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महायुति में अब CM फेस पर खींचतान, शिंदे बोले- ज्यादा सीट का मतलब सीएम नहीं; फडणवीस का भी आया बयान

Maharashtra Election Result महाराष्ट्र में महायुति की बंपर जीत होती दिख रही है। विधानसभा की कुल 288 सीटों में से भाजपा गठबंधन 219 सीटों पर आगे चल रहा है। वहीं भाजपा अकेले 124 सीटों पर आगे है तो शिंदे की शिवसेना 55 सीटों पर आगे हैं। अब बड़ी जीत के बीच सीएम पद को लेकर महायुति में खींचतान शुरू हो गई है।

 

Maharashtra Election Result महाराष्ट्र में महायुति की लहर।

HighLights

  1. महाराष्ट्र में महायुति को मिला बंपर बहुमत।
  2. अकेली भाजपा 125 सीटों पर चल रही आगे।

डिजिटल डेस्क, मुंबई। Maharashtra Election Result  महाराष्ट्र चुनाव में महायुति गठबंधन की बंपर जीत हुई है। विधानसभा की कुल 288 सीटों में से भाजपा गठबंधन 219 सीटों पर आगे चल रहा है। वहीं, भाजपा अकेले 124 सीटों पर आगे है तो शिंदे की शिवसेना 55 सीटों पर आगे हैं।

अब बड़ी जीत के बीच सीएम पद को लेकर महायुति में खींचतान शुरू हो गई है।

शिंदे बोले- ज्यादा सीट लाने से कुछ नहीं होता

एकनाथ शिंदे ने चुनावी परिणाम पर रिएक्शन दिया है। शिंदे ने कहा कि अगर चुनाव में कोई ज्यादा सीट ले आता है तो वो सीएम फेस नहीं होता है। शिंदे के बयान से साफ हो गया है कि उन्होंने सीएम पद पर दावा ठोक दिया है।

फडणवीस बोले- मिलकर चुनेंगे सीएम

दूसरी तरफ देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा गठबंधन की उम्मीद से बड़ी जीत हुई है। उन्होंने कहा कि सीएम पद का फैसला मिलकर किया जाएगा।

ये है समीकरण

सीएम फेस की रेस में देवेंद्र फडणवीस का पलड़ा भारी दिख रहा है। दरअसल, महाराष्ट्र में भाजपा 145 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और वो 127 सीटों पर आगे चल रही है। भाजपा का जीत का स्ट्राइक रेट सबसे ज्यादा है। वहीं, एकनाथ शिंदे की शिवसेना 81 सीटों पर लड़कर 53 सीटों पर आगे चल रही है। भाजपा की बंपर जीत में फडणवीस को प्रमुख चेहरा माना जा रहा है।

एकनाथ शिंदे को भी सीएम बनने की रेस में पीछे नहीं माना जा सकता है। दरअसल, शिंदे ने ऐसे समय में भाजपा का साथ दिया था, जब उन्हें सबसे ज्यादा जरूरत थी। शिंदे ने शिवसेना को तोड़कर उद्धव ठाकरे को सबसे बड़ा झटका दिया था। इसी कारण भाजपा उन्हें इनाम दे सकती है।

Maharashtra: अजित पवार का दावा, ‘क्लिप में सुप्रिया सुले की आवाज’, फडणवीस बोले- मामला बेहद गंभीर

महाराष्ट्र में आज विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग जारी है। मतदान के एक दिन पहले बिटकॉइन घोटाला चर्चा में है। सुप्रिया सुले पर आरोप लगे हैं कि उन्होंने नाना पटोले के साथ चुनावों के लिए धन जुटाने हेतु बिटकॉइन घोटाले की आय का उपयोग किया है। बीजेपी ने आरोप के बाद एक ऑडियो क्लिप जारी किया जिसके बाद महाराष्ट्र की सियासत में भूचाल आ गया है।

अजित पवार का दावा, ‘क्लिप में सुप्रिया सुले की आवाज’ (फोटो- जागरण)

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Maharashtra Assembly Polls: महाराष्ट्र में आज विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हो रही है। राज्य में मतदान के ठीक एक दिन पहले दो बड़े मुद्दों की खास चर्चा रही। पहला मुद्दा ‘कैश फॉर वोट’ से जुड़ा है। वहीं, दूसरा मुद्दा ‘बिटकॉइन घोटाले’ से जुड़ा है। बहुजन महाविकास अघाड़ी ने मंगलवार को बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव पर ‘कैश फॉर वोट’ का आरोप लगाया था।

वहीं, मंगलवार रात पूर्व आईपीएस अधिकारी रवीन्द्रनाथ पाटिल ने एनसीपी (शरद पवार गुट) नेता सुप्रिया सुले और महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले पर चुनावों के लिए धन जुटाने हेतु बिटकॉइन घोटाले की आय का उपयोग करने का आरोप लगा। इस आरोप को बीजेपी ने भुनाने की पूरी कोशिश की।

हालांकि, सुप्रिया सुले ने बुधवार को आरोपों को सिरे से नकारते हुए निराधार बताया। उन्होंने कहा कि मैंने मानहानि का केस और आपराधिक मामला दर्ज कराया है। मैं कहीं भी, कभी भी, किसी भी मंच पर उनके (सुधांशु त्रिवेदी) पांच सवालों का जवाब देने के लिए तैयार हूं। ये आरोप पूरी तरह से झूठे और मनगढ़ंत हैं।

दरअसल, एक ऑडियो क्लिप इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। दावा किया गया है कि इस क्लिप में सुनाई दे रही आवाज सुप्रिया सुले और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले की है। हालांकि, जागरण इस क्लिप की पुष्टी नहीं करता है।

आरोप लगाए जा रहे हैं कि ये दोनों नेता बिटकॉइन घोटाले में शामिल हैं और उससे होने वाली कमाई का प्रयोग चुनाव प्रचार के दौरान किया जा रहा था। इस विवाद के बीच सुप्रिया सुले के चचेरे भाई अजित पवार का बयान सामने आया है। उन्होंने दावा किया है कि इस ऑडियो क्लिप में जो आवाज सुनाई दे रही है वह सुप्रिया सुले की ही है।

अजित पवार का दावा- मैं आवाज पहचानता हूं

बिटकॉइन विवाद के बीच सुप्रिया सुले के चचेरे भाई और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बड़ा दावा किया और कहा कि ऑडियो क्लिप में जो टोन है, उससे मैं आवाज़ पहचान सकता हूँ। उनमें से एक मेरी बहन की आवाज है और दूसरी वह है जिसके साथ मैंने काफ़ी काम किया है। मामले की जांच की जाएगी और सच्चाई सामने आएगी।

वहीं, अजित पवार की टिप्पणी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सुप्रिया सुले ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों का खंडन किया। सुप्रिया सुले ने कहा,”वह अजीत पवार हैं; वह कुछ भी कह सकते हैं। ‘राम कृष्ण हरि!”

 

Credit by ANI

 

क्या बोलीं सुप्रिया सुले?

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए एनसीपी (शरद पवार गुट) नेता सुप्रिया सुले ने लिखा,” मैं सुधांशु त्रिवेदी द्वारा मेरे खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों का खंडन करती हूं। यह सब अटकलें और भ्रम है और मैं किसी भी भाजपा प्रतिनिधि के साथ उनके द्वारा चुने गए समय और तिथि पर सार्वजनिक मंच पर बहस करने के लिए तैयार हूं।”

बिटकॉइन विवाद पर क्या बोले देवेंद्र फडणवीस?

वोट डालने के बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बिटकॉइन क्लिप और कैश फॉर वोट विवाद पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा जहां तक विनोद तावड़े का सवाल है, मैंने कल भी साफ कर दिया था कि न तो उन्होंने कोई पैसा बांटा और न ही उनके पास कोई पैसा मिला। जानबूझकर विवाद को हवा देने की कोशिश की गई, एक इकोसिस्टम का इस्तेमाल किया गया।

वहीं, सुप्रिया सुले और नाना पटोले पर लगे आरोपों का सवाल है, जिस तरह से एक पूर्व आईपीएस अधिकारी ने आरोप लगाए हैं और कुछ क्लिप जारी किए हैं, मुझे लगता है कि यह बहुत गंभीर मामला है। मैं सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि इस मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए। सच्चाई सामने आना जरूरी है। आरोप बहुत गंभीर हैं, इसकी पूरी जांच होनी चाहिए और लोगों के सामने एक निष्पक्ष रिपोर्ट आनी चाहिए, ऐसा मुझे लगता है। आवाज सुप्रिया सुले जैसी ही लग रही है, लेकिन पूरी निष्पक्षता के साथ, सब कुछ साफ होना चाहिए।

बिटकॉइन विवाद पर नाना पटोले ने क्या कहा?

बिटकॉइन विवाद पर नाना पटोले ने कहा है कि बीजेपी ने चुनाव से एक शाम पहले ओछी हरकत की है। ऑडियो क्लिप में मौजूद आवाज मेरी नहीं है, मैं तो किसान हूं। मुझे बिटकॉइन समझ नहीं आता है। हम भाजपा नेताओं पर मानहानि का केस करेंगे। मैं तो किसान हूं, मुझे भाजपा को बदनाम नहीं करना चाहिए था। बीजेपी से कुछ उम्मीद नहीं कर सकते हैं। बता दें कि भाजपा ने नाना पटोले और सुप्रिया सुले पर बिटकॉइन लेन-देन में शामिल रहने का आरोप लगाया है।

पूरा मामला समझिए

उल्लेखनीय है कि पूर्व आईपीएस अधिकारी रवीन्द्रनाथ पाटिल ने आरोप लगाया कि सुप्रिया सुले और महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने 2018 के क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी मामले से बिटकॉइन का दुरुपयोग किया और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए इसका इस्तेमाल किया।

इस आरोप के तुरंत बाद बीजेपी ने उस मुद्दे को पकड़ लिया। बीजेपी ने मंगलवार रात को एक पीसी की और कथित वॉयस नोट जारी किए, जिसमें दावा किया गया कि सुप्रिया सुले और नाना पटोले चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए बिटकॉइन को भुनाने की साजिश में शामिल हैं। इस पीसी के दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने यह भी दावा किया कि इस घटनाक्रम ने विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की पोल खोल दी है।

‘मोदी जी ये 5 करोड़ किसकी सेफ से निकला है?’, विनोद तावड़े के मामले पर बोले राहुल गांधी

बहुजन विकास आघाडी ने आरोप लगाएं हैं कि भाजपा नेता विनोद तावड़े पांच करोड़ रुपये लेकर मुंबई के एक होटल में पैसे बांटने के लिए पहुंचे थे. इस मामले में राहुल गांधी भी भाजपा पर हमलावर दिखाई दिए.

