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पाकिस्तान में आतंकियों ने पैसेंजर गाड़ी पर बरसाईं गोलियां, 38 लोगों की मौत; महिलाएं व बच्चे भी शामिल

पाकिस्तान से एक बार फिर से आतंकी हमले की खबर सामने आई है। गुरुवार को उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के कबाइली इलाके में यात्री वैन पर बंदूक से किए गए हमले में कम से कम 38 लोगों की मौत होने की खबर है। ये हमला हमला कुर्रम के पाराचिनार से काफिले में जा रहे यात्री वैन को निशाना बनाकर किया गया है।

पाकिस्तान में फिर आतंकी हमला
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली: पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से फिर आतंकी हमले की खबर सामने आई है। बताया जा रहा है कि गुरुवार को उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के कबाइली इलाके में यात्री वैन पर बंदूक से किए गए हमले में कम से कम 38 लोगों की मौत हो गई। कई लोगों के घायल होने की भी सूचना है।
जानकारी के अनुसार हमला कुर्रम के पाराचिनार से काफिले में जा रहे यात्री वैन को निशाना बनाकर किया गया। हमले की पुष्टि खैबर पख्तूनख्वा के मुख्य सचिव नदीम असलम चौधरी ने की।
खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के मुख्य सचिव नदीम असलम चौधरी ने इस हमले के बाद बताया कि गुरुवार को उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान के एक कबाइली इलाके में बंदूकधारियों ने यात्री वाहनों पर गोलीबारी की। इस हमले में कम से कम 38 लोग मारे गए और 29 घायल हो गए हैं।

उन्होंने आगे बताया कि कुर्रम कबायली जिले में हुए इस हमले में मरने वालों में महिलाएं और एक बच्चा भी शामिल है। इस आतंकी हमले को लेकर उन्होंने कहा कि यह एक बड़ी त्रासदी है और मरने वालों की संख्या बढ़ने की संभावना है।

बता दें कि अफगानिस्तान की सीमा से लगे कबाइली इलाके में भूमि विवाद को लेकर सशस्त्र शिया और सुन्नी समुदाय के मुसलमानों के बीच दशकों से तनाव की स्थिति बनी हुई है।

किसी समूह ने नहीं ली जिम्मेदारी

पाकिस्तान में हुई इस घटना में अभी तक किसी भी आतंकी समूह ने जिम्मेदारी नहीं ली है। पाराचिनार के एक स्थानीय निवासी जियारत हुसैन ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से फोन पर बात करते हुए बताया कि यात्री वाहनों के दो काफिले थे, एक पेशावर से पाराचिनार और दूसरा पाराचिनार से पेशावर यात्रियों को ले जा रहा था, तभी हथियारबंद लोगों ने उन पर गोलियां चला दीं।

कल भी हुआ था आतंकी हमला

बता दें कि बुधवार को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक संयुक्त चेक पोस्ट पर आत्मघाती हमले में 12 सुरक्षाकर्मी मारे गए थे। हमलावर ने विस्फोटकों से भरे वाहन से चेक पोस्ट में टक्कर मार दी। इस दौरान छह हमलावर भी मारे गए।

 

सेना ने इस बात की जानकारी नहीं दी है कि इसके पीछे कौन थे, लेकिन एक इस्लामी समूह हाफिज गुल बहादुर ने इसकी जिम्मेदारी ली है। यह हमला बलूचिस्तान विद्रोहियों के खिलाफ व्यापक सैन्य अभियान को मंजूरी देने के बाद हुआ है। यह निर्णय संघीय शीर्ष समिति द्वारा लिया गया। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें संघीय मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, सेना प्रमुख जनरल सैयद असीम मुनीर और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने भाग लिया था।

घायल होने वालों को अस्पताल पहुंचाया गया

एक अधिकारी ने बताया कि हमलावरों ने मंगलवार देर रात बन्नू जिले के मालीखेल में एक संयुक्त चेक पोस्ट में घुसने की कोशिश की। हालांकि, वे प्रवेश करने में विफल रहे, जिसके बाद चेक पोस्ट से विस्फोटकों से भरा वाहन टकरा दिया। इससे दीवार का एक हिस्सा ढह गया और आसपास के ढांचे को नुकसान पहुंचा। बाद में गोलीबारी शुरू हो गई, जिसमें छह हमलावर मारे गए। हमले में घायल होने वालों को अस्पताल पहुंचाया गया है।

Pakistan Attack: पाकिस्तान सेना की चौकी पर आत्मघाती हमला, 17 सैनिकों की मौत

Pakistan Suicide Attack पाकिस्तान की सेना ने बुधवार को बताया कि उत्तर-पश्चिम में एक चौकी पर इस्लामी आतंकवादियों द्वारा किए गए आत्मघाती हमले में 17 सैनिक मारे गए। सेना की मीडिया शाखा ने एक बयान में बताया कि आतंकवादियों ने उत्तरी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में चौकी की परिधि की दीवार में विस्फोटकों से लदे वाहन को टक्कर मार दी इस घटना में 17 सैनिकों की मौत हो गई।

Pakistan Attack: पाकिस्तान सेना की चौकी पर आत्मघाती हमला, 17 सैनिकों की मौत

रॉयटर्स, इस्लामाबाद। पाकिस्तान में बुधवार को एक बड़ा आत्मघाती हमला हुआ। आतंकवादियों ने बुधवार को दोपहर 2 बजे के उत्तर-पश्चिम में एक चौकी को निशाना बनाया। आतंकवादियों द्वारा किए गए इस आत्मघाती हमले में 17 सैनिकों की मौत हो गई है।

पाकिस्तानी सेना ने की हमले की पुष्टि

पाकिस्तान सेना की मीडिया शाखा ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि आतंकवादियों ने उत्तरी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में चौकी में विस्फोटकों से लदे वाहन को अंदर घुसा दिया। इसके बाद एक बड़ा धमाका हुआ। इस हमले में 17 सैनिकों की मौत हो गई है और कुछ अन्य घायल हैं।

आतंकियों में दहशत

पाकिस्तान सेना ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि इलाके में आतंकियों को खत्म करने के लिए एक अभियान चलाया जा रहा है। इससे आतंकियों में दहशत है, इसी के चलते उन्होंने इस जघन्य कृत्य को अंजाम दिया। अपराधियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।

 

छह आतंकवादी मारे गए

पाकिस्तानी सेना के एक अधिकारी ने बताया कि इस अभियान के तहत छह आतंकवादी मारे गए हैं। हालांकि, सेना ने इस बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी कि हमले के पीछे कौन था, लेकिन एक इस्लामी आतंकवादी समूह हाफिज गुल बहादुर ने इसकी जिम्मेदारी ली है।

पहले भी हुए पाक सेना की चौकी पर हमले

बता दें कि इससे पहले शनिवार को पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के कलात जिले में एक सुरक्षा चौकी पर हुए घातक हमले में सुरक्षाकर्मियों समेत सात लोगों की मौत हो गई थी और 10 अन्य घायल हो गए थे।

बीएलए ने ली थी चौकी पर हमले की जिम्मेदारी

हमले के बाद प्रांत के विभिन्न हिस्सों में इंटरनेट सेवा बाधित होने की जानकारी मिली है। अलगाववादी संगठन बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण ने प्रांत के कुछ भागों में मोबाइल इंटरनेट सेवा अस्थाई रूप से निलंबित किए जाने की पुष्टि की है।

जातीय अलगाववादी विद्रोह से जूझ रहा पाकिस्तान

बता दें कि पाकिस्तान अपने बीहड़ उत्तर-पश्चिम में आतंकवादी हमलों के फिर से उभरने के साथ-साथ दक्षिण-पश्चिम में बढ़ते जातीय अलगाववादी विद्रोह से जूझ रहा है।

चीनी बेल्ट एंड रोड परियोजनाओं का केंद्र

बुधवार को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत में अलगाववादी विद्रोहियों के खिलाफ एक नए सैन्य अभियान की घोषणा की। यह प्रांत खैबर पख्तूनख्वा की सीमा से लगा हुआ है और प्रमुख चीनी बेल्ट एंड रोड परियोजनाओं का केंद्र है।

चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर पर ताला? आतंकी हमलों से डरा चीन छोड़ सकता है CPEC, पाकिस्तान को बड़ा झटका

China-Pakistan Economic Corridor: पाकिस्तान को बड़ा झटका देते हुए चीन ने अफगानिस्तान के रास्ते ईरान से तेल खरीदने के लिए सड़क बनाकर चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के विकल्प की तलाश करना शुरू कर दिया है।

सूत्रों के हवाले से सीएनएन-न्यूज18 ने जानकारी दी है, कि चीन, पाकिस्तान में चीनी नागरिकों की सुरक्षा को लेकर पाकिस्तानी जनरलों से काफी नाराज है, जो बार-बार आतंकवादी हमलों का शिकार होते रहे हैं। चीनी अधिकारियों ने ग्वादर में 65 अरब डॉलर के सीपीईसी से जुड़े फंड और बजट में भ्रष्टाचार पर गहरा गुस्सा जताया है।

अब, चीन कथित तौर पर वैश्विक ऊर्जा पहुंच में अपना प्रभुत्व स्थापित करने के लिए तेल आयात के लिए ईरान से जुड़ने वाली सड़क पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहा है। बीजिंग, अफगानिस्तान के माध्यम से ईरान से तेल प्राप्त करने के लिए सबसे तेज मार्ग बना रहा है।

चीन के व्यापार मार्गों के लिए ‘गेम-चेंजर’ प्लान

अक्टूबर में कराची एयरपोर्ट पर आत्मघाती हमले में दो चीनी नागरिकों की मौत के बाद चीनी नागरिकों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने में नाकाम रहने के कारण चीन, पाकिस्तान से तंग आ चुका है। इस हमले की जिम्मेदारी अलगाववादी बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने ली थी, जिसने पाकिस्तान और चीन पर अशांत बलूचिस्तान प्रांत का शोषण करने का आरोप लगाया है।

सूत्रों ने ईरान तक गलियारा बनाने की चीन की योजना को “गेम-चेंजर” बताया है, क्योंकि इससे न केवल तेल आयात बढ़ेगा, बल्कि संभावित रूप से इसके व्यापार मार्गों को पूरी तरह से नया आकार मिल सकता है। इससे पाकिस्तान पर भी दबाव बढ़ेगा, क्योंकि उसे अमेरिका के साथ-साथ भारत, ईरान और अफगानिस्तान जैसे देशों से भी परेशानी है।

इससे भी बदतर बात यह है, कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और सऊदी अरब भी नकदी की कमी से जूझ रहे पाकिस्तान से नाराज हैं और उसे मदद देने को तैयार नहीं हैं। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ पाकिस्तान का 7 मिलियन डॉलर का सौदा भी मुश्किल में पड़ गया है, क्योंकि इसकी अर्थव्यवस्था लगातार चरमरा रही है।

पाकिस्तान में चीनी नागरिकों पर हमला

चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के निर्माण के दौरान चीनी नागरिकों की हत्या और अपहरण की कई घटनाएं हुई हैं। चीन ने कई मौकों पर इस मुद्दे को उठाया है और इस्लामाबाद से पाकिस्तान में काम कर रहे अपने नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने का आग्रह किया है।

पिछले हफ्ते चीन ने पाकिस्तान से यहां तक कह दिया था, कि उससे चीनी नागरिकों की सुरक्षा नहीं हो पाती है, तो वो अपनी सेना को तैनात करना चाहेगा। चीन का ये बयान पाकिस्तान की संप्रभूता का उल्लंघन होने के साथ साथ उसका अपमान भी है।

2022: कराची में आत्मघाती बम विस्फोट में तीन चीनी नागरिक मारे गए, दो अन्य घायल हो गए।

 

2022: कराची विश्वविद्यालय में बम विस्फोट में दो चीनी नागरिक मारे गए, जबकि एक घायल हो गया।

 

2021: खैबर पख्तूनख्वा में एक बस में बम विस्फोट के दौरान कम से कम नौ चीनी नागरिक मारे गए, जबकि चार अन्य घायल हो गए।

 

2019: दासू में एक जलविद्युत परियोजना स्थल पर आतंकवादी हमले में दो चीनी इंजीनियर मारे गए, जबकि एक घायल हो गया।

 

2018: कराची में एक चीनी नागरिक मारा गया, जबकि दो अन्य घायल हो गए

 

2017: बलूचिस्तान के क्वेटा में दो चीनी नागरिकों का अपहरण कर लिया गया और इस्लामिक स्टेट (ISIS) आतंकवादी समूह ने उनकी हत्या कर दी।

 

2007: दक्षिण वजीरिस्तान में तीन चीनी नागरिकों का अपहरण कर लिया गया। उनमें से दो मारे गए, जबकि एक भागने में सफल रहा।

 

चीन ने पाकिस्तान में अपने नागरिकों के लिए बेहतर सुरक्षा की मांग को आगे बढ़ाया है। चीनी राजदूत जियांग जैदोंग ने अक्टूबर में इस्लामाबाद में एक सभा को बताया, कि घातक हमलों की बढ़ती संख्या अस्वीकार्य है। इस्लामाबाद के आश्वासनों के बावजूद, वह अपने वादों पर खरा उतरने में नाकाम रहा है क्योंकि 5 नवंबर को कराची में एक और हमले में दो चीनी नागरिक घायल हो गए।

DRDO ने रचा कीर्तिमान, पहली बार लॉन्ग रेंज लैंड अटैक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण; जद में पाकिस्तान

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने मंगलवार को ओडिशा के चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज (आईटीआर) से मोबाइल आर्टिकुलेटेड लॉन्चर से लॉन्ग रेंज लैंड अटैक क्रूज मिसाइल (एलआरएलएसीएम) का पहला उड़ान परीक्षण किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सफल परीक्षण के बाद डीआरडीओ और सशस्त्र बलों को बधाई दी। यह मिसाइल जहाज से भी लॉन्च की जा सकती है।

लैंड अटैक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण।

पीटीआई, नई दिल्ली। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने मंगलवार को एक नया कीर्तिमान रचा है। ओडिशा के चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज से पहली बार लैंड अटैक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया है। जानकारी के मुताबिक यह एंटी शिप बैलेस्टिक क्रूज मिसाइल है। इसकी रेंच एक हजार किलोमीटर तक है। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक मिसाइल की सभी उप-प्रणालियों ने अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन किया और अपने प्राथमिक मिशन के उद्देश्यों को सफलतापूर्वक पूरा किया। डीआरडीओ की इस सफलता पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी बधाई दी है।

उन्नत सॉफ्टवेयर से लैस मिसाइल

रक्षा मंत्रालय ने कहा कि मिसाइल ने पॉइंट नेविगेशन का इस्तेमाल करके अपने पथ का अनुसरण किया और विभिन्न ऊंचाइयों और गति पर उड़ान भरते हुए अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। यह मिसाइल उन्नत एवियोनिक्स और सॉफ्टवेयर से भी लैस है। मंत्रालय ने आगे कहा कि रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ने मोबाइल आर्टिकुलेटेड लॉन्चर से ओडिशा के एकीकृत परीक्षण रेंज चांदीपुर से लॉन्ग रेंज लैंड अटैक क्रूज मिसाइल (एलआरएलएसीएम) का पहला परीक्षण किया।

इन कंपनियों ने तैयार की मिसाइल

मिसाइल के प्रदर्शन की निगरानी रडार, इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम और टेलीमेट्री जैसे कई रेंज सेंसरों से की गई। परीक्षण के दौरान डीआरडीओ के वरिष्ठ वैज्ञानिक और तीनों सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे हैं। इस मिसाइल को बेंगलुरु की एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट, डीआरडीओ और अन्य भारतीय उद्योगों के सहयोग से विकसित किया गया है। हैदराबाद स्थित भारत डायनेमिक्स लिमिटेड और बेंगलुरु की भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड भी इस प्रोजेक्ट का हिस्सा हैं।

जहाज से भी मिसाइल की जा सकती लॉन्च

अधिकारियों ने मुताबिक इस मिसाइल को मोबाइल आर्टिकुलेटेड लॉन्चर का इस्तेमाल करके जमीन और यूनिवर्सल वर्टिकल लॉन्च मॉड्यूल सिस्टम के माध्यम से फ्रंटलाइन जहाजों से लॉन्च किया जा सकता है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मिसाइल के सफल परीक्षण पर डीआरडीओ, सशस्त्र बलों और उद्योग जगत को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इससे भविष्य में स्वदेशी क्रूज मिसाइल विकास कार्यक्रमों का मार्ग प्रशस्त होगा। बता दें कि एलआरएलएसीएम रक्षा अधिग्रहण परिषद से अनुमोदित मिशन मोड परियोजना है।

PAK की हर चाल होगी फेल, चीन को भी मिलेगा करारा जवाब, रूस की मदद से भारत ने की दुश्मनों को टेंशन देने की तैयारी

चीन और पाकिस्‍तान को टेंशन देने के लिए भारतीय नौसेना ने तैयारी पूरी कर ली है. इस महीने भारत को मिसाइल गाइडेड युद्धपोतो मिलने जा रहा है, जिसके बाद भारतीय नौसेना की ताकत काफी ज्‍यादा बढ़ जाएगी.

 

नई दिल्ली. चीन और पाकिस्‍तान से सटे बॉर्डर पर भारत के लिए हर वक्‍त खतरा बना रहता है. यह दोनों ही देश अपने नापाक इरादे एलएसी और एलओसी पर अमल में लाने की कोशिशों में लगे रहते हैं. जिसके चलते भारतीय सेना हमेशा अतिरिक्‍त सावधानी के साथ इन सीमाओं पर पड़ोसियों के साथ डील करती हैं. दोनों पड़ोसियों की हर चाल को फेल करने के लिए भारत की तैयारी पक्‍की है. भारत को इस महीने के अंत तक रूस में बने अपने दो गाइडेट मिसाइल युद्धपोतों में से पहला मिलने वाला है. रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण लंबे समय से हो रही देरी के बाद अब भारत को इसकी डिलीवरी होगी.चीन और पाकिस्‍तान के बढ़ेगी टेंशन. (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

चीन और पाकिस्‍तान के बढ़ेगी टेंशन. (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार 4 हजार टन वाला यह युद्धपोत इस वक्‍त रूस के कलिनिनग्राद के यंतर शिपयार्ड में खड़ा है. फिलहाल 200 से ज्‍यादा भारतीय नौसिक और अधिकारी इसका जायजा ले रहे हैं. महीने के अंत तक इसे भारत को सौंप दिया जाएगा. इसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा इस युद्धपोत को आईएनएस तुशील के रूप में भारतीय नौसेना में कमीशन किया जाएगा. दिसंबर की शुरुआत में यह युद्धपोत भारत पहुंचने वाला है. दावा किया जा रहा है कि दूसरा युद्धपोत अगले साल की शुरुआत में भारतीय नौसेना को सौंप दिया जाएगा.

चीन-पाक की बढ़ी टेंशन

जैसे ही ये युद्धपोत भारतीय नौसेना में शामिल होंगे, पड़ोसी देश चीन और पाकिस्‍तान की नाक में दम होना तय है. दोनों युद्धपोत ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल सहित अन्‍य आधुनिक हथियारों से लेस होंगे. पहले से तय समझौते के तहत भारत ने अक्टूबर 2018 में चार ग्रिगोरोविच-श्रेणी के फ्रिगेट की खरीद का सौदा रूस से किया था. इसके तहत कुल चार युद्धपोत रूस से खरीदे जाने हैं. पहले दो युद्धपोत लगभग 8,000 करोड़ रुपये में भारत आयात करेगा. बाकी दो युद्धपोत रूस भारत को टेक्‍नोलॉजी ट्रांसफर के साथ 13,000 करोड़ रुपये की कुल लागत के साथ देगा. तीसरा औरा चौथा युद्धपोत भारत में ही गोवा शिपयार्ड में बनाया जाएगा.