बहुजन विकास आघाडी ने आरोप लगाएं हैं कि भाजपा नेता विनोद तावड़े पांच करोड़ रुपये लेकर मुंबई के एक होटल में पैसे बांटने के लिए पहुंचे थे. इस मामले में राहुल गांधी भी भाजपा पर हमलावर दिखाई दिए.
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी. (फाइल फोटो)
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावडे पर पैसे बांटने के आरोप लगे हैं. बहुजन विकास आघाडी ने आरोप लगाएं हैं कि विनोद तावड़े पांच करोड़ रुपये लेकर मुंबई के एक होटल में पैसे बांटने के लिए पहुंचे थे. इस मामले में राहुल गांधी भी भाजपा पर हमलावर दिखाई दिए. राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए लिखा, “ मोदी जी, यह 5 करोड़ किसके SAFE से निकला है? जनता का पैसा लूटकर आपको किसने टेंपो में भेजा है?”
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता विनोद तावडे मुंबई के होटल में 5 करोड रुपए लेकर जा रहे थे, जहां पर बहुजन विकास आघाडी के नेताओं ने उन्हें घेर लिया और यह आरोप लगाया कि वह इस होटल में पैसे बांटने के लिए लेकर आए थे. हालांकि, विनोद तावड़े ने उनके ऊपर लगे इन आरोपों से साफ इनकार किया और कहा कि जिससे जांच करवाना है करवा लें.
आचार संहिता उल्लंघन के आरोप
इस कैश कांड को लेकर महाराष्ट्र में सियासी घमासान मच गया है. तावडे पर कैश बांटने का तो आरोप लगा ही है. इसी के साथ-साथ उनके खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन करने के मामले में भी केस दर्ज हुआ है. इस मामले में विनोद तावड़े ने भी अपनी सफाई पेश की है.
क्या बोले तावड़े?
विनोद तावड़े ने कहा, “नालासोपारा विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं की बैठक चल रही थी. उसमें वोटिंग के दिन और आचार संहिता के नियम क्या है. पोलिंग में क्या होता है. वह बताने मैं वहां पहुंचा था. विपक्ष को लगा कि मैं पैसे बांट रहा हूं… जिससे जांच करवाना है करवा लो.”
बैकफुट पर बीजेपी?
इस कैश कांड के बाद ये तो साफ है कि जिस ‘एक है तो सेफ है’ के नारे के साथ भाजपा लीड कर रही थी वो अब बैकफुट पर आ गई है और राहुल गांधी फ्रंटफुट पर खेल रहे हैं. अब देखना ये होगा कि चुनाव के परिणामों में इस कैश कांड का कितना असर पड़ेगा.
महाराष्ट्र में होने वाले चुनाव से ठीक एक दिन पहले नेताओं द्वारा मतदाताओं को पैसे बंटाने का मामला सामने आया है। महाविकास अघाड़ी दल द्वारा महायुति गठबंधन के नेताओं पर ये आरोप लगाए हैं। इसके बाद बीजेपी ने रिएक्शन दिया है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि विपक्ष के लिए यही रात अंतिम यही रात भारी वाली स्थिति है।
महाराष्ट्र में ‘Cash For Vote’ पर आया BJP का रिएक्शन (फाइल फोटो)
Maharashtra Vidhan Sabha Election: महाराष्ट्र में कल विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होगी। इससे पहले राज्य में सियासत गरमा गई है। दरअसल, राज्य में होने वाले चुनाव से ठीक एक दिन पहले नेताओं द्वारा मतदाताओं को पैसे बंटाने का मामला सामने आया है। महाविकास अघाड़ी दल द्वारा महायुति गठबंधन के नेताओं पर पैसे बांटने का आरोप लगाया गया है। वसई विरार में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर पैसे बांटने का आरोप लगा है। हालांकि, बीजेपी नेता विनोद तावड़े ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों का खंडन किया है। इस पूरे मामले में अब बीजेपी का रिएक्शन सामने आया है।
बीजेपी का आया रिएक्शन
भाजपा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, “महाराष्ट्र में एमवीए द्वारा अंतिम प्रयास के रूप में एक निराधार आरोप लगाया गया है। विनोद तावड़े हमारे राष्ट्रीय सचिव हैं और पार्टी के कई कार्यों को देख रहे हैं। नालासोपारा निर्वाचन क्षेत्र के उम्मीदवार ने उन्हें बैठक में शामिल होने के लिए कहा था। वह पास से गुजर रहे थे, इसलिए उन्होंने सहमति व्यक्त की। इस तरह की बैठकें पार्टी कार्यकर्ताओं को मतदान प्रक्रिया के बारे में निर्देश देने के लिए की जाती हैं। हम जोर देते हैं कि होटल और आस-पास के इलाकों के सीसीटीवी की जाँच की जाए। 5 करोड़ रुपये जेब में नहीं लाए जा सकते। अगर कोई इसे ले जा रहा होगा तो यह दिखाई देगा। उन्हें सबूत दिखाना चाहिए और निराधार आरोप नहीं लगाने चाहिए।”