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी. (फाइल फोटो)

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावडे पर पैसे बांटने के आरोप लगे हैं. बहुजन विकास आघाडी ने आरोप लगाएं हैं कि विनोद तावड़े पांच करोड़ रुपये लेकर मुंबई के एक होटल में पैसे बांटने के लिए पहुंचे थे. इस मामले में राहुल गांधी भी भाजपा पर हमलावर दिखाई दिए. राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए लिखा, “ मोदी जी, यह 5 करोड़ किसके SAFE से निकला है? जनता का पैसा लूटकर आपको किसने टेंपो में भेजा है?”

भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता विनोद तावडे मुंबई के होटल में 5 करोड रुपए लेकर जा रहे थे, जहां पर बहुजन विकास आघाडी के नेताओं ने उन्हें घेर लिया और यह आरोप लगाया कि वह इस होटल में पैसे बांटने के लिए लेकर आए थे. हालांकि, विनोद तावड़े ने उनके ऊपर लगे इन आरोपों से साफ इनकार किया और कहा कि जिससे जांच करवाना है करवा लें.

आचार संहिता उल्लंघन के आरोप

इस कैश कांड को लेकर महाराष्ट्र में सियासी घमासान मच गया है. तावडे पर कैश बांटने का तो आरोप लगा ही है. इसी के साथ-साथ उनके खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन करने के मामले में भी केस दर्ज हुआ है. इस मामले में विनोद तावड़े ने भी अपनी सफाई पेश की है.

क्या बोले तावड़े?

विनोद तावड़े ने कहा, “नालासोपारा विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं की बैठक चल रही थी. उसमें वोटिंग के दिन और आचार संहिता के नियम क्या है. पोलिंग में क्या होता है. वह बताने मैं वहां पहुंचा था. विपक्ष को लगा कि मैं पैसे बांट रहा हूं… जिससे जांच करवाना है करवा लो.”

बैकफुट पर बीजेपी?

इस कैश कांड के बाद ये तो साफ है कि जिस ‘एक है तो सेफ है’ के नारे के साथ भाजपा लीड कर रही थी वो अब बैकफुट पर आ गई है और राहुल गांधी फ्रंटफुट पर खेल रहे हैं. अब देखना ये होगा कि चुनाव के परिणामों में इस कैश कांड का कितना असर पड़ेगा.

विपक्ष के लिए ‘यही रात अंतिम, यही रात भारी’, महाराष्ट्र में ‘Cash For Vote’ पर आया BJP का रिएक्शन

महाराष्ट्र में होने वाले चुनाव से ठीक एक दिन पहले नेताओं द्वारा मतदाताओं को पैसे बंटाने का मामला सामने आया है। महाविकास अघाड़ी दल द्वारा महायुति गठबंधन के नेताओं पर ये आरोप लगाए हैं। इसके बाद बीजेपी ने रिएक्शन दिया है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि विपक्ष के लिए यही रात अंतिम यही रात भारी वाली स्थिति है।

महाराष्ट्र में ‘Cash For Vote’ पर आया BJP का रिएक्शन (फाइल फोटो)

Maharashtra Vidhan Sabha Election: महाराष्ट्र में कल विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होगी। इससे पहले राज्य में सियासत गरमा गई है। दरअसल, राज्य में होने वाले चुनाव से ठीक एक दिन पहले नेताओं द्वारा मतदाताओं को पैसे बंटाने का मामला सामने आया है। महाविकास अघाड़ी दल द्वारा महायुति गठबंधन के नेताओं पर पैसे बांटने का आरोप लगाया गया है। वसई विरार में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर पैसे बांटने का आरोप लगा है। हालांकि, बीजेपी नेता विनोद तावड़े ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों का खंडन किया है। इस पूरे मामले में अब बीजेपी का रिएक्शन सामने आया है।

बीजेपी का आया रिएक्शन

भाजपा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “महाराष्ट्र में एमवीए द्वारा अंतिम प्रयास के रूप में एक निराधार आरोप लगाया गया है। विनोद तावड़े हमारे राष्ट्रीय सचिव हैं और पार्टी के कई कार्यों को देख रहे हैं। नालासोपारा निर्वाचन क्षेत्र के उम्मीदवार ने उन्हें बैठक में शामिल होने के लिए कहा था। वह पास से गुजर रहे थे, इसलिए उन्होंने सहमति व्यक्त की। इस तरह की बैठकें पार्टी कार्यकर्ताओं को मतदान प्रक्रिया के बारे में निर्देश देने के लिए की जाती हैं। हम जोर देते हैं कि होटल और आस-पास के इलाकों के सीसीटीवी की जाँच की जाए। 5 करोड़ रुपये जेब में नहीं लाए जा सकते। अगर कोई इसे ले जा रहा होगा तो यह दिखाई देगा। उन्हें सबूत दिखाना चाहिए और निराधार आरोप नहीं लगाने चाहिए।”

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, महाराष्ट्र में होने वाले मतदान से पहले महाविकास अघाड़ी दल द्वारा महायुति गठबंधन के नेताओं पर पैसे बांटने का आरोप लगाया गया है। वसई विरार में (BJP) के दिग्गज नेता और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े (Vinod Tawde) पर पैसे बांटने के आरोप लगे हैं। विनोद तावड़े के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करवाई गई है। आचार संहिता उल्लंघन मामले में उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है।

विनोद तावड़े ने दी सफाई

अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को विनोद तावड़े ने बेबुनियाद बताया और कहा कि नालासोपारा के विधायकों की बैठक चल रही थी। मैं उन्हें मतदान के दिन के लिए आदर्श आचार संहिता के बारे में बताने गया था, वोटिंग मशीनों को कैसे सील किया जाएगा और अगर कोई आपत्ति दर्ज की जाती है तो क्या करना है। पार्टी (बहुजन विकास अघाड़ी) के कार्यकर्ता अप्पा ठाकुर और क्षितिज को लगा कि हम पैसे बांट रहे हैं। चुनाव आयोग और पुलिस को जांच करनी चाहिए, उन्हें सीसीटीवी फुटेज मिलनी चाहिए। मैं 40 साल से पार्टी में हूं। अप्पा ठाकुर और क्षितिज मुझे जानते हैं और पूरी पार्टी मुझे जानती है। फिर भी, मेरा मानना है कि चुनाव आयोग को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए।

वहीं, बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि अगर विपक्ष के पास ऐसे कोई सबूत हैं तो उन्हें चुनाव आयोग के पास जाना चाहिए। अमित मालवीय ने इस घटना को साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा,’चुनाव से 24 घंटे पहले नेता अपने बूथ का मैनेजमेंट देखते हैं।

 

महाराष्ट्र चुनाव 2024 में CM योगी का गरजना: कांग्रेस पर तीखा हमला, क्या है राज़?

CM योगी आदित्यनाथ ने महाराष्ट्र में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस को अंग्रेजों के डीएनए वाला बताया और विभाजन के लिए ज़िम्मेदार ठहराया। योगी ने पीओके और बलूचिस्तान को भारत का हिस्सा बनाने की भी बात कही।

कोल्हापुर/सतारा/पुणे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाराष्ट्र में चौथे दिन चुनावी प्रचार में उतरे। उन्होंने कांग्रेस के नेताओं, नीतियों व सहयोगियों पर खूब हमला किया। सीएम ने कहा कि कांग्रेस के अंदर अंग्रेजों का डीएनए है। इनका इतिहास भारत के साथ धोखा देने का रहा है। कांग्रेस की कायरता, सत्तालोलुपता थी कि भारत को दो टुकड़ों में बांट दिया। लाखों हिंदू काटे गए। 1947 में कांग्रेस नेतृत्व चाहता तो भारत का विभाजन नहीं होता और न ही पाकिस्तान बनता। पाकिस्तान के लिए दंगा करने वाले मुसलमानों से वैसे ही निपटा जा सकता था, जैसे आज निपटते हैं।

राजनीतिक स्वार्थ के लिए कांग्रेस ने देश व हिंदुओं को बांटा

सीएम योगी ने महाराष्ट्र की धरती पर महापुरुषों का वंदन किया। उन्होंने बताया कि 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद मैं आगरा में निरीक्षण कर रहा था, बताया गया कि यहां मुगल म्यूजियम है, जिसमें औरंगजेब व मुगल शासन के प्रतीक रखे जाएंगे। मैंने पूछा कि मुगलों का भारत से क्या संबंध है। इसे हटाइए, म्यूजियम छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर होगा और यहां भारत के गौरव को दर्शाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में महायुति में जोड़ने वाली ताकते हैं तो महा अघाड़ी के नाम पर महा अनाड़ी गठबंधन बांटने का कार्य कर रहा है। राजनीतिक स्वार्थ के लिए कांग्रेस ने देश, हिंदू समाज को बांटा। कांग्रेस के अंदर अंग्रेजों का डीएनए आ गया है। कांग्रेस के लिए देशहित कभी महत्व नहीं रखता। अंग्रेजों की तरह यह भी बांटों और राज करो की नीति पर चल रहे हैं।

पहले पीओके, फिर बलूचिस्तान व पाकिस्तान के अन्य भाग भी भारत के हिस्से बनेंगे

सीएम योगी ने भोसरी में कहा कि पाकिस्तान परस्त आतंकी अब भारत की सीमा का अतिक्रमण नहीं कर सकता। उसे पता है कि नया भारत घुसकर मारता है। 10 वर्ष में पाकिस्तान की हालत यह हो है कि कटोरा लेकर घूम रहा है, लेकिन कोई भीख भी नहीं दे रहा। सीएम ने आह्वान किया कि भारत की ताकत को बढ़ाइए तो पहले पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) भारत में आएगा, फिर बलूचिस्तान व पाकिस्तान के अन्य भाग भी भारत के हिस्से बनेंगे। गोहत्या बंद कराने का काम भी महायुति गठबंधन ही कर पाएगा, कांग्रेस नेतृत्व नहीं।

खड़गे जी के गांव में कत्लेआम करने वाले कट्टरपंथी मुसलमान वही हैं, जो आज शोभायात्राओं पर पत्थऱबाजी करते हैं

सीएम कांग्रेस नेत्री प्रियंका वाड्रा के साथ ही पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर भी हमलावर रहे। बोले कि 1947 में खड़गे जी के गांव बारावत्ती को हैदराबाद के निजाम के रजाकारों ने जला दिया था, जिसमें उनकी मां, बहन व चाची की मृत्यु हो गई थी। जब मैं कहता हूं कि बंटोगे तो कटोगे तो खड़गे जी को बुरा लगता है। खड़गे जी बताइए कि निजाम और उसके रजाकार कौन थे, जिन्होंने निर्ममतापूर्वक हिंदुओं का कत्लेआम किया था। आप कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, लेकिन नेतृत्व के भय से नहीं बोल रहे। आपको सच्चाई बोलनी चाहिए। निजाम का रजाकार कोई और नहीं, बल्कि वही कट्टरपंथी मुस्लिम हैं, जो आज भी गणपति महोत्सव, रामनवमी शोभायात्रा पर पथराव व विशालगढ़ जैसे किलों पर कब्जा कर भारत को अपमानित करने का कार्य करते हैं।

महायुति सरकार बनी तो पत्थरबाज घर में सिमट जाएंगे

सीएम योगी ने कहा कि जब विशालगढ़ में अतिक्रमण हटाने की कोशिश की जाती है तो पत्थरबाजी शुरू हो जाती है। सनातन पर प्रहार भारत पर प्रहार है। सनातन भारत के आधार का प्रतीक है, इस पर प्रहार महाविनाश को आमंत्रित करता है।महायुति गठबंधन की सरकार बनती है तो विशालगढ़ किले का अतिक्रमण हट जाएगा, गणपति बप्पा व रामनवमी की शोभायात्रा पर पथराव का कोई दुस्साहस नहीं कर पाएगा। पत्थरबाज घर में सिमट जाएंगे, बाहर नहीं निकल पाएंगे। यदि निकलकर पत्थरबाजी किए तो यूपी का सूत्र लागू हो जाएगा और राम नाम सत्य की यात्रा निकलेगी। सीएम ने चेताया कि बंटेंगे नहीं तो कटेंगे नहीं, एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे।

कांग्रेस, उद्धव ठाकरे व पवार साहब में आपस में ही चल रही नूराकुश्ती

सीएम योगी ने कहा कि यह चुनाव महाराष्ट्र व भारत के लिए बहुत मायने रखता है। एक तरफ पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट), एनसीपी (अजीत पवार गुट) व आरपीआई का महायुति गठबंधन है, जिसका ध्येय ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ है तो दूसरी तरफ महा अघाड़ी के रूप में महा अनाड़ी गठबंधन है। इनके पास नीति, नैतिक बल और निर्णय लेने का सामर्थ्य भी नहीं है। सबका साथ, परिवार का विकास ही इनका नारा है। कांग्रेस, उद्धव ठाकरे व पवार साहब में आपस में ही नूराकुश्ती चल रही है कि कौन-किसे कितना मात दे देता है। यह पहले एक-दूसरे, फिर हिंदू समाज, उसके बाद देश को धोखा देंगे।

बाल ठाकरे नहीं करते कांग्रेस से गठबंधन, उद्धव ठाकरे भटक गए

 

सीएम योगी ने कहाकि बाला साहेब ठाकरे ने मूल्यों की राजनीति की थी, वे होते तो कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करते, लेकिन उद्धव ठाकरे मूल्यों व आदर्शों से भटक गए। वे कहते थे कि हिंदुत्व के मुद्दे पर छत्रपति शिवाजी को सामने रखकर ही काम करेंगे। छत्रपति शिवाजी जिनके आदर्श रहे हों, वह बांटने की नहीं, एकता की बात करके एक भारत बनाने के लिए कार्य करते हैं।

कांग्रेस नहीं चाहती कि युवाओं को नौकरी व महिलाओं को लाडली योजना का लाभ मिले

सीएम योगी ने कहा कि 2014 के पहले महाराष्ट्र में सर्वाधिक किसानों ने आत्महत्या की थी। आज किसान सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है। जितना केंद्र सरकार दे रही है, उतना ही महायुति गठबंधन सरकार भी देगी। यह सुविधा न मिल पाए, इसके लिए कांग्रेस व गठबंधन ने न्यायालय में अपील की। वे नहीं चाहते कि युवाओं को नौकरी मिले, महिलाओं को लाडली बहना योजना का लाभ मिले और किसान खुशहाल हों। सीएम ने कहा कि अयोध्या जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए महायुति सरकार ने भव्य महाराष्ट्र भवन बनाने के लिए जमीन आरक्षित कराकर कार्य प्रारंभ कर दिया है।

इन प्रत्याशियों के लिए की रैली

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को तीन जनसभा की। पहली रैली में कोल्हापुर दक्षिण से भाजपा उम्मीदवार अमल महादिक, कोल्हापुर उत्तर से शिवसेना (शिंदे गुट) राजेश क्षीरसागर, कारवीर से चंद्रवीर नारके के लिए वोट मांगा। उनकी दूसरी रैली कराड उत्तर विधानसभा क्षेत्र में हुई। भाजपा ने यहां से मनोज भीमराव घोरपड़े को टिकट दिया है। वहीं मुख्यमंत्री ने तीसरी रैली भोसरी विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी महेश किशनराव लांडगे के पक्ष में की।

Maharashtra Assembly Election 2024: बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने कहा, ‘शरद पवार ने वोट जिहाद जैसी बातें फैलाईं. राहुल गांधी, सलमान खुर्शीद का परिवार वोट जिहाद फैलाता है, उन्हें शर्म आनी चाहिए.’

शरद पवार को हिंदुओं के बारे में बोलने में शर्म आती है?’, उलेमा बोर्ड की मांग पर भड़के किरीट सोमैया

Maharashtra Vidhan Sabha Chunav 2024: महाराष्ट्र चुनाव से पहले ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड ने विपक्षी महाविकास अघाड़ी को समर्थन देने की बात कही है, लेकिन उन्होंने अपनी शर्तों की एक लिस्ट भी पकड़ा दी है. इसमें RSS को बैन करने की मांग है, जिसके बाद से प्रदेश में सियासत तेज हो गई है. इस पर अब बीजेपी नेता किरीट सोमैया (Kirit Somaiya) ने पलटवार किया है.

भारतीय जनता पार्टी के नेता किरीट सोमैया ने कहा, “क्या शरद पवार को हिंदुओं के बारे में बोलने में शर्म आती है या उन्हें डर लगता है? कोई मौलाना खलीलुर रहमान सज्जाद नोमानी जैसा कोई बयान नहीं देता कि अगर कोई हिंदू बीजेपी के खिलाफ वोट करता है, तो उसका सामाजिक बहिष्कार करें और उसका नाम अब्दुल रहमान रखें. हिंदुत्व में ऐसी भाषा नहीं होती है.”

 

शरद पवार पर भड़के किरीट सोमैया
उन्होंने कहा, “शरद पवार ने ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड और मराठी मुस्लिम सेवा संघ को समर्थन दिया है. उलमा बोर्ड की बातें एमवीए और शरद पवार ने मान्य की. जिसमें 10 फीसदी आरक्षण करना है, आरएसएस के ऊपर प्रतिबंध लगाना है. ऐसे में शरद पवार ने वोट जिहाद जैसी बातें फैलाईं. राहुल गांधी, सलमान खुर्शीद का परिवार वोट जिहाद फैलाता है, उन्हें शर्म आनी चाहिए.”

शरद पवार और उलेमा बोर्ड ने क्या कहा?
बता दे एनसीपी एसपी प्रमुख  शरद पवार ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर वोट जिहाद को लेकर तंज कसा है. उन्होंने कहा, वह अपने सहयोगियों के साथ ‘वोट जिहाद’ शब्द का इस्तेमाल करके धार्मिक विवाद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं.

जबकि, सात नवंबर को एनसीपी (एसपी) के मुखिया शरद पवार, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले को चिट्ठी लिखकर उलेमा बोर्ड ने कहा, अगर MVA उसकी मांगे मानता है तो वह एमवीए के उम्मीदवारों का प्रचार भी करेंगे. बोर्ड ने 17 शर्तें भी रखी हैं, जिनमें मुसलमानों को 10 फीसदी आरक्षण देने, RSS पर बैन लगाने जैसी मांगें रखी हैं.

Election 2024: अमित शाह आज की चार बैठकों के लिए ही नागपुर पहुंचे थे. वह रेडिसन ब्लू होटल में ठहरे थे और सुबह करीब 11 बजे होने वाली जनसभा के लिए रवाना होने वाले थे, लेकिन अचानक जनसभा रद्द कर दी गई.

Maharashtra Assembly Election 2024: नागपुर पहुंचने के बावजूद अचानक अमित शाह ने रद्द कर दीं चार सभाएं, जानें वजह

Maharashtra Assembly Election 2024 Latest News:  के लिए आज (17 नवंबर 2024) होने वाली अपनी जनसभाओं और बैठकों को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रद्द कर दिया है. वह सभी सभा रद्द कर नागपुर से निकल गए. गढ़चिरौली, वर्धा और नागपुर जिलों के काटोल और सावनेर में उनकी सभी चार बैठकें रद्द कर दी गईं हैं. हालांकि अभी जनसभाओं के रद्द होने का कोई कारण पता नहीं चला है.

इससे पहले अमित शाह आज की चार बैठकों के लिए ही नागपुर पहुंचे थे . वह नागपुर के रेडिसन ब्लू होटल में ठहरे थे. वह आज सुबह करीब 11 बजे जनसभा के लिए गढ़चिरौली रवाना होने वाले थे, लेकिन अचानक पता चला कि उनका दौरा रद्द कर दिया गया है.

कहां कहां होनी थी जनसभा

भारतीय जनता पार्टी के तय कार्यक्रम के अनुसार अमित शाह की रविवार को पहली जनसभा गढ़चिरौली विधानसभा एरिया में सुबह 11 बजे से होनी थी. वह यहां छत्रपति शिवाजी कॉलेज ग्राउंड में लोगों को संबोधित करने वाले थे. इसके बाद अमित शाह को वर्धा विधानसभा क्षेत्र में दोपहर 12:45 बजे से जनसभा को संबोधित करना था. वर्धा के बाद केंद्रीय गृह मंत्री को काटोल विधानसभा क्षेत्र में जाकर वहां दोपहर करीब 2:15 बजे से एक जनसभा को संबोधित करना था. इसके बाद कार्यकर्ताओं के साथ भी बैठक होनी थी.

महायुति और महाविकास अघाड़ी के बीच है मुकाबला

बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों के लिए सिंगल फेज में 20 नवंबर को मतदान होना है. चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे. महाराष्ट्र का चुनाव इसलिए भी खास है क्योंकि ये राजनीतिक महत्व रखने वाला देश का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है और यहां कई पार्टियां मैदान में हैं. फिलहाल महाराष्ट्र में बीजेपी, शिवसेना शिंदे गुट और एनसीपी अजित पवार गुट का गठबंधन महायुति सत्ता में है. महायुति गठबंधन का सीधा मुकाबला कांग्रेस, शिवसेना यूबीटी गुट और एनसीपी शरद पवार गुट के गठबंधन महाविकास अघाड़ी से है.

Asaduddin Owaisi in Solapur: क्या है असदुद्दीन ओवैसी के ’15 मिनट’ वाले बयान का मतलब? जिसने महाराष्ट्र में चुनावी माहौल को किया गर्म

असदुद्दीन ओवैसी और देवेंद्र फडणवीस के बीच चल रही जुबानी जंग ने महाराष्ट्र चुनाव को और भी अधिक गर्म कर दिया है, जिसमें ओवैसी का ’15 मिनट’ का तंज, और फडणवीस का औरंगजेब वाला बयान शामिल है.

Asaduddin Owaisi in Solapur: महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव के प्रचार के दौरान AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर 2012 के विवादित “15 मिनट” वाले बयान का जिक्र किया. ओवैसी ने इस बयान का संदर्भ डिप्टी मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के साथ चल रही जुबानी जंग में तंज के तौर पर लिया. यह बयान उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी के उस बयान की याद दिलाता है, जिसमें उन्होंने कहा था कि 15 मिनट के लिए पुलिस को हटा दो तो हम दिखा देंगे कौन ताकतवर है.

15 मिनट’ बयान का नया संदर्भ

ओवैसी ने पुलिस के नोटिस और अपने भाषण के वक्त को जोड़ते हुए चुटकी ली. उन्होंने मंच से 9:45 का समय दिखाते हुए कहा, “अभी 15 मिनट बाकी हैं,” ताकि यह स्पष्ट हो सके कि उनका बयान चुनाव प्रचार के बचे हुए समय से जुड़ा है. इसके साथ ही ओवैसी ने मराठी में दिए गए नोटिस की तस्वीर ली और नोटिस पर सवाल उठाते हुए कहा, “क्या पुलिस को केवल हमसे ही मोहब्बत है?”

 

महाराष्ट्र में AIMIM का चुनावी अभियान

AIMIM महाराष्ट्र विधानसभा की 16 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. असदुद्दीन ओवैसी और उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी महाराष्ट्र में अपने उम्मीदवारों का प्रचार करने में जुटे हुए हैं. ओवैसी ने दावा किया कि AIMIM राज्य में एक सेक्युलर सरकार का समर्थन करेगी और मुख्यमंत्री पद के लिए एक धर्मनिरपेक्ष उम्मीदवार का समर्थन करेगी.

 

फडणवीस का जवाबी हमला

असदुद्दीन ओवैसी के बयान के बाद फडणवीस ने उन पर निशाना साधते हुए कहा कि ओवैसी महाराष्ट्र में औरंगजेब का महिमामंडन कर रहे हैं और उन्हें महाराष्ट्र में कोई काम नहीं है. फडणवीस ने ओवैसी को चुनौती देते हुए कहा, “तू उधर ही रह, क्योंकि यहां तेरा कोई काम नहीं है.”

 

विवादित बयान का इतिहास

2012 में असदुद्दीन ओवैसी के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा था, “हिंदुस्तान में हम 25 करोड़ हैं और तुम 100 करोड़. अगर 15 मिनट के लिए पुलिस हटा दी जाए तो हम दिखा देंगे कि कौन ताकतवर है.” इस बयान पर अकबरुद्दीन के खिलाफ केस दर्ज हुआ था और उन्हें जेल भी जाना पड़ा था, हालांकि बाद में उन्हें संदेह का लाभ देते हुए अदालत ने बरी कर दिया था.

शिंदे से पहले हम BJP के साथ सरकार बनाने वाले थे लेकिन…चुनाव से पहले अज‍ित पवार का बड़ा खुलासा

Maharashtra Election: अजित पवार ने कहा-हम सभी विधायकों के सिग्‍नेचर लेकर बैठे थे. लेकिन ऐन वक्‍त पर कुछ ऐसा हुआ क‍ि हम बीजेपी की सरकार में शामिल नहीं हो पाए.

सभा को संबोध‍ित करते अज‍ित पवार

महाराष्‍ट्र चुनाव से पहले एनसीपी नेता अज‍ित पवार ने बड़ा खुलासा किया है. बताया क‍ि ज‍िस वक्‍त बीजेपी और एकनाथ शिंदे मिलकर सरकार बना रहे थे, उस वक्‍त हम भी पूरी तरह तैयार थे. हम सरकार बनाने वाले थे. सारे व‍िधायकों के सिग्‍नेचर कराए ल‍िए गए थे, लेकिन ऐन वक्‍त पर कुछ ऐसा हुआ क‍ि हम सरकार में शामिल नहीं हो पाए. अज‍ित पवार ने ये भी बताया क‍ि क्‍यों उन्‍हें अलग होने की जरूरत पड़ी.

नास‍िक में एक चुनावी सभा को संबोध‍ित करते हुए अजित पवार ने कहा, उस वक्‍त कुछ राजनीतिक स्थिति बनी थी. तब एकनाथ शिंदे ने एक भूमिका निभाई और फिर सरकार में चले गए. एकनाथराव और देवेन्द्र फडणवीस ने मिलकर सरकार बनाई. उसी समय हमारे सभी एनसीपी विधायकों ने भी निर्णय लिया था. हमने सिग्‍नेचर भी कर द‍िए थे. दिलीप बुनकर, नरहरि जिरवाल, माणिकराव कोकाटे, सरोज अहिरे और छगन भुजबल और नितिन पवार समेत सभी व‍िधायकों के सिग्‍नेचर हमारे पास थे, लेकिन तभी कुछ ऐसी घटनाएं घटीं क‍ि संभव नहीं हो पाया.

तो शरद पवार को पता था?

अज‍ित पवार का यह दावा काफी महत्‍वपूर्ण है. क्‍योंक‍ि उनके दावे की मानें तो शरद पवार को इसके बारे में जानकारी थी. क्‍योंक‍ि इसके काफी द‍िनों बाद एनसीपी में व‍िभाजन हुआ. और अज‍ित पवार अभी ज‍िन लोगों के नाम ले रहे हैं, वे सारे लोग शरद पवार का साथ छोड़कर अज‍ित पवार के साथ चले गए थे. इससे ये भी साफ है क‍ि एनसीपी में काफी पहले से बीजेपी के साथ जाने को लेकर ख‍िचड़ी पक रही थी. शायद शरद पवार उसे समय से भांप नहीं पाए.

शरद गुट पर सीधा हमला

कुछ द‍िनों पहले शरद गुट के नेताओं ने आरोप लगाया था क‍ि लड़की बहिन योजना से महाराष्‍ट्र दीवाल‍िया हो जाएगा. इस पर जवाब देते हुए अज‍ित पवार ने कहा, मैं पैसे का मोल समझता हूं. यह पैसा गरीबों को दिया जा रहा है. उसकी जात‍ि नहीं देखी जाती. सिर्फ गरीब बहनों को इसका लाभ दे रहे हैं. वे इतने वक्‍त तक सत्‍ता में रहे, क्‍या क‍िया. सवा रुपया दक्ष‍िणा तक नहीं देते थे. अब हम सीधे बहनों के खाते में पैसे दे रहे हैं. कोई बिचौल‍िया नहीं है. टिकटों के बंटवारे पर अज‍ित पवार ने कहा, साढ़े बारह प्रतिशत सीटें पिछड़े वर्ग को दी गईं. 10 फीसदी सीटें मुस्लिम समुदाय को दी गईं. हम सबको साथ लेकर चलते हैं, भेदभाव नहीं करते. साहू फुले अंबेडकर की विचारधारा पर चल रहे हैं. वो लोग इसे समझ नहीं पाएंगे.

 

 

 

 

Maharashtra Election 2024: ‘…तो BJP के साथ जाएंगे’, Uddhav Thackeray ने BJP के साथ फिर से हाथ मिलाने को लेकर क्या कहा जो वायरल हुआ

Election: उद्धव ठाकरे ने कहा कि 2014 पहले BJP ने ही मेरा साथ छोड़ा. 2019 में उन्होंने मुझे फिर फंसाया. वह कहीं भी जा सकते हैं, लेकिन मैं नहीं जा सकता. उन्होंने मुझे फंसाया, इसलिए मैंने उन्हें छोड़ा.

उद्धव ठाकरे ने राज ठाकरे पर भी किया हमला

Maharashtra Assembly Election 2024 Latest News: शिवसेना (उद्धव बाला ठाकरे/UBT) गुट के मुखिया उद्धाव ठाकरे ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले अपनी राजनीति, बीजेपी और भविष्य में बीजेपी के साथ जाने की संभावनाओं पर अपना रुख साफ किया है. उद्धव ठाकरे का कहना है कि वह किसी भी स्थिति में बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे.

उद्धव ठाकरे ने आजतक से बातचीत में कहा कि बीजेपी के साथ जाने का सवाल ही नहीं है. मैं उनके साथ क्यों जाऊंगा. उन्होंने मेरी पार्टी तोड़ी, मेरी पार्टी को खत्म करने की कोशिश की, मेरे परिवार को बदनाम कर रहे हैं, मेरे बेटे को बदनाम कर रहे हैं. मुझे नकली संतान कहा, तो क्या नकली संतान के साथ मोदी जी हाथ मिलाएंगे. इन लोगों ने मेरी माता जी और पिता जी का अपमान किया है. खैर मैं मोदी जी की बातों पर कुछ बात नहीं करता. उनको तो भगवान ने भेजा है.

BJP ने पहले मेरा साथ छोड़ा’

महाराष्ट्र की राजनीति में गठबंधन में राजनीतिक दलों के इधर से उधर पाला बदलने पर उद्धव ठाकरे ने कहा, “मैं एक ही जगह पर हूं. मैं कहीं नहीं गया. बीजेपी ने 2014 में मेरा साथ पहले छोड़ा था. उस वक्त भी मैं हिंदू था, 2019 में उन्होंने मुझे फंसाया. वह कहीं भी जा सकते हैं, मैं नहीं जा सकता. मैं वहीं पर हूं. उन्होंने मुझे फंसाया, इसलिए मैंने उनको छोड़ दिया.”

‘बीजेपी करती है सत्ता जिहाद’

पीएम मोदी की ओर से वोट जिहाद का आरोप लगाने पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी वाले खुद सत्ता जिहाद करते हैं. वह जो करते हैं वह पावर जिहाद है, कुर्सी जिहाद है. आज वो लोग जो कुछ भी हैं वह मेरे पिता जी का ही बनाया हुआ है. उन्होंने कहा, “अगर बीजेपी के धोखे के बाद मैं सीएम बना तो मुझे गद्दारी करके क्यों हटवाया. मेरे पिता जी ने इन्हें सब कुछ दिया, अगर उनका बेटा सीएम बना तो क्या दिक्कत, क्या इन्हीं के परिवार का सबकुछ बन सकता है. वह मेरे पिता जी का नाम लेकर वोट मांग रहे हैं.”

बताई अमित ठाकरे को समर्थन न देने की वजह

जब उद्धव ठाकरे से पूछा गया कि आदित्य ठाकरे जब पहली बार चुनाव में उतरे थे तो राज ठाकरे ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा था, लेकिन इस बार जब उनके बेटे अमित ठाकरे पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं तो आपने इस तरह की पहल नहीं की. इस सवाल के जवाब में उद्धव ने कहा, “मैंने इस पर काफी सोचा कि उनकी (राज ठाकरे) राजनीतिक भूमिका क्या है. पिछले चुनाव में उन्होंने मोदी का समर्थन किया था. अब कह रहे हैं कि देवेंद्र फड़णवीस सीएम बनेंगे. जो महाराष्ट्र को लूट रहे हैं वह उन्हीं को सीएम बनाने की बात कह रहे हैं, तो भैया माफ करो… इसलिए मैं ऐसे लोगों का साथ नहीं दूंगा जो महाराष्ट्र को लूटने वालों का साथ दे रहे हैं.”

 

 

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