, अजीत पवार रहे, वहां पर 25-25 करोड़ रुपए तक पहुंच गए. मैंने पहले भी बताया था कि लोकसभा चुनाव के दौरान हेलीकॉप्टर से 20 बैग उतरे.’ उन्होंने सवाल किया कि ‘आप हमारा सामान चेक कीजिए, लेकिन देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे, अजीत पवार नरेंद्र मोदी और अमित शाह के हेलीकॉप्टर और उनकी गाड़ियों के काफिले को रोककर जांच करते हो क्या?’

चुनाव आयोग ने क्या कहा?

ठाकरे के बैग की जांच पर सवाल उठने के बाद, निर्वाचन आयोग (ECI) के सूत्रों ने मंगलवार को कहा कि मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के तहत, विभिन्न राजनीतिक दलों के शीर्ष नेताओं के विमानों और हेलीकॉप्टर की जांच की जाती है. सूत्रों ने कहा कि पिछले चुनावों में भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के विमान और हेलीकॉप्टर की जांच की गई थी. (एजेंसी इनपुट्स)

‘खरगे जी आपका घर किसने जलाया बताओ, वोट के लिए परिवार को भूल गए? सीएम योगी का खरगे पर पलटवार

महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों में बयानबाजी तेज हो गई है। एक तरह जहां कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सीएम योगी के बयान बंटेंगे तो कटेंगे को संविधान के खिलाफ बताया वहीं सीएम योगी ने भी खरगे के बयान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि खरगे ने वोट बैंक की खातिर अपनी भावनाओं को दबा दिया है।


डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अगले सप्ताह होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक-दूसरे पर सांप्रदायिक नफरत फैलाने और तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है। महाराष्ट्र के साथ-साथ झारखंड में भी विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव में एक नारा सबसे ज्यादा चर्चा में है और वो है ‘बंटेंगे तो कटेंगे।’

सीएम योगी का खरगे पर बड़ा पलटवार

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह नारा दिया था। इस नारे का समर्थन अब पीएम मोदी भी अपनी रैलियों में कर रहे हैं। लेकिन विपक्ष इसको लेकर भाजपा पर लगातार हमलावर है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे इस नारे को संविधान के खिलाफ तक बता दिया। लेकिन अब, सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी खरगे पर बड़ा पलटवार किया है।
सीएम बोले- खरगे जी बौखला गए हैं
मंगलवार दोपहर अमरावती में एक रैली में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कांग्रेस प्रमुख की साधुओं के वेश में (राजनीतिक) नेताओं वाली टिप्पणी का तीखा जवाब दिया। सीएम योगी ने कहा कि आजकल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे अनावश्यक रूप से मेरे ऊपर लाल-पीले हो रहे हैं, गुस्से में हैं। खरगे जी मेरे ऊपर गुस्सा मत करिए, मैं तो आपकी उम्र का सम्मान करता हूं। आपको गुस्सा करना है तो हैदराबाद के निज़ाम पर करिए। जिस हैदराबाद के निज़ाम के रजाकारों ने आपके गांव को जलाया था, हिंदुओं की निर्मम हत्या की थी। आपकी पूज्य माता को, बहन को, आपके परिवार के सदस्यों को जलाया था, इस सच्चाई को देश के सामने रखिए कि जब भी बटेंगे तो इसी प्रकार से निर्ममता से कटेंगे।
खरगे ने क्या कहा था?
बता दें कि सीएम योगी ने खरगे के बयान पर पलटवार किया। खरगे ने रविवार को कहा था कि कई (राजनीतिक) नेता साधुओं के वेश में रहते हैं और राजनेता बन जाते हैं। कुछ तो मुख्यमंत्री भी बन जाते हैं। वे भगवा कपड़े पहनते हैं और उनके सिर पर बाल नहीं होते। लेकिन मैं कहूंगा…या तो सफेद कपड़े पहनो या अगर तुम संन्यासी हो तो राजनीति से बाहर निकल जाओ।

लाडली बहना वाली कोई भी महिला कांग्रेस रैली में दिखे तो बताएं, हम उसे पैसा नहीं देंगे”, BJP सांसद के विवादित बोल पर चुनाव आयोग ने किया मामला दर्ज

लाडली बहना’ योजना से जुड़ी हितग्राही महिलाओं को लेकर सांसद धनंजय महाडिक ने एक विवादित बयान दिया था। जिसके बाद अब वे अपने बयान को लेकर मुसीबत में फंस गए हैं। उनके विवादित बोल पर निर्वाचन आयोग ने नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा है

धनंजय महाडिक

महाराष्ट्र भाजपा सांसद धनंजय महाडिक महिलाओं पर दिए बयान के बाद अब मुश्किल में फंस गए हैं। बीते शनिवार को उन्होंने एक सभा में कहा कि ‘लाडली बहन’ योजना से 1500 रु. लेने वाली महिलाएं कांग्रेस की रैली में दिख जाएं तो उनकी फोटो खींचें और हमें भेंजें, ताकि ऐसी महिलाओं का हम बंदोबस्त कर सकें, साथ ही उन्हें दी जाने वाली 1500 रुपए की दी जाने वाली रकम तत्काल बंद कर सकें। हमारी सरकार से सहायता लेना और उनके गीत गाना, ऐसा नहीं चलेगा बहना।

चुनाव आयोग ने की कार्रवाई

सांसद महादिक के इस विवादित बयान से कोल्हापुर जिले के साथ पूरे महाराष्ट्र में बवाल मच गया है। चुनाव आयोग ने धनंजय महाडिक पर इस बयान को लेकर कड़ी कार्रवाई करते हुए सेक्शन 179 के तहत उनपर नोटिस जारी किया है। निर्वाचन आयोग ने महाडिक को नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा है। कांग्रेस नेता भी उनके इस बयान का कड़ा विरोध जताते हुए उन पर टूट पड़ें। वहीं कांग्रेस की महिला कार्यकर्ता भी उन पर कोल्हापुर शहर में स्थित राजाराम पूरी पुलिस थाने में मामला दर्ज करने की मांग करती नजर आ रही हैं।

BJP सांसद ने मांगी माफी

महाडिक की विवादित टिप्पणी पर एनसीपी (एसपी) सांसद सुप्रिया सुले ने महिला आयोग से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। महाविकास अघाड़ी (एमवीए) की कड़ी आलोचना के बाद, महाडिक ने अपनी टिप्पणी के लिए माफ़ी मांगी। जिसमें उन्होंने कहा कि यह विपक्षी एमवीए की प्रतिक्रिया थी, जो “वोट जिहाद” में लिप्त थी। भाजपा सांसद ने कहा कि उनकी पत्नी और उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण और उनकी आत्मनिर्भरता के लिए बहुत काम किया है।

आगे उन्होंने माफी मांगते हुए कहा, “मेरे बयान का उद्देश्य कभी किसी मां या बहन का अपमान करना नहीं था। बल्कि, चुनाव के दौरान प्रचार करते समय मैंने दृढ़ता से कहा था कि ‘लड़की बहन योजना’ केवल महायुति सरकार के कारण सफल हुई है। यह उन महिलाओं के लिए एक स्वाभाविक प्रतिक्रिया थी, जो विपक्ष के झूठे प्रचार का शिकार हुई थीं, खासकर वोट जिहाद में शामिल लोगों के लिए।” भाजपा सांसद ने कांग्रेस पर उनके बयान की गलत व्याख्या करके लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया। माझी लड़की बहन इस चुनावी साल में भाजपा के नेतृत्व वाली महायुति की प्रमुख पहलों में से एक रही है। 20 नवंबर को होने वाले राज्य चुनावों के लिए अपने घोषणापत्र में सत्तारूढ़ गठबंधन ने वादा किया है कि अगर वह सत्ता में आती है तो सहायता राशि को 1,500 रुपये से बढ़ाकर 2,100 रुपये कर दिया जाएगा।

Exclusive Interview: MVA ने मेरी योजना चुराई… महाराष्‍ट्र चुनाव से पहले बरसे शिंदे, उद्धव को बताया कांग्रेसी

MVA ने मेरी योजना चुराई… महाराष्‍ट्र चुनाव से पहले बरसे शिंदे, उद्धव को बताया कांग्रेसीएकनाथ शिंदे महायुति सरकार के सीएम हैं. महाराष्‍ट्र में 20 नवंबर को वोटिंग होनी है. इससे पहले सीएम शिंदे ने न्‍यूज18 इंडिया से बातचीत की. उन्‍होंने महाविकास अघाड़ी सरकार पर उनकी योजना को चोरी करने के आरोप लगाए

एकनाथ शिंदे महाराष्‍ट्र के सीएम हैं. (File Photo)

महाराष्ट्र चुनाव 2024 से ठीक पहले सीएम एकनाथ शिंदे ने न्‍यूज18 इंडिया की टीम के साथ मुंबई से औरंगाबाद जाते समय चार्टर प्लेन में बातचीत की. इंटरव्‍यू के दौरान शिंदे ने कहा कि हमने पहले ही लड़की बहन योजना शुरू की थी, पैसे भी दिए और आगे भी देंगे. हमारी ही योजना महा विकास आघाड़ी (MVA) ने चुरा ली और कहा कि वो महिलाओं को तीन हजार रुपए देंगे. यह सब चुराने का काम करते है, हम जनता के लिए काम करते है. जनता को अब सब कुछ पता चल चुका है. जनता अब सब समझ चुकी है.

सीएम की लड़ाई पर एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमारी लड़ाई महा विकास आघाड़ी से है. वो एक दूसरे की टांग खींच रहे है. सीएम चेहरे को लेकर 23 नवंबरके बाद हम तीनों पार्टी के नेता एक साथ यह तह करेंगे कि कौन मुख्‍यमंत्री होगा.आदित्य ठाकरे कुछ भी बोलते है. पीएम मोदी और अमित शाह भाई लोकसभा में भी आए. अभी भी आ रहे है. कोई दंगा हुआ क्या, कुछ हुआ क्या? बस उन लोगों को कुछ बोलना है. आरोप लगाना है तो लगा दिया. एकनाथ शिंदे ने कहा कि हम सिर्फ डेवलेपमेंट पर बात करते है, हमने जो ढाई साल में काम किया है, वो सबके सामने है. कोस्टल रोड, MHTL, नवी मुंबई एयर पोर्ट.. महा विकास आघाड़ी में ढाई साल में क्या किया है, वो बाते थे. एक काम बाते दे. उनका काम सिर्फ बड़े प्रोजेक्ट को रोकना था. महा विकास आघाड़ी सिर्फ और सिर्फ शरद पवार चला रहे है. वो ही पूरी महा विकास आघाड़ी को लीड कर रहे है.

उद्धव ठाकरे कांग्रेसी…

एकनाथ शिंदे ने आगे कहा, ‘उद्धव गुट और आदित्य बोलते है कि हमने चुनाव चिन्ह चुरा लिया. पार्टी चुरा ली. यह सब बच्चे की तरह बाते ना करे कि यह चुरा लिया, वो चुरा लिया. उनके फेवर में फैसला आए तो सब अच्छा ना आए तो सब बेकार. सिर्फ आरोप लगाते है, दिन रात मुझे गाली देते है. हिंदुत्व की विचार धारा को हम आगे बढ़ा रहे है. जो बाला साहेब ठाकरे ने सिखाया है. उनके पास कांग्रेस की विचार धारा है, कांग्रेस का वोट बैंक है, जो एक एक्सिडेंटल वोट बैंक है

अजित पवार पर क्‍या बोले?

अजित पवार के मायुति से जुड़ने पर एकनाथ शिंदे ने कहा कि किसी ने अजित पवार को डराया और धमका नहीं है. वो अपने आप आए है. मोदी जी का काम देख कर आए है. उनको वहां काम करने का मौका ही नहीं मिला. महा विकास आघाड़ी के नेता तो सीएम के लिए दिल्ली से गली तक जा रहे है. महा विकास आघाड़ी में कोई भी एक नेता नहीं है जो काम करे. सब एक दूसरे के साथ टंगड़ी में टंगड़ी डाल कर लड़ रहे है.

AIUMB की मांगों पर नितेश राणे की 2 टूक, कहा-‘ये हमारा देश है, पाकिस्तान-तालिबान नहीं; इनको जेल …’

बीजेपी नेता नितेश राणे ने आगे कहा कि इस तरह मांग हमारे देश में हिंदू देश में ये कर रहे हो तो इनको तो एक मिनट देश में नहीं रखना चाहिए इनको जेल में डाल देना चाहिए

BJP नेता नितीश राणा

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में सियासी पार्टियां अपनी रोटियां सेकने में लगी हुई हैं। महाराष्ट्र की ऑल इंडिया उलमा बोर्ड (AIUMB) ने महाविकास अघाड़ी (MVA) को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में समर्थन देने के लिए सूबे के मुस्लिमों को 10 फीसदी आरक्षण, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर प्रतिबंध और वक्फ बोर्ड बिल में संशोधन विधेयक के विरोध सहित 17 मांगें रखी हैं। अब भारतीय जनता पार्टी के नेता नितेश राणे ने उलेमा बोर्ड की इन मांगों पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। नितेश राणे ने कहा कि उलेमा बोर्ड के लोग पाकिस्तान और अफगानिस्तान चले जाए, उलेमा बोर्ड के लोग को जेल मे डाला जाये। हमारा देश हिंदू देश हैं।

बीजेपी नेता नितेश राणे ने आगे कहा कि इस तरह मांग हमारे देश में हिंदू देश में ये कर रहे हो तो इनको तो एक मिनट देश में नहीं रखना चाहिए इनको जेल में डाल देना चाहिए। ये लोग ऐसी हिम्मत हमारे देश में कैसे कर सकते हैं? यह पाकिस्तान, अफगानिस्तान या तालिबान नहीं है कि मुसलमानों के बारे में इतनी सारी वह मांग करेंगे। ये लोग ऐसी मांग का जो सपना देख रहे होंगे उसके लिए उन्हें हमारा देश छोड़कर पाकिस्तान चले जाना चाहिए, नहीं तो 23 नवंबर के बाद हम उनका जीना मुश्किल कर देंगे। उलेमा बोर्ड के लोगों की इतनी औकात नहीं है कि वह किसी हिंदुत्व वादी कार्यकर्ता को अरेस्ट कर सके। हमारा देश हिंदू राष्ट्र है। कोई भी हिंदुत्व वादी कार्यकर्ता के ऊपर यह लोग गंदी नजर से देखेंगे तो उनका जीना मुश्किल हो जायेगा।

लाउडस्पीकरों को लेकर बोला था ‘ये उनके अब्बा का पाकिस्तान नहीं’

इसके पहले भी नितेश राणे ने मस्जिदों पर लाउडस्पीकर को लेकर जोरदार हमला बोला था। राणे ने कहा था, ‘मस्जिदों पर जो लाउडस्पीकर लगे हैं, वे सभी अवैध हैं। वे हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन करते हैं। अगर नवरात्रि या गणेश चतुर्थी जैसे हमारे त्योहारों के दौरान हिंदुओं को रात 10 बजे के बाद संगीत बजाने की अनुमति नहीं है, तो मस्जिदों पर लगे लाउडस्पीकरों पर भी यही नियम लागू होना चाहिए, जिन्हें अक्सर दिन में पांच बार बजाया जाता है। ये उनके अब्बा का पाकिस्तान नहीं है। वे यहां आकर लाउडस्पीकर नहीं बजा सकते।

कब और किसने की थी AIUMB की स्थापना?AIUMB की मांगों पर नितेश राणे की 2 टूक, कहा-‘ये हमारा देश है, पाकिस्तान-तालिबान नहीं;

उलेमा बोर्ड या ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड (AIUMB) को सुन्नी मुसलमानों की एक संस्था है जिसका नाम है अखिल भारतीय उलेमा एवं मशाइख बोर्ड (AIUMB)साल 1989 में इस बोर्ड की स्थापना की गई थी। इस संस्था का लक्ष्य था कि ये समाज में सभी वर्गों के लोगों को एक साथ लेकर चलेगा। इस संस्था का लक्ष्य ये भी था कि ये देश में शांति और सद्भाव को बनाए रखेगी। इस संस्था का मुख्य कार्यालय देश की राजधानी दिल्ली में स्थित है। इस संस्थान की स्थापना मोहम्मद अशरफ किछौछवी नाम के शख्स ने की थी।

आखिर क्यों की गई AIUMB की स्थापना?

महाराष्ट्र चुनाव में अचानक से सुर्खियों में आए वाली संस्था अखिल भारतीय उलेमा एवं मशाइख बोर्ड (AIUMB) की स्थापना क्यों की गई। ये सवाल हर किसी के दिमाग में कौंध रहा है। जब इसकी ऑफिशियल वेबसाइट पर देखा गया तो इसमें बताया गया है कि इस संस्थान की स्थापना इस्लाम के शांति के संदेश को लोकप्रियता दिलाने के लिए और देश में समुदाय और मानवता को शांति देने के उद्देश्य के लिए की गई है। वेबसाइट में आगे बताया गया है कि AIUMB पूरी दुनिया में सुन्नी सूफी संस्कृति का प्रचार-प्रसार करने का प्रयास कर रहा है। वेबसाइट में आगे बताया गया है कि इसमें दरगाहें, मस्जिद खानकवाह और आध्यात्मिकता के ऐसे श्रोतों के बारे जानकारी दी गई है कि यहां भगवान की पूजा के साथ-साथ शांति सौहार्द और भाईचारे के उद्देश्य के लक्ष्य को पूरा करने का के लिए की गई है।