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, महाराष्ट्र में होने वाले मतदान से पहले महाविकास अघाड़ी दल द्वारा महायुति गठबंधन के नेताओं पर पैसे बांटने का आरोप लगाया गया है। वसई विरार में (BJP) के दिग्गज नेता और राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े (Vinod Tawde) पर पैसे बांटने के आरोप लगे हैं। विनोद तावड़े के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज करवाई गई है। आचार संहिता उल्लंघन मामले में उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है।
विनोद तावड़े ने दी सफाई
अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को विनोद तावड़े ने बेबुनियाद बताया और कहा कि नालासोपारा के विधायकों की बैठक चल रही थी। मैं उन्हें मतदान के दिन के लिए आदर्श आचार संहिता के बारे में बताने गया था, वोटिंग मशीनों को कैसे सील किया जाएगा और अगर कोई आपत्ति दर्ज की जाती है तो क्या करना है। पार्टी (बहुजन विकास अघाड़ी) के कार्यकर्ता अप्पा ठाकुर और क्षितिज को लगा कि हम पैसे बांट रहे हैं। चुनाव आयोग और पुलिस को जांच करनी चाहिए, उन्हें सीसीटीवी फुटेज मिलनी चाहिए। मैं 40 साल से पार्टी में हूं। अप्पा ठाकुर और क्षितिज मुझे जानते हैं और पूरी पार्टी मुझे जानती है। फिर भी, मेरा मानना है कि चुनाव आयोग को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए।
वहीं, बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि अगर विपक्ष के पास ऐसे कोई सबूत हैं तो उन्हें चुनाव आयोग के पास जाना चाहिए। अमित मालवीय ने इस घटना को साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा,’चुनाव से 24 घंटे पहले नेता अपने बूथ का मैनेजमेंट देखते हैं।
CM योगी आदित्यनाथ ने महाराष्ट्र में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस को अंग्रेजों के डीएनए वाला बताया और विभाजन के लिए ज़िम्मेदार ठहराया। योगी ने पीओके और बलूचिस्तान को भारत का हिस्सा बनाने की भी बात कही।
कोल्हापुर/सतारा/पुणे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाराष्ट्र में चौथे दिन चुनावी प्रचार में उतरे। उन्होंने कांग्रेस के नेताओं, नीतियों व सहयोगियों पर खूब हमला किया। सीएम ने कहा कि कांग्रेस के अंदर अंग्रेजों का डीएनए है। इनका इतिहास भारत के साथ धोखा देने का रहा है। कांग्रेस की कायरता, सत्तालोलुपता थी कि भारत को दो टुकड़ों में बांट दिया। लाखों हिंदू काटे गए। 1947 में कांग्रेस नेतृत्व चाहता तो भारत का विभाजन नहीं होता और न ही पाकिस्तान बनता। पाकिस्तान के लिए दंगा करने वाले मुसलमानों से वैसे ही निपटा जा सकता था, जैसे आज निपटते हैं।
राजनीतिक स्वार्थ के लिए कांग्रेस ने देश व हिंदुओं को बांटा
सीएम योगी ने महाराष्ट्र की धरती पर महापुरुषों का वंदन किया। उन्होंने बताया कि 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद मैं आगरा में निरीक्षण कर रहा था, बताया गया कि यहां मुगल म्यूजियम है, जिसमें औरंगजेब व मुगल शासन के प्रतीक रखे जाएंगे। मैंने पूछा कि मुगलों का भारत से क्या संबंध है। इसे हटाइए, म्यूजियम छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर होगा और यहां भारत के गौरव को दर्शाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में महायुति में जोड़ने वाली ताकते हैं तो महा अघाड़ी के नाम पर महा अनाड़ी गठबंधन बांटने का कार्य कर रहा है। राजनीतिक स्वार्थ के लिए कांग्रेस ने देश, हिंदू समाज को बांटा। कांग्रेस के अंदर अंग्रेजों का डीएनए आ गया है। कांग्रेस के लिए देशहित कभी महत्व नहीं रखता। अंग्रेजों की तरह यह भी बांटों और राज करो की नीति पर चल रहे हैं।
पहले पीओके, फिर बलूचिस्तान व पाकिस्तान के अन्य भाग भी भारत के हिस्से बनेंगे
सीएम योगी ने भोसरी में कहा कि पाकिस्तान परस्त आतंकी अब भारत की सीमा का अतिक्रमण नहीं कर सकता। उसे पता है कि नया भारत घुसकर मारता है। 10 वर्ष में पाकिस्तान की हालत यह हो है कि कटोरा लेकर घूम रहा है, लेकिन कोई भीख भी नहीं दे रहा। सीएम ने आह्वान किया कि भारत की ताकत को बढ़ाइए तो पहले पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) भारत में आएगा, फिर बलूचिस्तान व पाकिस्तान के अन्य भाग भी भारत के हिस्से बनेंगे। गोहत्या बंद कराने का काम भी महायुति गठबंधन ही कर पाएगा, कांग्रेस नेतृत्व नहीं।
खड़गे जी के गांव में कत्लेआम करने वाले कट्टरपंथी मुसलमान वही हैं, जो आज शोभायात्राओं पर पत्थऱबाजी करते हैं
सीएम कांग्रेस नेत्री प्रियंका वाड्रा के साथ ही पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर भी हमलावर रहे। बोले कि 1947 में खड़गे जी के गांव बारावत्ती को हैदराबाद के निजाम के रजाकारों ने जला दिया था, जिसमें उनकी मां, बहन व चाची की मृत्यु हो गई थी। जब मैं कहता हूं कि बंटोगे तो कटोगे तो खड़गे जी को बुरा लगता है। खड़गे जी बताइए कि निजाम और उसके रजाकार कौन थे, जिन्होंने निर्ममतापूर्वक हिंदुओं का कत्लेआम किया था। आप कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, लेकिन नेतृत्व के भय से नहीं बोल रहे। आपको सच्चाई बोलनी चाहिए। निजाम का रजाकार कोई और नहीं, बल्कि वही कट्टरपंथी मुस्लिम हैं, जो आज भी गणपति महोत्सव, रामनवमी शोभायात्रा पर पथराव व विशालगढ़ जैसे किलों पर कब्जा कर भारत को अपमानित करने का कार्य करते हैं।
महायुति सरकार बनी तो पत्थरबाज घर में सिमट जाएंगे
सीएम योगी ने कहा कि जब विशालगढ़ में अतिक्रमण हटाने की कोशिश की जाती है तो पत्थरबाजी शुरू हो जाती है। सनातन पर प्रहार भारत पर प्रहार है। सनातन भारत के आधार का प्रतीक है, इस पर प्रहार महाविनाश को आमंत्रित करता है।महायुति गठबंधन की सरकार बनती है तो विशालगढ़ किले का अतिक्रमण हट जाएगा, गणपति बप्पा व रामनवमी की शोभायात्रा पर पथराव का कोई दुस्साहस नहीं कर पाएगा। पत्थरबाज घर में सिमट जाएंगे, बाहर नहीं निकल पाएंगे। यदि निकलकर पत्थरबाजी किए तो यूपी का सूत्र लागू हो जाएगा और राम नाम सत्य की यात्रा निकलेगी। सीएम ने चेताया कि बंटेंगे नहीं तो कटेंगे नहीं, एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे।
कांग्रेस, उद्धव ठाकरे व पवार साहब में आपस में ही चल रही नूराकुश्ती
सीएम योगी ने कहा कि यह चुनाव महाराष्ट्र व भारत के लिए बहुत मायने रखता है। एक तरफ पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट), एनसीपी (अजीत पवार गुट) व आरपीआई का महायुति गठबंधन है, जिसका ध्येय ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ है तो दूसरी तरफ महा अघाड़ी के रूप में महा अनाड़ी गठबंधन है। इनके पास नीति, नैतिक बल और निर्णय लेने का सामर्थ्य भी नहीं है। सबका साथ, परिवार का विकास ही इनका नारा है। कांग्रेस, उद्धव ठाकरे व पवार साहब में आपस में ही नूराकुश्ती चल रही है कि कौन-किसे कितना मात दे देता है। यह पहले एक-दूसरे, फिर हिंदू समाज, उसके बाद देश को धोखा देंगे।
बाल ठाकरे नहीं करते कांग्रेस से गठबंधन, उद्धव ठाकरे भटक गए
सीएम योगी ने कहाकि बाला साहेब ठाकरे ने मूल्यों की राजनीति की थी, वे होते तो कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करते, लेकिन उद्धव ठाकरे मूल्यों व आदर्शों से भटक गए। वे कहते थे कि हिंदुत्व के मुद्दे पर छत्रपति शिवाजी को सामने रखकर ही काम करेंगे। छत्रपति शिवाजी जिनके आदर्श रहे हों, वह बांटने की नहीं, एकता की बात करके एक भारत बनाने के लिए कार्य करते हैं।
कांग्रेस नहीं चाहती कि युवाओं को नौकरी व महिलाओं को लाडली योजना का लाभ मिले
सीएम योगी ने कहा कि 2014 के पहले महाराष्ट्र में सर्वाधिक किसानों ने आत्महत्या की थी। आज किसान सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है। जितना केंद्र सरकार दे रही है, उतना ही महायुति गठबंधन सरकार भी देगी। यह सुविधा न मिल पाए, इसके लिए कांग्रेस व गठबंधन ने न्यायालय में अपील की। वे नहीं चाहते कि युवाओं को नौकरी मिले, महिलाओं को लाडली बहना योजना का लाभ मिले और किसान खुशहाल हों। सीएम ने कहा कि अयोध्या जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए महायुति सरकार ने भव्य महाराष्ट्र भवन बनाने के लिए जमीन आरक्षित कराकर कार्य प्रारंभ कर दिया है।
इन प्रत्याशियों के लिए की रैली
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को तीन जनसभा की। पहली रैली में कोल्हापुर दक्षिण से भाजपा उम्मीदवार अमल महादिक, कोल्हापुर उत्तर से शिवसेना (शिंदे गुट) राजेश क्षीरसागर, कारवीर से चंद्रवीर नारके के लिए वोट मांगा। उनकी दूसरी रैली कराड उत्तर विधानसभा क्षेत्र में हुई। भाजपा ने यहां से मनोज भीमराव घोरपड़े को टिकट दिया है। वहीं मुख्यमंत्री ने तीसरी रैली भोसरी विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी महेश किशनराव लांडगे के पक्ष में की।
Election: उद्धव ठाकरे ने कहा कि 2014 पहले BJP ने ही मेरा साथ छोड़ा. 2019 में उन्होंने मुझे फिर फंसाया. वह कहीं भी जा सकते हैं, लेकिन मैं नहीं जा सकता. उन्होंने मुझे फंसाया, इसलिए मैंने उन्हें छोड़ा.
उद्धव ठाकरे ने राज ठाकरे पर भी किया हमला
Maharashtra Assembly Election 2024 Latest News: शिवसेना (उद्धव बाला ठाकरे/UBT) गुट के मुखिया उद्धाव ठाकरे ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले अपनी राजनीति, बीजेपी और भविष्य में बीजेपी के साथ जाने की संभावनाओं पर अपना रुख साफ किया है. उद्धव ठाकरे का कहना है कि वह किसी भी स्थिति में बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे.
उद्धव ठाकरे ने आजतक से बातचीत में कहा कि बीजेपी के साथ जाने का सवाल ही नहीं है. मैं उनके साथ क्यों जाऊंगा. उन्होंने मेरी पार्टी तोड़ी, मेरी पार्टी को खत्म करने की कोशिश की, मेरे परिवार को बदनाम कर रहे हैं, मेरे बेटे को बदनाम कर रहे हैं. मुझे नकली संतान कहा, तो क्या नकली संतान के साथ मोदी जी हाथ मिलाएंगे. इन लोगों ने मेरी माता जी और पिता जी का अपमान किया है. खैर मैं मोदी जी की बातों पर कुछ बात नहीं करता. उनको तो भगवान ने भेजा है.
BJP ने पहले मेरा साथ छोड़ा’
महाराष्ट्र की राजनीति में गठबंधन में राजनीतिक दलों के इधर से उधर पाला बदलने पर उद्धव ठाकरे ने कहा, “मैं एक ही जगह पर हूं. मैं कहीं नहीं गया. बीजेपी ने 2014 में मेरा साथ पहले छोड़ा था. उस वक्त भी मैं हिंदू था, 2019 में उन्होंने मुझे फंसाया. वह कहीं भी जा सकते हैं, मैं नहीं जा सकता. मैं वहीं पर हूं. उन्होंने मुझे फंसाया, इसलिए मैंने उनको छोड़ दिया.”
‘बीजेपी करती है सत्ता जिहाद’
पीएम मोदी की ओर से वोट जिहाद का आरोप लगाने पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी वाले खुद सत्ता जिहाद करते हैं. वह जो करते हैं वह पावर जिहाद है, कुर्सी जिहाद है. आज वो लोग जो कुछ भी हैं वह मेरे पिता जी का ही बनाया हुआ है. उन्होंने कहा, “अगर बीजेपी के धोखे के बाद मैं सीएम बना तो मुझे गद्दारी करके क्यों हटवाया. मेरे पिता जी ने इन्हें सब कुछ दिया, अगर उनका बेटा सीएम बना तो क्या दिक्कत, क्या इन्हीं के परिवार का सबकुछ बन सकता है. वह मेरे पिता जी का नाम लेकर वोट मांग रहे हैं.”
बताई अमित ठाकरे को समर्थन न देने की वजह
जब उद्धव ठाकरे से पूछा गया कि आदित्य ठाकरे जब पहली बार चुनाव में उतरे थे तो राज ठाकरे ने अपना प्रत्याशी नहीं उतारा था, लेकिन इस बार जब उनके बेटे अमित ठाकरे पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं तो आपने इस तरह की पहल नहीं की. इस सवाल के जवाब में उद्धव ने कहा, “मैंने इस पर काफी सोचा कि उनकी (राज ठाकरे) राजनीतिक भूमिका क्या है. पिछले चुनाव में उन्होंने मोदी का समर्थन किया था. अब कह रहे हैं कि देवेंद्र फड़णवीस सीएम बनेंगे. जो महाराष्ट्र को लूट रहे हैं वह उन्हीं को सीएम बनाने की बात कह रहे हैं, तो भैया माफ करो… इसलिए मैं ऐसे लोगों का साथ नहीं दूंगा जो महाराष्ट्र को लूटने वालों का साथ दे रहे हैं.”
झारखंड का एक ऐसा घोटाला, जिसने सियासी गलियारों में तहलका मचा दिया। ऐसा घोटाला, जिसमें CBI ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को आरोपी बनाया। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा को तीन साल जेल की सजा हुई। कोड़ा के चुनाव लड़ने के इरादों पर पानी फिर गया। ये कोयला घोटाला था, जो केंद्र से कांग्रेस की विदाई का कारण भी बना। इसी घोटाले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने CBI को ‘पिंजरे में बंद तोता’ कहा था।
झारखंड महाकांड सीरीज के चौथे एपिसोड में आज कहानी कोयला घोटाले की…
साल 2012, जब UPA सरकार घोटालों के आरोपों से गुजर रही थी। 2जी स्पेक्ट्रम और कॉमनवेल्थ जैसे घोटालों को लेकर विपक्ष आर-पार के मूड में था। इसी बीच 22 मार्च 2012 को देश के सरकारी खातों का हिसाब-किताब रखने वाली संस्था नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक यानी CAG ने एक रिपोर्ट जारी की।
CAG ने 110 पन्नों की रिपोर्ट में बताया कि 2004 से 2009 के बीच कोयला खदानों के आवंटन में अनियमितता बरती गई है। बिना नीलामी के ही खदानों का आवंटन किया गया है। इससे सरकार को 10.7 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। CAG ने अपनी रिपोर्ट में 100 से ज्यादा कंपनियों का जिक्र किया था।
इस रिपोर्ट ने सियासी गलियारों में तहलका मचा दिया। मीडिया में इसे देश का सबसे बड़ा घोटाला बताया जाने लगा। BJP और विपक्ष को सरकार को घेरने का एक और मौका मिल गया !
दरअसल, 2006 से 2009 के बीच कोयला मंत्रालय प्रधानमंत्री के पास था। इसलिए BJP सीधे तौर पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को कटघरे में खड़ा कर रही थी।
BJP सांसद प्रकाश जावड़ेकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुला ली। उन्होंने कहा- ‘ये लूट की सरकार है। 2006 से 2009 के बीच अंधाधुंध कोयला खदानें बांटी गईं। ये सबसे बड़ा घोटाला है। 10 लाख करोड़ रुपए से भी ज्यादा का घोटाला। प्रधानमंत्री को इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए।’
सितंबर 2012, में कोयला घोटाले का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। कोर्ट में 194 कोयला खदानों के आवंटन को रद्द करने के लिए एक PIL दायर की गई। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट CBI जांच की मॉनिटरिंग करने लगा।
मार्च 2013, सुप्रीम कोर्ट ने CBI से कहा कि कोयला घोटाले की जांच से संबंधित डिटेल्स सरकार के साथ शेयर न करें। तब CBI ने कहा था कि वह गोपनीयता बरकरार रखेगी, लेकिन दो महीने बाद ही CBI अपने वादे से पलट गई।
6 मई 2013 को CBI ने सुप्रीम कोर्ट में नया हलफनामा दायर किया। इसमें CBI ने कोर्ट में माना कि उसने स्टेटस रिपोर्ट को न सिर्फ कानून मंत्री के साथ साझा किया, बल्कि अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी दस्तावेज के मसौदे में काफी बदलाव कराए हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से कहा कि वो CBI की स्वतंत्रता को सुनिश्चित करे वरना अदालत खुद इस मसले को हाथ में लेने पर मजबूर होगी। अदालत ने CBI को ‘पिंजरे में बंद तोता’ तक कह डाला।
इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कोयला घोटाले की जांच कर चुके पुराने अधिकारी रविकांत को वापस लाने का फरमान सुना दिया। रविकांत को कोयला घोटाले की जांच के दौरान सरकार ने CBI से हटाकर दूसरे विभाग में भेज दिया था। दो दिन बाद यानी 10 मई को कानून मंत्री अश्विनी कुमार को इस्तीफा देना पड़ा।
अगस्त 2013, कोयला खदानों के आवंटन से जुड़ीं फाइलें और दस्तावेज गायब होने की खबर सामने आई। सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि आवंटन से संबंधित लगभग 300 दस्तावेज नहीं मिल रहे। सरकार ने ये भी माना कि पिछले महीने 43 फाइलें गायब हो गई थीं, इनमें से 36 फाइलें ढूंढ ली गईं, लेकिन 7 फाइलें अभी भी गायब हैं। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को फटकार भी लगाई।
सितंबर 2013, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राज्यसभा में कहा कि सरकार कुछ नहीं छिपा रही। अगर किसी ने फाइलें गायब की हैं तो उसे सजा मिलेगी। राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरुण जेटली ने कहा, ‘कोयला घोटाले में ज्यादातर गायब हुई फाइलें 2006 से 2009 के बीच की हैं।’ जेटली ने ऐसा कहकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को कटघरे में खड़ा किया, क्योंकि उस दौरान वो ही कोयला मंत्रालय देख रहे थे।
जेटली ने सवाल किया, ‘अगर सबूतों को खत्म करना अपराध है तो इस मामले में FIR क्यों नहीं दर्ज की गई? क्या दोषियों का पता लगाने के लिए कोई जांच हुई?’
लोकसभा में भी कोयला घोटाले की फाइलें गायब होने पर काफी हंगामा हुआ। कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी।
27 मार्च 2014, जगह झारखंड का लोहरदगा। लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका था। BJP के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने कहा- ‘देश के कुछ दल के नेता और कुछ सरकारों के लिए कोयला खदानें भ्रष्टाचार का अवसर बन गई हैं। ये लोग कोयला भी चुरा ले गए। ऐसे नेताओं से आपकी बर्बादी हुई है।’ हालांकि मोदी ने किसी का नाम नहीं लिया।
2014 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने सत्ता गंवा दी और वो महज 44 सीटों पर सिमट गई। BJP के नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने।
जुलाई 2014, सुप्रीम कोर्ट ने कोयला घोटाले में जांच के लिए अलग से स्पेशल CBI कोर्ट बनाने का फैसला लिया। 24 सितंबर 2014 को सुप्रीम कोर्ट ने 214 कोल ब्लॉक के आवंटन को रद्द कर दिया। इसके बाद लोकसभा में कोल ब्लॉक आवंटित करने के लिए नया बिल पेश किया गया।
नवंबर 2014, झारखंड में विधानसभा चुनाव का ऐलान हो चुका था। प्रधानमंत्री मोदी ने एक रैली में कोयला घोटाले को फिर से मुद्दा बनाया। उन्होंने कहा- अब मैं झारखंड का कोयला और नहीं लुटने दूंगा। हमारी सरकार ने अब ऐसी नीतियां बनाई हैं, जिनसे कोयले की लूट नहीं हो सकेगी।
नवंबर 2014 में ही CBI ने विशेष अदालत को बताया कि उसे मनमोहन सिंह से सवाल करने की परमिशन नहीं मिली थी और उसने परमिशन लेना जरूरी भी नहीं समझा।
17 दिसंबर 2014 को स्पेशल कोर्ट ने CBI को आदेश दिया कि वह मनमोहन सिंह का बयान दर्ज करे। करीब एक महीना बाद यानी 20 जनवरी 2015 को CBI ने मनमोहन सिंह का बयान रिकॉर्ड किया।
MP Bypolls 2024: विजयपुर और बुधनी विधानसभा सीट पर वोटिंग जारी है. मतदान को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी श्योपुर में रहने वाले हैं.
जीतू पटवारी, वीडी शर्मा
MP By-Election 2024: मध्य प्रदेश के विजयपुर और बुधनी विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए वोटिंग जारी है. आज मतदान वाले दिन बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी श्योपुर में रहेंगे. इससे पहले कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में वोट करने की अपील की तो वहीं पूर्व सीएम कमलनाथ ने बदलाव की बात कही.
एमपी कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी श्योपुर में कांग्रेस जिलाध्यक्ष अतुल सिंह चौहान के निवास पर रहकर मतदान पर नजर रखेंगे. वे मतदान में गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर स्थानीय प्रशासान और निर्वाचन आयोग को अवगत कराएंगे. उनके अलावा बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भोपाल से हेलीकाप्टर से रवाना होकर दोपहर डेढ़ बजे के करीब शिवपुरी पहुंचेंगे. जहां वे होटल राधिका पैलेस में बीजेपी पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे और मतदान को लेकर जानकारी लेंगे.
कृषि मंत्री शिवराज ने की वोटिंग की अपील
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो संदेश जारी कर कहा कि बुधनी और विजयपुर के बहनों भाईयों, लोकतंत्र में मतदान करना हम सबका कर्तव्य है. लोकतंत्र जनता का जनता के लिए जनता द्वारा शासन है, हम वोट के जरिए अपने प्रतिनिधि को चुनते हैं इसलिए मेरी आपसे अपील है कि वोट जरुर डालिए. हममें से कोई बिना वोट डाले न रहे यही लोकतंत्र की ताकत है. मैं भी अपने परिवार के साथ मतदान कर रहा हूं आप भी मतदान करें.
कमलनाथ ने लिखा, सत्यमेव जयते
पूर्व सीएम कमलनाथ ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि आज प्रदेश की बुधनी और विजयपुर विधानसभा सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव का मतदान है. मैं मतदाताओं से बड़ी संख्या में वोट डालने की अपील करता हूं. आपका वोट दलबदल की बीमारी का इलाज कर सकता है और सत्ता की निरंकुशता पर अंकुश लगा सकता है. तो आइए लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए अवश्य मतदान करें. सत्यमेव जयते.
Maharashtra Election 2024: असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी बोलते हैं मुस्लिम महिला अधिक बच्चे पैदा करती हैं, ये बिल्कुल झूठ है. पीएम मोदी देश को एक नहीं करना चाह रहे हैं.
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी, फाइल फोटो
Maharashtra Vidhan Sabha Chunav 2024: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ और हैदराबाद से लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान ‘एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे’ पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि ‘पीएम मोदी बोलते हैं एक हैं, तो सेफ हैं. 10 साल से सेफ नहीं हैं क्या? मैंने कहा कि एक हैं तो अखंड हैं. उन्हें कोई काम-काज नहीं है, वो सिर्फ डायलॉग लिखते हैं. पीएम मोदी के बोलने का मकसद क्या है? वे किसको एक करना चाह रहे हैं. वे देश को एक नहीं करना चाह रहे हैं.
उन्होंने कहा, “पीएम मोदी बताएं कि आपके अब्बा ने कितने बच्चे पैदा किए. अमित शाह के अब्बा ने कितने बच्चे पैदा किए. अब कोई संघी बोलेगा ओवैसी तुम्हारे कितने बच्चे हैं तो मेरे छह बच्चे हैं. आपने नहीं किया तो मैं क्या करूं, ये मेरी गलती है क्या? नरेंद्र मोदी बोलते हैं मुस्लिम महिला अधिक बच्चे पैदा करती हैं, ये बिल्कुल झूठ है. पीएम मोदी देश को एक नहीं करना चाह रहे हैं, सिर्फ अपने वोट बैंक को एक करना चाह रहे हैं. मोदी बोल रहे हैं सिर्फ आरएसएस की विचारधारा अपना लो एक हो जाओगे.”
देवेंद्र फडणवीस पर भी साधा निशाना
असदुद्दीन ओवैसी ने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस पर हमला बोलते हुए कहा, “वो बोलते हैं कि ओवैसी तुम हैदराबाद चले जाओ. महाराष्ट्र क्या किसी के बाप का है? सुनो हमारे अब्बा दुनिया में आए तो भारत में आए थे, इसलिए ये जमीन मेरे बाप की भी है. फडणवीस किसके खिलाफ धर्म युद्ध की बात कर रहे हैं, वोट जिहाद की बात कर रहे हैं. वह प्रदेश के गृह मंत्री हैं फिर भी कितने वाहियात तरीके से बात कह रहे हैं. चुनाव आयोग को भी उनकी बातों का संज्ञान लेना चाहिए.”
उन्होंने कहा, “प्रदेश के गृह मंत्री होते हुए वह वोट जिहाद की बात कर रहे हैं. अगर मेरी किसी पार्टी के नेता का ऐसा बयान होता तो अभी तक मीडिया हमें दूल्हा बना देती और अभी तक यही चलता. कटेंगे तो बटेंगे और एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे कहकर वह अपने वोटरों को पोलराइज्ड कर रहे हैं.”
ओवैसी ने कहा, “बीजेपी वाले महाराष्ट्र के विकास की बात नहीं कर रहे हैं. फडणवीस मेरा नाम ले रहे हैं, वह मनोज जरांगे पाटील का नाम ले के बताएं, उनका नाम नहीं लेंगे, क्योंकि मेरा नाम लेने से हिंदू-मुसलमान होगा, इसलिए मेरा नाम ले रहे हैं. बीजेपी को यह बताना चाहिए कि वह मराठाओं को आरक्षण देंगे या नहीं?”
सीएम योगी पर बोला हमला
वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “अयोध्या हार गए तो क्या वो धर्म युद्ध था? योगी बोल रहे हैं बटेंगे तो कटेंगे ये सीएम की जबान है क्या? कहां बंट रहे हैं तुम्ही तो बुलडोजर से लोगों के घर तोड़ रहे हो. उनकी सरकार मे अतीक अहमद को गोली मार दी गई. मेरे ऊपर हमला हुआ. हम मौत से डरने वाले नहीं हैं. गोलियां चलाने वाले को बोल रहा हूं, जिसने बाबा सिद्दीकी पर गोली चलाई. ये मुल्क हमारा था, ये मुल्क हमारा है और रहेगा.”
वक्फ कानून को लेकर उन्होंने कहा, “वक्फ कानून बन जाएगा तो वो वक्फ की जायजाद को खत्म कर देगा. वक्फ कानून बन गया तो भिंवडी की मस्जिदें छीन ली जाएंगी, मदरसे बंद कर दिए जाएंगे. हम एक मस्जिद को खो चुके है. हमें ही वफ्क को बचाने के लिए लड़ना है. वक्फ की जायदाद का मालिक औवेसी नहीं अल्लाह है.”
महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों में बयानबाजी तेज हो गई है। एक तरह जहां कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सीएम योगी के बयान बंटेंगे तो कटेंगे को संविधान के खिलाफ बताया वहीं सीएम योगी ने भी खरगे के बयान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि खरगे ने वोट बैंक की खातिर अपनी भावनाओं को दबा दिया है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अगले सप्ताह होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक-दूसरे पर सांप्रदायिक नफरत फैलाने और तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है। महाराष्ट्र के साथ-साथ झारखंड में भी विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव में एक नारा सबसे ज्यादा चर्चा में है और वो है ‘बंटेंगे तो कटेंगे।’
सीएम योगी का खरगे पर बड़ा पलटवार
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह नारा दिया था। इस नारे का समर्थन अब पीएम मोदी भी अपनी रैलियों में कर रहे हैं। लेकिन विपक्ष इसको लेकर भाजपा पर लगातार हमलावर है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे इस नारे को संविधान के खिलाफ तक बता दिया। लेकिन अब, सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी खरगे पर बड़ा पलटवार किया है।
सीएम बोले- खरगे जी बौखला गए हैं
मंगलवार दोपहर अमरावती में एक रैली में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कांग्रेस प्रमुख की साधुओं के वेश में (राजनीतिक) नेताओं वाली टिप्पणी का तीखा जवाब दिया। सीएम योगी ने कहा कि आजकल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे अनावश्यक रूप से मेरे ऊपर लाल-पीले हो रहे हैं, गुस्से में हैं। खरगे जी मेरे ऊपर गुस्सा मत करिए, मैं तो आपकी उम्र का सम्मान करता हूं। आपको गुस्सा करना है तो हैदराबाद के निज़ाम पर करिए। जिस हैदराबाद के निज़ाम के रजाकारों ने आपके गांव को जलाया था, हिंदुओं की निर्मम हत्या की थी। आपकी पूज्य माता को, बहन को, आपके परिवार के सदस्यों को जलाया था, इस सच्चाई को देश के सामने रखिए कि जब भी बटेंगे तो इसी प्रकार से निर्ममता से कटेंगे।
खरगे ने क्या कहा था?
बता दें कि सीएम योगी ने खरगे के बयान पर पलटवार किया। खरगे ने रविवार को कहा था कि कई (राजनीतिक) नेता साधुओं के वेश में रहते हैं और राजनेता बन जाते हैं। कुछ तो मुख्यमंत्री भी बन जाते हैं। वे भगवा कपड़े पहनते हैं और उनके सिर पर बाल नहीं होते। लेकिन मैं कहूंगा…या तो सफेद कपड़े पहनो या अगर तुम संन्यासी हो तो राजनीति से बाहर निकल जाओ।
Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी ने सीएम का चेहरा घोषित नहीं किया है. इस पर आप सांसद संजय सिंह ने प्रतिक्रिया दी.
(आप सांसद संजय सिंह, फाइल फोटो)
आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे को सीएम चेहरा घोषित करने से महाविकास अघाड़ी का फायदा होगा. एबीपी माझा से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे की पार्टी को तोड़ा गया, शरद पवार के विधायकों तोड़ा गया और सरकार बनने के बाद बीजेपी ने महाराष्ट्र के साथ सौतेली मां जैसा व्यवहार किया. इन बातों को लेकर महाराष्ट्र की जनता में नाराजगी है. बता दें कि महाविकास अघाड़ी ने सीएम का चेहरा घोषित नहीं किया है. चुनाव बाद इसका फैसला होगा.
राज ठाकरे कहते हैं कि बीजेपी का सीएम होगा, इस पर उन्होंने कहा, “एक सीट वो बेटे के लिए मांग रहे थे लेकिन नहीं दिया. मुझे नहीं लगता कि राज ठाकरे बीजेपी का सहयोग या समर्थन करने जा रहे हैं. अलग-अलग समय पर वो अलग-अलग स्टैंड लेते रहते हैं. अभी थोड़े बहुत वोट मनसे काट सकती है, थोड़े बहुत वोट शिंदे काट सकते हैं, इस पर भी रोक लग जाएगी अगर उद्धव ठाकरे को चेहरा बनाया जाता है.”
संजय सिंह ने कहा, “एकनाथ शिंदे की सरकार ने छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति में भी घोटाला कर लिया. महाराष्ट्र की दो लाख करोड़ की योजना को उठाकर दूसरे राज्य में ले गए. इन मुद्दों को उद्धव ठाकरे जनता के बीच में अच्छे से रख रहे हैं.”
आप सांसद ने कहा कि लोग महायुति को हराने के लिए तैयार हैं और महाविकास अघाड़ी को प्रचंड बहुमत से जिताने को तैयार हैं. उन्होंने दावा किया कि जिस तरह का माहौल लोकसभा चुनाव के नतीजों में देखने को मिला वैसा ही माहौल महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में भी है. इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि विधानसभा के अंदर ही घोखेबाजी हुई थी.
संजय सिंह ने बीजेपी पर हमला जारी रखते हुए कहा, “आपने बाइक चोर सुना होगा, कार चोर सुना होगा, बीजेपी ने तो पार्टी चोरी का काम किया. जिन लोगों पर आरोप लगाते थे कि इनका संबंध इकबाल मिर्ची से है, दाऊद इब्राहिम से है, अजित पवार पर आरोप लगाते थे कि 70 हजार करोड़ का घोटाला किया, अब सारे लोग अच्छे हो गए?”
महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है. लेकिन दोनों राज्यों के चुनाव में एक नारा सबसे ज्यादा चर्चा में है और वो है ‘बंटेंगे तो करेंगे.’ ये नारा यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया है, जिसका समर्थन अब पीएम मोदी भी अपनी रैलियों में कर रहे हैं. लेकिन विपक्ष इसपर हमलावर है.
योगी आदित्यनाथ, सीएम, यूपी
महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है. लेकिन दोनों राज्यों के चुनाव में एक नारा सबसे ज्यादा चर्चा में है और वो है ‘बंटेंगे तो कटेंगे. ये नारा यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिया है, जिसका समर्थन अब पीएम मोदी भी अपनी रैलियों में कर रहे है. लेकिन विपक्ष इसपर हमलावर है. खासकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे अपनी हर चुनावी रैली में योगी के इस नारे को संविधान के खिलाफ बता रहे हैं और बीजेपी पर निशाना साथ रहे है. लेकिन अब योगी आदित्यनाथ ने भी खड़गे पर बड़ा पलटवार किया है।
योगी ने खड़गे पर किया पलटवार
योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा, ‘खड़गे का गांव भी जलाया गया था. उनकी माताजी, चाची और बहन को निजाम के रजाकारों द्वारा जलाया गया था लेकिन खड़गे सच्चाई को नहीं बोलना चाहते. क्योंकि उनकी लगता है कि निजाम पर आरोप लगाउंगा तो वोट खिसक जाएगा. रजाकारों ने हिन्दुओं का कत्लेआम किया था. सच्चाई खरगे जी स्वीकार नहीं करना चाहते वोट के लिए परिवार के बलिदान को भूल गए.’ ये बातें योगीआदित्यनाथ ने महाराष्ट्र के अचलपुर में एक रैली के दौरान कहीं.
योगी पर निशाना साध रहे हैं खड़गे
झारखंड में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ नारे पर निशाना साधा था. उन्होंने इस नारे को आतंकी की भाषा बताया है. झारखंड के पांकी में एक जनसभा को संबोधित कर कांग्रेस अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी के नारे बंटेंगे तो करेंगे पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाई एक काम करो, दो-दो काम क्यों करते हो. जो साधु-संत होता है वो तो सभी का होता है. बांटों, काटों में क्यों जा रहे हो. ये लोगों को बोल रहे हैं कि बंटेंगे तो कटेंगे. ये साधु काम है? नागपंथ का काम है? उन्होंने ये भी कहा कि बंटेंगे तो कटेंगे आतंकी कह सकता है आप नहीं, आप एक मठ के व्यवस्थापक हो.
बता दें कि महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए 20 नवंबर को वोटिंग होनी है, जबकि झारखंड में 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा. दोनों राज्यों के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे.