मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को द साबरमती रिपोर्ट फिल्म देखी और इसे उत्तर प्रदेश में टैक्स फ्री करने की घोषणा की। फिल्म गोधरा कांड पर आधारित है और सत्य घटनाओं को उजागर करती है। सीएम ने फिल्म की टीम को बधाई दी और कहा कि हर भारतीय को यह फिल्म देखनी चाहिए। उन्होंने इसे समाज में फैले षड्यंत्रों और राजनीतिक स्वार्थों को समझने का महत्वपूर्ण माध्यम बताया। फिल्म
सीएम योगी ने देखी ‘द साबरमती रिपोर्ट
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को बहुचर्चित फ़िल्म ‘ द साबरमती रिपोर्ट’ देखी। फिल्म देखने के बाद सीएम योगी ने कहा कि मैं “द साबरमती रिपोर्ट” की पूरी टीम को बधाई देता हूं जिन्होंने इस वास्तविक सच को देश की जनता के सामने फिल्म के माध्यम से बाहर लाने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि हर भारतवासी को “द साबरमती रिपोर्ट” फिल्म को देखनी चाहिए और गोधरा का सच के नजदीक जाने का प्रयास करना चाहिए। सीएम योगी ने फिल्म को उत्तर प्रदेश में टैक्स फ्री करने की घोषणा की।
सीएम योगी ने कहा देश के खिलाफ और सरकारों के खिलाफ राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने के लिए समाज में वैमनस्यता पैदा करने के लिए देश में जो कृत्य हुए हैं उसे देश की जनता को जानने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि जो राजनीतिक स्वार्थ के लिए देश के खिलाफ षड्यंत्र कर रहे हैं उन चेहरों को पहचानने के साथ-साथ उनका पर्दाफाश करने की भी आवश्यकता है। सीएम योगी ने कहा कि फिल्म की टीम ने सत्य उजाकर करने के लिए अपने दायित्वों का निर्वहन किया है। फिल्म के माध्यम से वास्तविक सच को एक बड़े रूप में देश के सामने लाने का प्रयास किया गया है।
‘द साबरमती रिपोर्ट’ फिल्म टैक्स फ्री
सीएम योगी ने कहा कि मामला अयोध्या से जुड़ा है, मैं घटना में मारे गए सभी राम भक्तों को श्रद्धांजलि देता हूं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के साहसिक कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए लोग इस सत्य को अधिक से अधिक देखें। सीएम योगी राज्य सरकार की ओर से ‘द साबरमती रिपोर्ट’ फिल्म को टैक्स फ्री करने की घोषणा की।
इसके पहले सीएम योगी ने लखनऊ के प्लासियो मॉल के सिनेमाहॉल के ऑडी-07 में पूर्वाह्न 11:30 बजे के शो में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, महापौर सुषमा खर्कवाल, पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह सहित अनेक अनेक जनप्रतिनिधियों और शासन-प्रशासन के अधिकारियों के साथ फ़िल्म देखी। खास मौके पर फ़िल्म के मुख्य अभिनेता विक्रांत मैसी और फ़िल्म यूनिट से जुड़े लोगों की मौजूदगी रही। इससे पहले, बीते मंगलवार को विक्रांत मैसी ने सीएम योगी से भेंट की थी।
सत्य घटना पर आधारित है फिल्म
बता दें कि ‘द साबरमती रिपोर्ट’ एक सत्य घटना पर आधारित एक बॉलीवुड ड्रामा फिल्म है, जिसका निर्देशन रंजन चांडेल द्वारा किया गया है। फिल्म में विक्रांत मैसी, राशि खन्ना और रिद्धि डोगरा लीड रोल में हैं। यह फिल्म साल 2002 में हुई साबरमती एक्सप्रेस की दिल दहला देने वाली घटना से प्रेरित है। एकता कपूर इस फिल्म की निर्माता है। 15 नवंबर को रिलीज हुई इस फिल्म की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने भी तारीफ की है।
CM योगी आदित्यनाथ ने महाराष्ट्र में कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस को अंग्रेजों के डीएनए वाला बताया और विभाजन के लिए ज़िम्मेदार ठहराया। योगी ने पीओके और बलूचिस्तान को भारत का हिस्सा बनाने की भी बात कही।
कोल्हापुर/सतारा/पुणे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाराष्ट्र में चौथे दिन चुनावी प्रचार में उतरे। उन्होंने कांग्रेस के नेताओं, नीतियों व सहयोगियों पर खूब हमला किया। सीएम ने कहा कि कांग्रेस के अंदर अंग्रेजों का डीएनए है। इनका इतिहास भारत के साथ धोखा देने का रहा है। कांग्रेस की कायरता, सत्तालोलुपता थी कि भारत को दो टुकड़ों में बांट दिया। लाखों हिंदू काटे गए। 1947 में कांग्रेस नेतृत्व चाहता तो भारत का विभाजन नहीं होता और न ही पाकिस्तान बनता। पाकिस्तान के लिए दंगा करने वाले मुसलमानों से वैसे ही निपटा जा सकता था, जैसे आज निपटते हैं।
राजनीतिक स्वार्थ के लिए कांग्रेस ने देश व हिंदुओं को बांटा
सीएम योगी ने महाराष्ट्र की धरती पर महापुरुषों का वंदन किया। उन्होंने बताया कि 2017 में मुख्यमंत्री बनने के बाद मैं आगरा में निरीक्षण कर रहा था, बताया गया कि यहां मुगल म्यूजियम है, जिसमें औरंगजेब व मुगल शासन के प्रतीक रखे जाएंगे। मैंने पूछा कि मुगलों का भारत से क्या संबंध है। इसे हटाइए, म्यूजियम छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर होगा और यहां भारत के गौरव को दर्शाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में महायुति में जोड़ने वाली ताकते हैं तो महा अघाड़ी के नाम पर महा अनाड़ी गठबंधन बांटने का कार्य कर रहा है। राजनीतिक स्वार्थ के लिए कांग्रेस ने देश, हिंदू समाज को बांटा। कांग्रेस के अंदर अंग्रेजों का डीएनए आ गया है। कांग्रेस के लिए देशहित कभी महत्व नहीं रखता। अंग्रेजों की तरह यह भी बांटों और राज करो की नीति पर चल रहे हैं।
पहले पीओके, फिर बलूचिस्तान व पाकिस्तान के अन्य भाग भी भारत के हिस्से बनेंगे
सीएम योगी ने भोसरी में कहा कि पाकिस्तान परस्त आतंकी अब भारत की सीमा का अतिक्रमण नहीं कर सकता। उसे पता है कि नया भारत घुसकर मारता है। 10 वर्ष में पाकिस्तान की हालत यह हो है कि कटोरा लेकर घूम रहा है, लेकिन कोई भीख भी नहीं दे रहा। सीएम ने आह्वान किया कि भारत की ताकत को बढ़ाइए तो पहले पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) भारत में आएगा, फिर बलूचिस्तान व पाकिस्तान के अन्य भाग भी भारत के हिस्से बनेंगे। गोहत्या बंद कराने का काम भी महायुति गठबंधन ही कर पाएगा, कांग्रेस नेतृत्व नहीं।
खड़गे जी के गांव में कत्लेआम करने वाले कट्टरपंथी मुसलमान वही हैं, जो आज शोभायात्राओं पर पत्थऱबाजी करते हैं
सीएम कांग्रेस नेत्री प्रियंका वाड्रा के साथ ही पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर भी हमलावर रहे। बोले कि 1947 में खड़गे जी के गांव बारावत्ती को हैदराबाद के निजाम के रजाकारों ने जला दिया था, जिसमें उनकी मां, बहन व चाची की मृत्यु हो गई थी। जब मैं कहता हूं कि बंटोगे तो कटोगे तो खड़गे जी को बुरा लगता है। खड़गे जी बताइए कि निजाम और उसके रजाकार कौन थे, जिन्होंने निर्ममतापूर्वक हिंदुओं का कत्लेआम किया था। आप कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, लेकिन नेतृत्व के भय से नहीं बोल रहे। आपको सच्चाई बोलनी चाहिए। निजाम का रजाकार कोई और नहीं, बल्कि वही कट्टरपंथी मुस्लिम हैं, जो आज भी गणपति महोत्सव, रामनवमी शोभायात्रा पर पथराव व विशालगढ़ जैसे किलों पर कब्जा कर भारत को अपमानित करने का कार्य करते हैं।
महायुति सरकार बनी तो पत्थरबाज घर में सिमट जाएंगे
सीएम योगी ने कहा कि जब विशालगढ़ में अतिक्रमण हटाने की कोशिश की जाती है तो पत्थरबाजी शुरू हो जाती है। सनातन पर प्रहार भारत पर प्रहार है। सनातन भारत के आधार का प्रतीक है, इस पर प्रहार महाविनाश को आमंत्रित करता है।महायुति गठबंधन की सरकार बनती है तो विशालगढ़ किले का अतिक्रमण हट जाएगा, गणपति बप्पा व रामनवमी की शोभायात्रा पर पथराव का कोई दुस्साहस नहीं कर पाएगा। पत्थरबाज घर में सिमट जाएंगे, बाहर नहीं निकल पाएंगे। यदि निकलकर पत्थरबाजी किए तो यूपी का सूत्र लागू हो जाएगा और राम नाम सत्य की यात्रा निकलेगी। सीएम ने चेताया कि बंटेंगे नहीं तो कटेंगे नहीं, एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे।
कांग्रेस, उद्धव ठाकरे व पवार साहब में आपस में ही चल रही नूराकुश्ती
सीएम योगी ने कहा कि यह चुनाव महाराष्ट्र व भारत के लिए बहुत मायने रखता है। एक तरफ पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट), एनसीपी (अजीत पवार गुट) व आरपीआई का महायुति गठबंधन है, जिसका ध्येय ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ है तो दूसरी तरफ महा अघाड़ी के रूप में महा अनाड़ी गठबंधन है। इनके पास नीति, नैतिक बल और निर्णय लेने का सामर्थ्य भी नहीं है। सबका साथ, परिवार का विकास ही इनका नारा है। कांग्रेस, उद्धव ठाकरे व पवार साहब में आपस में ही नूराकुश्ती चल रही है कि कौन-किसे कितना मात दे देता है। यह पहले एक-दूसरे, फिर हिंदू समाज, उसके बाद देश को धोखा देंगे।
बाल ठाकरे नहीं करते कांग्रेस से गठबंधन, उद्धव ठाकरे भटक गए
सीएम योगी ने कहाकि बाला साहेब ठाकरे ने मूल्यों की राजनीति की थी, वे होते तो कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं करते, लेकिन उद्धव ठाकरे मूल्यों व आदर्शों से भटक गए। वे कहते थे कि हिंदुत्व के मुद्दे पर छत्रपति शिवाजी को सामने रखकर ही काम करेंगे। छत्रपति शिवाजी जिनके आदर्श रहे हों, वह बांटने की नहीं, एकता की बात करके एक भारत बनाने के लिए कार्य करते हैं।
कांग्रेस नहीं चाहती कि युवाओं को नौकरी व महिलाओं को लाडली योजना का लाभ मिले
सीएम योगी ने कहा कि 2014 के पहले महाराष्ट्र में सर्वाधिक किसानों ने आत्महत्या की थी। आज किसान सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है। जितना केंद्र सरकार दे रही है, उतना ही महायुति गठबंधन सरकार भी देगी। यह सुविधा न मिल पाए, इसके लिए कांग्रेस व गठबंधन ने न्यायालय में अपील की। वे नहीं चाहते कि युवाओं को नौकरी मिले, महिलाओं को लाडली बहना योजना का लाभ मिले और किसान खुशहाल हों। सीएम ने कहा कि अयोध्या जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए महायुति सरकार ने भव्य महाराष्ट्र भवन बनाने के लिए जमीन आरक्षित कराकर कार्य प्रारंभ कर दिया है।
इन प्रत्याशियों के लिए की रैली
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को तीन जनसभा की। पहली रैली में कोल्हापुर दक्षिण से भाजपा उम्मीदवार अमल महादिक, कोल्हापुर उत्तर से शिवसेना (शिंदे गुट) राजेश क्षीरसागर, कारवीर से चंद्रवीर नारके के लिए वोट मांगा। उनकी दूसरी रैली कराड उत्तर विधानसभा क्षेत्र में हुई। भाजपा ने यहां से मनोज भीमराव घोरपड़े को टिकट दिया है। वहीं मुख्यमंत्री ने तीसरी रैली भोसरी विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी महेश किशनराव लांडगे के पक्ष में की।
Jhansi Medical College Fire Update झांसी मेडिकल कॉलेज में लगी आग ने 10 नवजात शिशुओं की जान ले ली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक और प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा को झांसी के लिए रवाना किया है। आग लगने के कारणों की जांच के आदेश दिए गए हैं।
झांसी मेडिकल कॉलेज हादसे में सीएम योगी ने राहत राशि तत्काल देने के आदेश दिए हैं।
जागरण संवाददाता, झांसी। महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार रात में आग ने कहर बरपाया। मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू (न्यू बार्न इंटेंसिव केयर यूनिट) में हुए दर्दनाक हादसे में दस नवजात शिशुओं की झुलसने व दम घुटने से मौत हो गई। 37 बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया गया। सीएम योगी ने इस घटना के बाद संज्ञान लिया और 12 घंटे के अंदर रिपोर्ट मांगी है। वहीं उन्होंने मृतक नौनिहाल के स्वजन को पांच लाख और गंभीर रूप ये घायलों के स्वजन को 50 हजार रुपये की सहायता तत्काल देने के लिए प्रशासन को निर्देशित किया है।
देर रात सेना भी मदद के लिए पहुंची
दमकल विभाग की कई गाड़ियों ने देर रात आग पर काबू पा लिया। बचाव कार्य में सेना ने भी मदद की। बताया जा रहा है कि आग लगने के कारण शार्ट सर्किट है। मौके पर जिलाधिकारी समेत सभी प्रशासनिक अधिकारी पहुंच गए। मेडिकल कॉलेज की बिजली काट दी गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक और प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा को झांसी के लिए रवाना किया।
धुएं के गुबार में बच्चों को गोद में लेकर भागे
एनआईसीसीयू में रात लगभग 10.40 बजे आग लगी, उस समय वहां करीब 50 नवजात भर्ती थे। कुछ ही देर में आग की लपटों ने विकराल रूप ले लिया। धुएं का गुबार देख स्वजन भर्ती बच्चों को गोद में उठाकर भागने लगे। गर्भवती महिलाओं को भी लेकर लोग दौड़े, लेकिन धुएं और आग की लपटों के कारण कोई आगे नहीं बढ़ पा रहा था। चारों तरफ चीख-पुकार मचने लगी। इसी बीच बिजली भी काट दी गई। आग लगने की सूचना पर पुलिस, फायर ब्रिगेड की गाड़ियां और जिला प्रशासन मौके पर पहुंच गया। दमकल कर्मियों ने वार्ड की खिड़की का कांच तोड़कर अंदर प्रवेश किया।
संबंधित खबरः Jhansi Medical College: दूसरों के बच्चे बचा लिए, अपना लापता! शादी देर से हुई थी और पहला बच्चा था… कृपाराम का दर्द
बताया जा रहा है कि आग लगने से दस बच्चों की मौत हो गई। वहीं, कुछ बच्चे बुरी तरह झुलस भी गए हैं। देर रात तक सेना और फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पा लिया है। अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व वरुण पाण्डेय सहित अन्य अधिकारी मौके पर स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
योगी ने 12 घंटे के भीतर मांगी रिपोर्ट
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झांसी मेडिकल कॉलेज में हादसे के बाद प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों और चिकित्सकों को तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर संचालित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज में बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुखद व हृदय विदारक है। प्रभु श्रीराम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को सद्गति एवं घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।
सीएम ने कहा कि इस कार्य हेतु पर्याप्त संख्या में फायर ब्रिगेड की गाड़ियां लगाई जाएं। निर्देशित किया कि घायलों का समुचित उपचार किया जाए। उन्होंने मंडलायुक्त एवं उप पुलिस महानिरीक्षक को हादसे की जांच कर 12 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं।
बंटेंगे तो कटेंगे का नारा इन दिनों बेहद चर्चा में है और भाजपा की ओर से लगातार इसे प्रचारित किया जा रहा है। हालांकि खुद पार्टी के ही कुछ नेताओं ने इसका विरोध किया है और इस नारे से दूरी बनाने की कोशिश की है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण का भी नाम इस लिस्ट में जुड़ गया है जिन्होंने कहा है कि यह नारा ठीक नहीं है।
अशोक चव्हाण ने कहा कि उन्हें यह नारा ठीक नहीं लगता है।
पीटीआई, नांदेड़। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की ओर से दिया गया ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ का नारा इन दिनों खासा चर्चा में है। भाजपा के शीर्ष नेताओं से लेकर उसके समर्थकों की जुबान पर यह नारा चढ़ा हुआ है। हालांकि, विपक्ष लगातार नारे का विरोध करता आया है और इसे सांप्रदायिक करार दिया है। वहीं कुछ भाजपा नेताओं की ओर से भी इस नारे का विरोध देखने को मिला है।
भाजपा सांसद और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा है कि ‘बटेंगे तो कटेंगे’ का नारा ठीक नहीं है और यह अप्रासंगिक है तथा लोग इसे पसंद नहीं करेंगे। इससे पहले पंकजा मुंडे ने भी नारे का विरोध करते हुए कहा था कि महाराष्ट्र में इसकी जरूरत नहीं है। समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में चव्हाण ने कहा कि वह ‘वोट जिहाद-धर्म युद्ध’ के नारे को ज्यादा महत्व नहीं देते, क्योंकि भाजपा और सत्तारूढ़ महायुति की नीति देश और महाराष्ट्र का विकास है।
‘चुनाव के समय दिए जाते हैं नारे’
योगी आदित्यनाथ की ओर से महाराष्ट्र चुनाव से पहले अपनी रैलियों में ‘बटेंगे तो कटेंगे’ का नारा लगाने से जुड़े सवाल के जवाब में अशोक चव्हाण ने कहा, ‘इसकी कोई प्रासंगिकता नहीं है। नारे चुनाव के समय दिए जाते हैं। यह विशेष नारा अच्छा नहीं है और मुझे नहीं लगता कि लोग इसे पसंद करेंगे। व्यक्तिगत रूप से मैं ऐसे नारों के पक्ष में नहीं हूं।’
महायुति के लिए अपने चुनाव अभियान के दौरान नांदेड़ के अर्धपुर में बोलते हुए भाजपा नेता ने कहा, ‘हर राजनीतिक पदाधिकारी को बहुत सोच-विचार के बाद निर्णय लेना होता है। हमें यह भी देखना होगा कि किसी की भावनाएं आहत न हों।’ इससे पहले महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने पिछले सप्ताह कहा था कि वोट जिहाद का मुकाबला वोट के धर्म-युद्ध से किया जाना चाहिए।
विकास मेरा एकमात्र एजेंडा: चव्हाण
यह पूछे जाने पर कि क्या चुनाव अभियान “वोट जिहाद-धर्म युद्ध” की कहानी के बीच विकास के मुद्दे से दूर जा रहा है, चव्हाण ने कहा कि महायुति और भाजपा की नीति विकसित भारत और विकसित महाराष्ट्र है, जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है। कांग्रेस से लंबे समय तक जुड़े रहने के बाद इस साल फरवरी में भाजपा में शामिल हुए सांसद ने कहा, ‘मैं (वोट जिहाद की बयानबाजी को) ज्यादा महत्व नहीं देता। निजी तौर पर कहूं तो विकास ही मेरा एकमात्र एजेंडा है। इसलिए, पार्टी बदलने के बावजूद लोग मेरे रुख की सराहना करते हैं।’
वहीं, लोकसभा चुनावों में मराठा आरक्षण के मुद्दे ने महायुति की संभावनाओं को प्रभावित किया, इस दावे पर चव्हाण ने कहा कि सरकार ने कोटा मुद्दे के संबंध में निर्णय लिए हैं। उन्होंने कहा, ‘लोकसभा चुनावों में मराठा कोटा का प्रभाव अधिक था। लोकसभा चुनावों के बाद शिंदे सरकार ने कई निर्णय लिए, जैसे 10 प्रतिशत आरक्षण; जिनके पास कुनबी प्रमाण पत्र थे, उन्हें आरक्षण दिया गया। लोगों को (कोटे के माध्यम से) नौकरियां भी मिलीं और (कोटा आंदोलन के दौरान लोगों के खिलाफ दर्ज किए गए) मामले भी वापस लिए गए।’
झारखंड की एक चुनावी रैली में कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा था कि एक सच्चा योगी ‘बटेंगे तो कटेंगे’ जैसी भाषा का इस्तेमाल नहीं कर सकता. इस भाषा का इस्तेमाल आतंकवादी करते हैं. योगी एक मठ के प्रमुख हैं, भगवा वस्त्र पहनते हैं, लेकिन ‘मुंह में राम बगल में छुरी’ में विश्वास करते हैं. जो लोग वास्तव में एकजुट देश चाहते हैं, उन्हें इस तरह के बयानों से बचना चाहिए.
पूर्व कांग्रेस नेता और कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर की गई टिप्पणी को लेकर निशाना साधा. उन्होंने खड़गे की आलोचना करते हुए कहा कि सच्चा हिंदू संत महात्माओं का अपमान नहीं कर सकता. दरअसल, खड़गे ने नागपुर में एक चुनावी रैली में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पर उनके ‘बटेंगे तो कटेंगे’ नारे के लिए निशाना साधते हुए कहा था कि ये विभाजनकारी बयान है.
इसके एक दिन बाद झारखंड की एक चुनावी रैली में उन्होंने कहा, “एक सच्चा योगी ‘बटेंगे तो कटेंगे’ जैसी भाषा का इस्तेमाल नहीं कर सकता. इस भाषा का इस्तेमाल आतंकवादी करते हैं. योगी एक मठ के प्रमुख हैं, भगवा वस्त्र पहनते हैं, लेकिन ‘मुंह में राम बगल में छुरी’ में विश्वास करते हैं. जो लोग वास्तव में एकजुट देश चाहते हैं, उन्हें इस तरह के बयानों से बचना चाहिए.”
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कृष्णम ने कहा, “मल्लिकार्जुन खड़गे के नाम से तो लगता है कि वो हिंदू हैं लेकिन काम से नहीं लगता कि वो हिंदू हैं. उन्हें बताना चाहिए कि वो हिंदू हैं या नहीं. क्योंकि कोई भी हिंदू संत महात्माओं का अपमान नहीं कर सकता. जिस तरह से खड़गे जी बयान दे रहे हैं, उससे लगता है कि उन्हें सनातन से बैर है. और मुझे नहीं लगता कि जो सनातन से बैर रखता है उसे भारत में राजनीति में करने का अधिकार है.”
उन्होंने आगे कहा, “जो सनातन के खिलाफ है वो भारत के खिलाफ है और जो भारत के खिलाफ है वो ही सनातन के खिलाफ है. खड़गे जी इतने वर्षिठ नेता हैं. हिंदू संतों का अपमान, सनातन का अपमान, भगवा का अपमान… ये उन्हें शोभा नहीं देता. ये ऋषि प्रधान देश है. भारत के ऋषि-मुनि संतों ने इस देश के निर्माण में बड़ी भूमिका निभाई है. योगी आदित्यनाथ एक नेता हैं लेकिन एक साधू हैं, एक संत हैं. उनके बारे में इस तरह की टिप्पणी करना खड़गे जी को शोभा नहीं देता. ये दुर्भाग्य के विपक्ष का.”
Pramod Krishnam Targeted Mallikarjun Kharge: मल्लिकार्जुन खरगे पर भड़कते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि वो जिस तरह के बयान दे रहे हैं, उससे लगता है कि वो सनातनियों से चिढ़ गए हैं.
आचार्य प्रमोद कृष्णम (फाइल फोटो)
Acharya Pramod Krishnam Attack On Mallikarjun Kharge:
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ की तुलना आतंकवादियों से की, जिसको लेकर घमासान छिड़ गया है. मामले पर कांग्रेस के पूर्व नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि मल्लिकार्जुन खरगे सिर्फ नाम के हिंदू हैं, उनके कर्म तो हिंदुओं वाले बिल्कुल नहीं लगते.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा, “मल्लिकार्जुन खरगे अपने नाम से हिंदू लगते हैं लेकिन उनके कामों से ऐसा नहीं लगता कि वे हिंदू हैं. उन्हें पहले यह बताना चाहिए कि वे कौन हैं, हिंदू हैं या नहीं. कोई भी हिंदू संत-महात्माओं का अपमान नहीं कर सकता. जिस तरह से वे बयान दे रहे हैं, उससे लगता है कि वे सनातन से चिढ़ गए हैं. मुझे नहीं लगता कि सनातन से चिढ़ने वाले किसी भी व्यक्ति को भारत में राजनीति करने का अधिकार है.”
योगी आदित्यनाथ के खिलाफ टिप्पणी करना शोभा नहीं देता’
उन्होंने आगे कहा, “जो सनातन के खिलाफ है, वह भारत के खिलाफ है. जो भारत के खिलाफ है, वह सनातन के खिलाफ है. वे इतने वरिष्ठ नेता हैं, हिंदू संतों, सनातन और भगवा का अपमान यह उन्हें शोभा नहीं देता. यह ‘ऋषि प्रधान’ देश है. हिंदू संतों का अपमान नहीं करेंगे. योगी आदित्यनाथ पर इस तरह की ओछी टिप्पणी करना मल्लिकार्जुन खरगे को शोभा नहीं देता.”
खरगे पर बीजेपी भी भड़की
कांग्रेस अध्यक्ष के बयान पर बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, “यह कांग्रेस का असली दर्शन और डीएनए है, जो हिंदू विरोधी और सनातन विरोधी है. इसलिए कांग्रेस अब कह रही है कि गेरूआ और भगवा, साधु के कपड़े पहनने वालों को राजनीति में नहीं आना चाहिए, लेकिन क्या वे मौलाना और मौलवी के बारे में कभी ऐसा कहेंगे?”
उन्होंने आगे कहा, “यह वही कांग्रेस है जो ‘भगवा आतंकवाद’, ‘हिंदू आतंकवाद’ के बारे में बोलती थी. वे अन्य धर्मों के बारे में ऐसी बातें कभी नहीं कहेंगे; यह दर्शाता है कि कांग्रेस ने अपने वोट बैंक के लिए हिंदू आस्था को चोट पहुंचाई. वे ‘बटोगे तो कटोगे’ को सांप्रदायिक और वोट जिहाद को धर्मनिरपेक्ष मानते हैं.”
क्या कहा था खरगे ने?
झारखंड के रांची में चुनावी रैली में मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “एक सच्चा योगी ‘बटेंगे तो कटेंगे’ जैसी भाषा का इस्तेमाल नहीं कर सकता. इस भाषा का इस्तेमाल आतंकवादी करते हैं. योगी मठ के प्रमुख हैं, भगवा वस्त्र पहनते हैं, लेकिन उनका मानना है कि मुख में राम बगल में छुरी है.” उन्होंने कहा कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राजीव गांधी के एक हत्यारे को माफ कर दिया था, जबकि पार्टी नेता प्रियंका गांधी ने हत्यारे को गले लगा लिया था. उन्होंने कहा, “यह करुणा है.”
सीएम योगी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव वाला दांव झारखंड में भी दोहराने की कोशिश की। उन्होंने संदेश दिया कि बंटेंगे तो कटेंगे और एक रहेंगे तोसेफ (सुरक्षित) रहेंगे।
बटेंगे तो कटेंगे…
CM Yogi in Bhawnathpur Rally: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज चुनावी राज्य झारखंड में पूरी ताकत झोंकने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने हरियाणा विधानसभा चुनाव वाला दांव झारखंड में भी दोहराने की कोशिश की। उन्होंने यहां भी संदेश दिया कि बंटेंगे तो कटेंगे और एक रहेंगे तो सेफ (सुरक्षित) रहेंगे।
दरअसल, सीएम योगी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान ‘बंटेंगे तो कटेंगे, एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे’ का नारा दिया था। माना गया कि उनका यही दांव वहां बीजेपी के लिए बड़ी संजीवनी बना। इसी क्रम में यूपी के मुख्यमंत्री ने एक बार फिर झारखंड में अपना नारा दोहराया।
बता दें कि सीएम योगी ने ‘बंटेंगे तो कंटेंगे’ नारा दिया था। इसके बाद यह चुनावी कैंपेन के दौरान पीएम मोदी ने ‘एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे’ का नारा दिया। ऐसा में इन दिनों ‘बंटेंगे तो कंटेंगे’ और ‘एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे’ चुनावों में गूंजता सुनाई दे रहा है।
बंटेंगे तो कटेंगे एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे- योगी ने दोहराया नारानारा
गढ़वा के भवनाथपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि आज झामुमो के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन पर राज्य को रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए धर्मशाला में तब्दील कर देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि माफिया, पत्थरबाजों और त्योहारों में अराजकता फैलाने वालों और व्यवधान पैदा करने वालों से निपटने के लिए झारखंड में डबल इंजन की सरकार की जरूरत है। उन्होंने दावा किया कि झारखंड रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए धर्मशाला में तब्दील हो गया है, जिन्हें अराजकता फैलाने के लिए खुली छूट दे दी गई है।
उन्होंने लोगों से एकजुट रहने की अपील करते हुए कहा कि अगर वे विभाजित हुए तो उनका सफाया हो जाएगा। उन्होंने कहा, ‘बंटेंगे तो कटेंगे एक रहेंगे तो सेफ (सुरक्षित) रहेंगे।’
CM योगी ने आरोप लगाया कि झारखंड में झामुमो के नेतृत्व वाली सरकार ने भ्रष्टाचार, अराजकता और प्राकृतिक संसाधनों की लूट को बढ़ावा दिया। इसके साथ ही उन्होंने सोरेन परिवार, लालू यादव के परिवार और गांधी परिवार की ओर इशारा करते हुए आरोप लगाया कि रांची, पटना और दिल्ली के तीन परिवार अपने ही विकास के लिए लूट और भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।
माफियाओं के सफाया के लिए डबल इंजन की सरकार की जरूरत’
सीएम योगी ने कहा, ‘झामुमो नीत शासन के तहत प्राकृतिक संपदा को लूटा जा रहा है, मजदूर झारखंड से पलायन करने को मजबूर हैं और किसान आत्महत्या कर रहे हैं।’
उन्होंने आगे कहा कि यूपी की तर्ज पर पत्थरबाजों और माफियाओं को यमराज के घर तक टिकट देने के लिए झारखंड में डबल इंजन की सरकार की जरूरत है। इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने आरोप लगाया कि झारखंड में झामुमो नीत शासन में लोगों को शांतिपूर्वक त्योहार नहीं मनाने दिए जा रहे हैं। साथ ही दावा किया कि भाजपा एकमात्र ऐसी पार्टी है जो देश की सुरक्षा और गौरव, महिला सशक्तीकरण और युवाओं को रोजगार की गारंटी दे सकती है।
झारखंड में 13 नवंबर को मतदान
झारखंड की 81 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव के लिए 13 और 20 नवंबर को मतदान होना है जबकि मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी।