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Maharashtra Election Result: क्या फडणवीस बनेंगे CM या शिंदे के सिर ही रहेगा ताज? सरकार बनाने की ओर महायुति

Maharashtra Election Result 2024 महायुति महाराष्ट्र की कुल 288 सीटों में से 223 पर आगे चल रही है। वहीं एमवीए को बड़ी हार मिलती दिख रही है। इस बीच चुनावी नतीजों के बाद सबसे बड़ा सवाल अब ये है कि महाराष्ट्र की सत्ता कौन संभालेगा। क्या एकनाथ शिंदे ही सीएम बनेंगे या देवेंद्र फडणवीस के सिर ये ताज सजने वाला है।

Maharashtra Election Result 2024 देवेंद्र फडणवीस और शिंदे में से कौन मारेगा बाजी।

डिजिटल डेस्क, मुंबई। Maharashtra Election Result 2024 महाराष्ट्र के चुनावी दंगल में भाजपा नीत महायुति गठबंधन की बंपर जीत होती दिख रही है। महायुति महाराष्ट्र विधानसभा की कुल 288 सीटों में से 223 पर आगे चल रही है। वहीं, एमवीए को बड़ी हार मिलती दिख रही है।

इस बीच चुनावी नतीजों के बाद सबसे बड़ा सवाल अब ये है कि महाराष्ट्र की सत्ता कौन संभालेगा। क्या एकनाथ शिंदे ही सीएम बनेंगे या देवेंद्र फडणवीस के सिर ये ताज सजेगा।

फडणवीस का पलड़ा भारी

सीएम की रेस में देवेंद्र फडणवीस का पलड़ा भारी दिख रहा है। दरअसल, महाराष्ट्र में भाजपा 145 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और वो 127 सीटों पर आगे चल रही है। भाजपा का जीत का स्ट्राइक रेट सबसे ज्यादा है। वहीं, एकनाथ शिंदे की शिवसेना 81 सीटों पर लड़कर 53 सीटों पर आगे चल रही है।

जीत के अंतर को देखते हुए फडणवीस का पलड़ा भारी दिख रहा है, क्योंकि वो भाजपा के सबसे बड़े चेहरे हैं।

शिंदे को भी मिल सकता है इनाम

भाजपा ने पिछली बार फडणवीस को डिप्टी सीएम बनाकर चौंकाया था, हालांकि देवेंद्र खुद सरकार में शामिल नहीं होना चाहते थे, लेकिन आलाकमान के दबाव के बाद उन्होंने अपना फैसला पलटा था।

वहीं, एकनाथ शिंदे को भी सीएम बनने की रेस में पीछे नहीं माना जा सकता है। दरअसल, शिंदे ने ऐसे समय में भाजपा का साथ दिया था, जब उन्हें सबसे ज्यादा जरूरत थी। शिंदे ने शिवसेना को तोड़कर उद्धव ठाकरे को सबसे बड़ा झटका दिया था। इसी कारण भाजपा उन्हें इनाम दे सकती है।

वहीं, महायुति की एकता को बनाए रखने के लिए भी भाजपा शिंदे को ही दौबारा सीएम बना सकती है। भाजपा नहीं चाहती कि कोई बगावत करे।

CM पद पर फडणवीस का बयान, बोले- उम्मीद से बड़ी जीत

महाराष्ट्र में बड़ी जीत की ओर बढ़ रही महायुति को लेकर फडणवीस का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि ये उम्मीद से बड़ी जीत है। हम अब मिलकर अगले सीएम का फैसला करेंगे। वहीं, देवेंद्र फडणवीस के करीबी नेता प्रवीन दरेकर ने कहा है कि अगले मुख्यमंत्री ही देवेंद्र फडणवीस हो सकते हैं।

महाराष्ट्र व झारखंड में विपक्ष को सता रहा जोड़तोड़ का डर, कांग्रेस ने पर्यवेक्षक किए नियुक्त; एक जगह भेजे जाएंगे सभी विधायक

महाराष्ट्र और झारखंड में विपक्ष को सियासी खेला का डर सताने लगा है। यही वजह है कि अलर्ट कांग्रेस ने दोनों ही राज्यों में अपने पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा कि चुनाव परिमाण के बाद सभी विधायकों को मुंबई में एक स्थान पर भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर बहुमत आता है तो भी भाजपा सरकार बनाने में बाधा डाल सकती है।

 

राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे। ( फाइल फोटो )

एएनआई, नई दिल्ली। 23 नवंबर यानी शनिवार को महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के नतीजे आएंगे। दोपहर तक तस्वीर साफ हो जाएगी कि दोनों राज्यों में किसकी सरकार बनने जा रही है। चुनाव नतीजों से पहले ही कांग्रेस अलर्ट हो गई है। पार्टी ने दोनों ही राज्यों में पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है। अशोक गहलोत, भूपेश बघेल और डॉ. जी. परमेश्वर को महाराष्ट्र का पर्यवेक्षक बनाया गया है। तारिक अनवर, मल्लू भट्टी विक्रमार्क और कृष्णा अल्लावुरु को झारखंड के पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी मिली है।

महाराष्ट्र में ‘खेला’ से सतर्क विपक्षी गठबंधन

एग्जिट पोल ने विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी (मविअ) की चिंता बढ़ा दी है। आज अघाड़ी के तीनों दलों के नेताओं ने अपने-अपने उम्मीदवारों से बातकर उन्हें एकजुट रहने की सलाह दी है। शनिवार को परिणाम आने के बाद अघाड़ी के सभी विधायकों को एक ही स्थान पर रखने की तैयारी भी की जा रही है। ताकि कोई ‘खेला’ होने से बचा जा सके।

एक साथ रहेंगे मविअ के विधायक

मतदान के बाद आए ज्यादातर एग्जिट पोल्स में महायुति को बढ़त मिलने की संभावना जताई गई है। हालांकि ऐसे संभावना वाले एग्जिट पोल्स पर मविअ नेताओं ने अविश्वास जताते हुए अपनी ही सरकार बनने का दावा किया है। मगर उनकी चिंता भी बढ़ी दिख रही है। शिवसेना नेता संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि महाविकास अघाड़ी के घटक दलों ने महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों के बाद अपने सभी नवनिर्वाचित विधायकों को मुंबई में एक साथ रखने का फैसला किया है।

राउत ने किया बड़ा दावा

राउत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि मविअ नेताओं ने बृहस्पतिवार को बैठक की और हर सीट का आकलन किया। इनमें वह स्वयं, उनकी पार्टी के सहयोगी अनिल देसाई, राकांपा (शरदचंद्र पवार) के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल और कांग्रेस नेता सतेज पाटिल और बालासाहेब थोराट शामिल थे। राउत ने विश्वास जताया कि एमवीए चुनाव में 160 सीटें जीतेगी।

कांग्रेस नेताओं को मुंबई आना पड़ेगा

राउत ने यह भी कहा कि कोई भी ताकत मविअ को महाराष्ट्र में अगली सरकार बनाने से नहीं रोक सकती और शीर्ष पद पर निर्णय केवल महाराष्ट्र में ही लिया जाएगा। राउत ने कहा कि वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को मुख्यमंत्री पद पर सहमति के लिए मुंबई आना है, क्योंकि राकांपा (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे मुंबई में ही हैं।

राष्ट्रपति शासन लगने का डर

राउत ने आशंका जताई कि विपक्ष के पास बहुमत होने के बावजूद भाजपा राज्यपाल कार्यालय के माध्यम से मविअ को सरकार बनाने में बाधा डालने की कोशिश करेगी। मगर हम बिना किसी देरी के निर्णय लेंगे। विपक्ष को डर है कि अगर 25 नवंबर तक नई सरकार नहीं बनी तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है।

विधायक मिलकर तय करेंगे सीएम

राउत के अनुसार हमने सभी नवनिर्वाचित विधायकों को मुंबई लाने का फैसला किया है। नए विधायकों के पास मुंबई में रहने की कोई व्यवस्था नहीं है। इसलिए हमने उनके लिए एक साथ आवासीय व्यवस्था करने का फैसला किया है। राउत ने कहा कि जीत की प्रबल संभावना वाले कुछ निर्दलीय विधायकों ने भी मविअ को ही समर्थन देने की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद के लिए कोई फॉर्मूला नहीं है। सब विधायक मिलकर सरकार का नेता चुनेंगे ।

Maharashtra: अजित पवार का दावा, ‘क्लिप में सुप्रिया सुले की आवाज’, फडणवीस बोले- मामला बेहद गंभीर

महाराष्ट्र में आज विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग जारी है। मतदान के एक दिन पहले बिटकॉइन घोटाला चर्चा में है। सुप्रिया सुले पर आरोप लगे हैं कि उन्होंने नाना पटोले के साथ चुनावों के लिए धन जुटाने हेतु बिटकॉइन घोटाले की आय का उपयोग किया है। बीजेपी ने आरोप के बाद एक ऑडियो क्लिप जारी किया जिसके बाद महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल आ गया है।

अजित पवार का दावा, ‘क्लिप में सुप्रिया सुले की आवाज’ (फोटो- जागरण)

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Maharashtra Assembly Polls: महाराष्ट्र में आज विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हो रही है। राज्य में मतदान के ठीक एक दिन पहले दो बड़े मुद्दों की खास चर्चा रही। पहला मुद्दा ‘कैश फॉर वोट’ से जुड़ा है। वहीं, दूसरा मुद्दा ‘बिटकॉइन घोटाले’ से जुड़ा है। बहुजन महाविकास अघाड़ी ने मंगलवार को बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव पर ‘कैश फॉर वोट’ का आरोप लगाया था।

वहीं, मंगलवार रात पूर्व आईपीएस अधिकारी रवीन्द्रनाथ पाटिल ने एनसीपी (शरद पवार गुट) नेता सुप्रिया सुले और महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले पर चुनावों के लिए धन जुटाने हेतु बिटकॉइन घोटाले की आय का उपयोग करने का आरोप लगा। इस आरोप को बीजेपी ने भुनाने की पूरी कोशिश की।

हालांकि, सुप्रिया सुले ने बुधवार को आरोपों को सिरे से नकारते हुए निराधार बताया। उन्होंने कहा कि मैंने मानहानि का केस और आपराधिक मामला दर्ज कराया है। मैं कहीं भी, कभी भी, किसी भी मंच पर उनके (सुधांशु त्रिवेदी) पांच सवालों का जवाब देने के लिए तैयार हूं। ये आरोप पूरी तरह से झूठे और मनगढ़ंत हैं।

दरअसल, एक ऑडियो क्लिप इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। दावा किया गया है कि इस क्लिप में सुनाई दे रही आवाज सुप्रिया सुले और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले की है। हालांकि, जागरण इस क्लिप की पुष्टी नहीं करता है।

आरोप लगाए जा रहे हैं कि ये दोनों नेता बिटकॉइन घोटाले में शामिल हैं और उससे होने वाली कमाई का प्रयोग चुनाव प्रचार के दौरान किया जा रहा था। इस विवाद के बीच सुप्रिया सुले के चचेरे भाई अजित पवार का बयान सामने आया है। उन्होंने दावा किया है कि इस ऑडियो क्लिप में जो आवाज सुनाई दे रही है वह सुप्रिया सुले की ही है।

अजित पवार का दावा- मैं आवाज पहचानता हूं

बिटकॉइन विवाद के बीच सुप्रिया सुले के चचेरे भाई और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बड़ा दावा किया और कहा कि ऑडियो क्लिप में जो टोन है, उससे मैं आवाज़ पहचान सकता हूँ। उनमें से एक मेरी बहन की आवाज है और दूसरी वह है जिसके साथ मैंने काफ़ी काम किया है। मामले की जांच की जाएगी और सच्चाई सामने आएगी।

वहीं, अजित पवार की टिप्पणी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सुप्रिया सुले ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों का खंडन किया। सुप्रिया सुले ने कहा,”वह अजीत पवार हैं; वह कुछ भी कह सकते हैं। ‘राम कृष्ण हरि!”

 

Credit by ANI

 

क्या बोलीं सुप्रिया सुले?

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए एनसीपी (शरद पवार गुट) नेता सुप्रिया सुले ने लिखा,” मैं सुधांशु त्रिवेदी द्वारा मेरे खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों का खंडन करती हूं। यह सब अटकलें और भ्रम है और मैं किसी भी भाजपा प्रतिनिधि के साथ उनके द्वारा चुने गए समय और तिथि पर सार्वजनिक मंच पर बहस करने के लिए तैयार हूं।”

बिटकॉइन विवाद पर क्या बोले देवेंद्र फडणवीस?

वोट डालने के बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बिटकॉइन क्लिप और कैश फॉर वोट विवाद पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा जहां तक विनोद तावड़े का सवाल है, मैंने कल भी साफ कर दिया था कि न तो उन्होंने कोई पैसा बांटा और न ही उनके पास कोई पैसा मिला। जानबूझकर विवाद को हवा देने की कोशिश की गई, एक इकोसिस्टम का इस्तेमाल किया गया।

वहीं, सुप्रिया सुले और नाना पटोले पर लगे आरोपों का सवाल है, जिस तरह से एक पूर्व आईपीएस अधिकारी ने आरोप लगाए हैं और कुछ क्लिप जारी किए हैं, मुझे लगता है कि यह बहुत गंभीर मामला है। मैं सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि इस मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए। सच्चाई सामने आना जरूरी है। आरोप बहुत गंभीर हैं, इसकी पूरी जांच होनी चाहिए और लोगों के सामने एक निष्पक्ष रिपोर्ट आनी चाहिए, ऐसा मुझे लगता है। आवाज सुप्रिया सुले जैसी ही लग रही है, लेकिन पूरी निष्पक्षता के साथ, सब कुछ साफ होना चाहिए।

बिटकॉइन विवाद पर नाना पटोले ने क्या कहा?

बिटकॉइन विवाद पर नाना पटोले ने कहा है कि बीजेपी ने चुनाव से एक शाम पहले ओछी हरकत की है। ऑडियो क्लिप में मौजूद आवाज मेरी नहीं है, मैं तो किसान हूं। मुझे बिटकॉइन समझ नहीं आता है। हम भाजपा नेताओं पर मानहानि का केस करेंगे। मैं तो किसान हूं, मुझे भाजपा को बदनाम नहीं करना चाहिए था। बीजेपी से कुछ उम्मीद नहीं कर सकते हैं। बता दें कि भाजपा ने नाना पटोले और सुप्रिया सुले पर बिटकॉइन लेन-देन में शामिल रहने का आरोप लगाया है।

पूरा मामला समझिए

उल्लेखनीय है कि पूर्व आईपीएस अधिकारी रवीन्द्रनाथ पाटिल ने आरोप लगाया कि सुप्रिया सुले और महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने 2018 के क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी मामले से बिटकॉइन का दुरुपयोग किया और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए इसका इस्तेमाल किया।

इस आरोप के तुरंत बाद बीजेपी ने उस मुद्दे को पकड़ लिया। बीजेपी ने मंगलवार रात को एक पीसी की और कथित वॉयस नोट जारी किए, जिसमें दावा किया गया कि सुप्रिया सुले और नाना पटोले चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए बिटकॉइन को भुनाने की साजिश में शामिल हैं। इस पीसी के दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने यह भी दावा किया कि इस घटनाक्रम ने विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की पोल खोल दी है।

Maharashtra Election 2024: वसई विरार में बहुजन विकास आघाडी ने विनोद तावड़े पर पैसे बांटने का आरोप लगाया था. अब चुनाव आयोग की शिकायत पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.

महाराष्ट्र: कैश कांड में BJP नेता विनोद तावड़े के खिलाफ FIR, 9 लाख नकद जब्त

Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र चुनाव से ठीक पहले कैश कांड सामने आया है. बीजेपी महासचिव विनोद तावड़े पर पैसे बांटने के आरोप में चुनाव आयोग की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है. विरार के तुलिंज पुलिस स्टेशन में ये मामला दर्ज किया गया है. उनके अलावा बीजेपी उम्मीदवार राजन नाइक पर भी केस दर्ज हुआ है.

पुलिस कमिश्नर मधुकर पांडे के मुताबिक बीजेपी के महासचिव विनोद तावड़े और अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. चुनाव आयोग ने करीब 9 लाख से ज्यादा कैश और कुछ डॉक्यूमेंट्स भी जब्त किये हैं. वहीं इस मामले पर अतिरिक्त मुख्य चुनाव अधिकारी महाराष्ट्र किरण कुलकर्णी ने कहा कि सभी चीज अंडर कंट्रोल में हैं ,हम लॉ के अनुसार काम करेंगे.

दरअसल, वसई विरार में बहुजन विकास आघाडी ने लगाया विनोद तावडे पर पैसे बांटने का आरोप लगाया था. इस आरोप में पालघर के नालासोपारा में बीजेपी और बहुजन विकास आघाडी के कार्यकर्ताओं  के बीच हुआ झगड़ा भी हुआ.

विनोद तावड़े ने क्या कहा?
वहीं इस आरोप पर विनोद तावड़े ने कहा, “नालासोपारा चुनाव क्षेत्र में बैठक चल रही थी. उसमे वोटिंग के दिन और आचार सहित के नियम क्या हैं. पोलिंग में क्या होता है वो बताने मैं वहां पंहुचा था. विपक्ष को लगा की मैं पैसे बांट रहा हूं, जिस से जांच करवाना है करवा लो. चुनाव आयोग को इस पर निष्पक्ष जांच करनी चाहिए.”

Maharashtra Assembly Election 2024: बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने कहा, ‘शरद पवार ने वोट जिहाद जैसी बातें फैलाईं. राहुल गांधी, सलमान खुर्शीद का परिवार वोट जिहाद फैलाता है, उन्हें शर्म आनी चाहिए.’

शरद पवार को हिंदुओं के बारे में बोलने में शर्म आती है?’, उलेमा बोर्ड की मांग पर भड़के किरीट सोमैया

Maharashtra Vidhan Sabha Chunav 2024: महाराष्ट्र चुनाव से पहले ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड ने विपक्षी महाविकास अघाड़ी को समर्थन देने की बात कही है, लेकिन उन्होंने अपनी शर्तों की एक लिस्ट भी पकड़ा दी है. इसमें RSS को बैन करने की मांग है, जिसके बाद से प्रदेश में सियासत तेज हो गई है. इस पर अब बीजेपी नेता किरीट सोमैया (Kirit Somaiya) ने पलटवार किया है.

भारतीय जनता पार्टी के नेता किरीट सोमैया ने कहा, “क्या शरद पवार को हिंदुओं के बारे में बोलने में शर्म आती है या उन्हें डर लगता है? कोई मौलाना खलीलुर रहमान सज्जाद नोमानी जैसा कोई बयान नहीं देता कि अगर कोई हिंदू बीजेपी के खिलाफ वोट करता है, तो उसका सामाजिक बहिष्कार करें और उसका नाम अब्दुल रहमान रखें. हिंदुत्व में ऐसी भाषा नहीं होती है.”

 

शरद पवार पर भड़के किरीट सोमैया
उन्होंने कहा, “शरद पवार ने ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड और मराठी मुस्लिम सेवा संघ को समर्थन दिया है. उलमा बोर्ड की बातें एमवीए और शरद पवार ने मान्य की. जिसमें 10 फीसदी आरक्षण करना है, आरएसएस के ऊपर प्रतिबंध लगाना है. ऐसे में शरद पवार ने वोट जिहाद जैसी बातें फैलाईं. राहुल गांधी, सलमान खुर्शीद का परिवार वोट जिहाद फैलाता है, उन्हें शर्म आनी चाहिए.”

शरद पवार और उलेमा बोर्ड ने क्या कहा?
बता दे एनसीपी एसपी प्रमुख  शरद पवार ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर वोट जिहाद को लेकर तंज कसा है. उन्होंने कहा, वह अपने सहयोगियों के साथ ‘वोट जिहाद’ शब्द का इस्तेमाल करके धार्मिक विवाद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं.

जबकि, सात नवंबर को एनसीपी (एसपी) के मुखिया शरद पवार, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले को चिट्ठी लिखकर उलेमा बोर्ड ने कहा, अगर MVA उसकी मांगे मानता है तो वह एमवीए के उम्मीदवारों का प्रचार भी करेंगे. बोर्ड ने 17 शर्तें भी रखी हैं, जिनमें मुसलमानों को 10 फीसदी आरक्षण देने, RSS पर बैन लगाने जैसी मांगें रखी हैं.

Election 2024: अमित शाह आज की चार बैठकों के लिए ही नागपुर पहुंचे थे. वह रेडिसन ब्लू होटल में ठहरे थे और सुबह करीब 11 बजे होने वाली जनसभा के लिए रवाना होने वाले थे, लेकिन अचानक जनसभा रद्द कर दी गई.

Maharashtra Assembly Election 2024: नागपुर पहुंचने के बावजूद अचानक अमित शाह ने रद्द कर दीं चार सभाएं, जानें वजह

Maharashtra Assembly Election 2024 Latest News:  के लिए आज (17 नवंबर 2024) होने वाली अपनी जनसभाओं और बैठकों को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रद्द कर दिया है. वह सभी सभा रद्द कर नागपुर से निकल गए. गढ़चिरौली, वर्धा और नागपुर जिलों के काटोल और सावनेर में उनकी सभी चार बैठकें रद्द कर दी गईं हैं. हालांकि अभी जनसभाओं के रद्द होने का कोई कारण पता नहीं चला है.

इससे पहले अमित शाह आज की चार बैठकों के लिए ही नागपुर पहुंचे थे . वह नागपुर के रेडिसन ब्लू होटल में ठहरे थे. वह आज सुबह करीब 11 बजे जनसभा के लिए गढ़चिरौली रवाना होने वाले थे, लेकिन अचानक पता चला कि उनका दौरा रद्द कर दिया गया है.

कहां कहां होनी थी जनसभा

भारतीय जनता पार्टी के तय कार्यक्रम के अनुसार अमित शाह की रविवार को पहली जनसभा गढ़चिरौली विधानसभा एरिया में सुबह 11 बजे से होनी थी. वह यहां छत्रपति शिवाजी कॉलेज ग्राउंड में लोगों को संबोधित करने वाले थे. इसके बाद अमित शाह को वर्धा विधानसभा क्षेत्र में दोपहर 12:45 बजे से जनसभा को संबोधित करना था. वर्धा के बाद केंद्रीय गृह मंत्री को काटोल विधानसभा क्षेत्र में जाकर वहां दोपहर करीब 2:15 बजे से एक जनसभा को संबोधित करना था. इसके बाद कार्यकर्ताओं के साथ भी बैठक होनी थी.

महायुति और महाविकास अघाड़ी के बीच है मुकाबला

बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों के लिए सिंगल फेज में 20 नवंबर को मतदान होना है. चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे. महाराष्ट्र का चुनाव इसलिए भी खास है क्योंकि ये राजनीतिक महत्व रखने वाला देश का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है और यहां कई पार्टियां मैदान में हैं. फिलहाल महाराष्ट्र में बीजेपी, शिवसेना शिंदे गुट और एनसीपी अजित पवार गुट का गठबंधन महायुति सत्ता में है. महायुति गठबंधन का सीधा मुकाबला कांग्रेस, शिवसेना यूबीटी गुट और एनसीपी शरद पवार गुट के गठबंधन महाविकास अघाड़ी से है.

शिंदे से पहले हम BJP के साथ सरकार बनाने वाले थे लेकिन…चुनाव से पहले अज‍ित पवार का बड़ा खुलासा

Maharashtra Election: अजित पवार ने कहा-हम सभी विधायकों के सिग्‍नेचर लेकर बैठे थे. लेकिन ऐन वक्‍त पर कुछ ऐसा हुआ क‍ि हम बीजेपी की सरकार में शामिल नहीं हो पाए.

सभा को संबोध‍ित करते अज‍ित पवार

महाराष्‍ट्र चुनाव से पहले एनसीपी नेता अज‍ित पवार ने बड़ा खुलासा किया है. बताया क‍ि ज‍िस वक्‍त बीजेपी और एकनाथ शिंदे मिलकर सरकार बना रहे थे, उस वक्‍त हम भी पूरी तरह तैयार थे. हम सरकार बनाने वाले थे. सारे व‍िधायकों के सिग्‍नेचर कराए ल‍िए गए थे, लेकिन ऐन वक्‍त पर कुछ ऐसा हुआ क‍ि हम सरकार में शामिल नहीं हो पाए. अज‍ित पवार ने ये भी बताया क‍ि क्‍यों उन्‍हें अलग होने की जरूरत पड़ी.

नास‍िक में एक चुनावी सभा को संबोध‍ित करते हुए अजित पवार ने कहा, उस वक्‍त कुछ राजनीतिक स्थिति बनी थी. तब एकनाथ शिंदे ने एक भूमिका निभाई और फिर सरकार में चले गए. एकनाथराव और देवेन्द्र फडणवीस ने मिलकर सरकार बनाई. उसी समय हमारे सभी एनसीपी विधायकों ने भी निर्णय लिया था. हमने सिग्‍नेचर भी कर द‍िए थे. दिलीप बुनकर, नरहरि जिरवाल, माणिकराव कोकाटे, सरोज अहिरे और छगन भुजबल और नितिन पवार समेत सभी व‍िधायकों के सिग्‍नेचर हमारे पास थे, लेकिन तभी कुछ ऐसी घटनाएं घटीं क‍ि संभव नहीं हो पाया.

तो शरद पवार को पता था?

अज‍ित पवार का यह दावा काफी महत्‍वपूर्ण है. क्‍योंक‍ि उनके दावे की मानें तो शरद पवार को इसके बारे में जानकारी थी. क्‍योंक‍ि इसके काफी द‍िनों बाद एनसीपी में व‍िभाजन हुआ. और अज‍ित पवार अभी ज‍िन लोगों के नाम ले रहे हैं, वे सारे लोग शरद पवार का साथ छोड़कर अज‍ित पवार के साथ चले गए थे. इससे ये भी साफ है क‍ि एनसीपी में काफी पहले से बीजेपी के साथ जाने को लेकर ख‍िचड़ी पक रही थी. शायद शरद पवार उसे समय से भांप नहीं पाए.

शरद गुट पर सीधा हमला

कुछ द‍िनों पहले शरद गुट के नेताओं ने आरोप लगाया था क‍ि लड़की बहिन योजना से महाराष्‍ट्र दीवाल‍िया हो जाएगा. इस पर जवाब देते हुए अज‍ित पवार ने कहा, मैं पैसे का मोल समझता हूं. यह पैसा गरीबों को दिया जा रहा है. उसकी जात‍ि नहीं देखी जाती. सिर्फ गरीब बहनों को इसका लाभ दे रहे हैं. वे इतने वक्‍त तक सत्‍ता में रहे, क्‍या क‍िया. सवा रुपया दक्ष‍िणा तक नहीं देते थे. अब हम सीधे बहनों के खाते में पैसे दे रहे हैं. कोई बिचौल‍िया नहीं है. टिकटों के बंटवारे पर अज‍ित पवार ने कहा, साढ़े बारह प्रतिशत सीटें पिछड़े वर्ग को दी गईं. 10 फीसदी सीटें मुस्लिम समुदाय को दी गईं. हम सबको साथ लेकर चलते हैं, भेदभाव नहीं करते. साहू फुले अंबेडकर की विचारधारा पर चल रहे हैं. वो लोग इसे समझ नहीं पाएंगे.

 

 

 

 

Maharashtra Election: ‘मेरे 6 बच्चे हैं, पीएम मोदी बताएं कि आपके अब्बा…’, असदुद्दीन ओवैसी का विवादित बयान

Maharashtra Election 2024: असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी बोलते हैं मुस्लिम महिला अधिक बच्चे पैदा करती हैं, ये बिल्कुल झूठ है. पीएम मोदी देश को एक नहीं करना चाह रहे हैं.

AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी, फाइल फोटो

Maharashtra Vidhan Sabha Chunav 2024: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ और हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान ‘एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे’ पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि ‘पीएम मोदी बोलते हैं एक हैं, तो सेफ हैं. 10 साल से सेफ नहीं हैं क्या? मैंने कहा कि एक हैं तो अखंड हैं. उन्हें कोई काम-काज नहीं है, वो सिर्फ डायलॉग लिखते हैं. पीएम मोदी के बोलने का मकसद क्या है? वे किसको एक करना चाह रहे हैं. वे देश को एक नहीं करना चाह रहे हैं.

उन्होंने कहा, “पीएम मोदी बताएं कि आपके अब्बा ने कितने बच्चे पैदा किए. अमित शाह के अब्बा ने कितने बच्चे पैदा किए. अब कोई संघी बोलेगा ओवैसी तुम्हारे कितने बच्चे हैं तो मेरे छह बच्चे हैं. आपने नहीं किया तो मैं क्या करूं, ये मेरी गलती है क्या? नरेंद्र मोदी बोलते हैं मुस्लिम महिला अधिक बच्चे पैदा करती हैं, ये बिल्कुल झूठ है. पीएम मोदी देश को एक नहीं करना चाह रहे हैं, सिर्फ अपने वोट बैंक को एक करना चाह रहे हैं. मोदी बोल रहे हैं सिर्फ आरएसएस की विचारधारा अपना लो एक हो जाओगे.”

देवेंद्र फडणवीस पर भी साधा निशाना

असदुद्दीन ओवैसी ने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस पर हमला बोलते हुए कहा, “वो बोलते हैं कि ओवैसी तुम हैदराबाद चले जाओ. महाराष्ट्र क्या किसी के बाप का है? सुनो हमारे अब्बा दुनिया में आए तो भारत में आए थे, इसलिए ये जमीन मेरे बाप की भी है. फडणवीस किसके खिलाफ धर्म युद्ध की बात कर रहे हैं, वोट जिहाद की बात कर रहे हैं. वह प्रदेश के गृह मंत्री हैं फिर भी कितने वाहियात तरीके से बात कह रहे हैं. चुनाव आयोग को भी उनकी बातों का संज्ञान लेना चाहिए.”

उन्होंने कहा, “प्रदेश के गृह मंत्री होते हुए वह वोट जिहाद की बात कर रहे हैं. अगर मेरी किसी पार्टी के नेता का ऐसा बयान होता तो अभी तक मीडिया हमें दूल्हा बना देती और अभी तक यही चलता. कटेंगे तो बटेंगे और एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे कहकर वह अपने वोटरों को पोलराइज्ड कर रहे हैं.”

ओवैसी ने कहा, “बीजेपी वाले महाराष्ट्र के विकास की बात नहीं कर रहे हैं. फडणवीस मेरा नाम ले रहे हैं, वह मनोज जरांगे पाटील का नाम ले के बताएं, उनका नाम नहीं लेंगे, क्योंकि मेरा नाम लेने से हिंदू-मुसलमान होगा, इसलिए मेरा नाम ले रहे हैं. बीजेपी को यह बताना चाहिए कि वह मराठाओं को आरक्षण देंगे या नहीं?”

सीएम योगी पर बोला हमला

वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “अयोध्या हार गए तो क्या वो धर्म युद्ध था? योगी बोल रहे हैं बटेंगे तो कटेंगे ये सीएम की जबान है क्या? कहां बंट रहे हैं तुम्ही तो बुलडोजर से लोगों के घर तोड़ रहे हो. उनकी सरकार मे अतीक अहमद को गोली मार दी गई. मेरे ऊपर हमला हुआ. हम मौत से डरने वाले नहीं हैं. गोलियां चलाने वाले को बोल रहा हूं, जिसने बाबा सिद्दीकी पर गोली चलाई. ये मुल्क हमारा था, ये मुल्क हमारा है और रहेगा.”

वक्फ कानून को लेकर उन्होंने कहा, “वक्फ कानून बन जाएगा तो वो वक्फ की जायजाद को खत्म कर देगा. वक्फ कानून बन गया तो भिंवडी की मस्जिदें छीन ली जाएंगी, मदरसे बंद कर दिए जाएंगे. हम एक मस्जिद को खो चुके है. हमें ही वफ्क को बचाने के लिए लड़ना है. वक्फ की जायदाद का मालिक औवेसी नहीं अल्लाह है.”

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Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी ने सीएम का चेहरा घोषित नहीं किया है. इस पर आप सांसद संजय सिंह ने प्रतिक्रिया दी.

(आप सांसद संजय सिंह, फाइल फोटो)

आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे को सीएम चेहरा घोषित करने से महाविकास अघाड़ी का फायदा होगा. एबीपी माझा से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे की पार्टी को तोड़ा गया, शरद पवार के विधायकों तोड़ा गया और सरकार बनने के बाद बीजेपी ने महाराष्ट्र के साथ सौतेली मां जैसा व्यवहार किया. इन बातों को लेकर महाराष्ट्र की जनता में नाराजगी है. बता दें कि महाविकास अघाड़ी ने सीएम का चेहरा घोषित नहीं किया है. चुनाव बाद इसका फैसला होगा.

राज ठाकरे कहते हैं कि बीजेपी का सीएम होगा, इस पर उन्होंने कहा, “एक सीट वो बेटे के लिए मांग रहे थे लेकिन नहीं दिया. मुझे नहीं लगता कि राज ठाकरे बीजेपी का सहयोग या समर्थन करने जा रहे हैं. अलग-अलग समय पर वो अलग-अलग स्टैंड लेते रहते हैं. अभी थोड़े बहुत वोट मनसे काट सकती है, थोड़े बहुत वोट शिंदे काट सकते हैं, इस पर भी रोक लग जाएगी अगर उद्धव ठाकरे को चेहरा बनाया जाता है.”

संजय सिंह ने कहा, “एकनाथ शिंदे की सरकार ने छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति में भी घोटाला कर लिया. महाराष्ट्र की दो लाख करोड़ की योजना को उठाकर दूसरे राज्य में ले गए. इन मुद्दों को उद्धव ठाकरे जनता के बीच में अच्छे से रख रहे हैं.”

आप सांसद ने कहा कि लोग महायुति को हराने के लिए तैयार हैं और महाविकास अघाड़ी को प्रचंड बहुमत से जिताने को तैयार हैं. उन्होंने दावा किया कि जिस तरह का माहौल लोकसभा चुनाव के नतीजों में देखने को मिला वैसा ही माहौल महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में भी है. इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि विधानसभा के अंदर ही घोखेबाजी हुई थी.

संजय सिंह ने बीजेपी पर हमला जारी रखते हुए कहा, “आपने बाइक चोर सुना होगा, कार चोर सुना होगा, बीजेपी ने तो पार्टी चोरी का काम किया. जिन लोगों पर आरोप लगाते थे कि इनका संबंध इकबाल मिर्ची से है, दाऊद इब्राहिम से है, अजित पवार पर आरोप लगाते थे कि 70 हजार करोड़ का घोटाला किया, अब सारे लोग अच्छे हो गए?”

CM शिंदे का जिक्र कर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद का बड़ा बयान, ‘महाराष्ट्र में उन्हें वोट करें जो…’

Maharashtra Election 2024: स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का कहना है कि वह किसी राजनीतिक पार्टी को समर्थन नहीं देते हैं बल्कि काम करने वाले लोगों को समर्थन देते हैं.

(स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती, फाइल फोटो)

Maharashtra Assembly Election 2024: ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती (Swami Avimukteshwaranand Saraswati) भी महाराष्ट्र चुनाव (Maharashtra Election) पर नजर बनाए हुए हैं. अपने बयानों के कारण चर्चा में रहने वाले अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि महाराष्ट्र में उन्हें वोट दिया जाना चाहिए जो हिंदुओं के हित में काम कर रहे हैं. उन्होंने सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) की भी तारीफ की और कहा कि वह छत्रपति शिवाजी महाराज वाला काम कर रहे हैं. उन्होंने गाय को ‘राज्यमाता’ का दर्जा दिया.

वह इसके पहले भी एकनाथ शिंदे की तारीफ कर चुके हैं. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती राजनीतिक बयानों के कारण भी चर्चा में रहते हैं. उन्होंने उस वक्त सबका ध्यान अपनी ओऱ खींचा था जब वह पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के घर पहुंचे थे. उन्होंने उद्धव ठाकरे से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में कहा था कि उनके साथ हुए विश्वासघात से हमें दुख है. जब तक वह दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बन जाते, हमारा दुख दूर नहीं होगा.

काम करने वालों को देता हूं समर्थन- अविमुक्ताश्वरानं

हालांकि इसके बाद वह एक कार्यक्रम में एकनाथ शिंदे के साथ नजर आए थे और उनकी तारीफ भी की थी. हाल में एबीपी न्यूज़ से बातचीत में अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा था कि महाराष्ट्र पहला ऐसा राज्य है जहां गाय को राज्य माता का दर्जा दिया है. इसलिए विधानसभा चुनाव में मौजूदा शिंदे सरकार को जीत का आशीर्वाद देते हैं. उन्होंने हालांकि यह भी साफ किया था कि जिस भी पार्टी द्वारा गाय की रक्षा को लेकर विचार रखा जाएगा उसे वह समर्थन देंगे. उन्होंने कहा था कि वह पार्टी विशेष को समर्थन नहीं देते, बल्कि जिस पार्टी का कार्य श्रेष्ठ होता है उसे ही समर्थन देते हैं.

चुनाव से पहले बड़ा फैसला लेते हुए सितंबर में एकनाथ शिंदे की सरकार ने गाय को राज्य माता का दर्जा दिया था. इसको लेकर डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि देसी गायें हमारे किसानों के लिए वरदान हैं. इसलिए उन्हें राज्य माता का दर्जा दिए जाने का फैसला किया गया है.

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