यह बैठक ऐसे समय में हुई, जब इजराइल पर दिन भर लेबनान से रॉकेटों की बौछार की गई, जबकि तेल अवीव ने बेरूत में कई हमले किए। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, नेतन्याहू ने कुछ वरिष्ठ मंत्रियों और सुरक्षा अधिकारियों से सलाह ली और बैठक में इस बात पर ध्यान केंद्रित किया गया, कि इजराइली प्रधानमंत्री को आम जनता के सामने समझौते को कैसे पेश करना चाहिए।
बाइडेन प्रशासन का अल्टीमेटम?
रिपोर्टों ने यह भी सुझाव दिया, कि इजराइली प्राधिकरण ने अमेरिकी मध्यस्थ अमोस होचस्टीन को अमेरिकी प्रस्ताव पर आगे बढ़ने के लिए पहले ही हरी झंडी दे दी है। कई हिब्रू मीडिया आउटलेट्स ने बताया है, कि होचस्टीन ने सप्ताहांत में इजराइली अधिकारियों से कहा, कि यह सौदे के साथ आगे बढ़ने का उनका आखिरी मौका है। यदि दोनों पक्ष प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करते हैं, तो वह अपनी कोशिश छोड़ देंगे और इजराइल और लेबनान को अगले साल नये राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पदभार ग्रहण करने तक इंतजार करना होगा।
समझौते में इजराइल के लिए क्या है?
द टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, यह प्रस्ताव यहूदी राष्ट्र की लेबनान और सीरिया की सीमाओं पर काम करने की स्वतंत्रता से संबंधित है। वार्ता से परिचित कुछ अज्ञात स्रोतों ने यह भी सुझाव दिया है, कि वाशिंगटन ने इजराइल को गारंटी दी है, कि अगर हिज्बुल्लाह ने समझौते का उल्लंघन किया, तो वह कार्रवाई करेगा।
पिछले हफ्ते, अमेरिकी मध्यस्थ ने अमेरिका समर्थित समझौते को आगे बढ़ाने के लिए बेरूत और यरुशलम का दौरा किया था। युद्ध विराम प्रस्ताव के मुताबिक, हिज्बुल्लाह को धीरे-धीरे लिटानी नदी के उत्तर से हटना होगा, जबकि लेबनानी सेना दक्षिणी लेबनान की जिम्मेदारी फिर से अपने हाथ में ले लेगी।
सेना, हिज्बुल्लाह को दक्षिणी लेबनान में फिर से बेस बनाने से भी रोकेगी। इस बीच, चैनल 12 न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, समझौते के अंतिम विवरण पर चर्चा करने के लिए इजराइल में पूर्व अमेरिकी राजदूत डैन शापिरो सोमवार को देश में आने वाले हैं।
रॉकेट की बौछार के बीच नेतन्याहू की बैठक
रविवार को बातचीत जारी रही, लेकिन ईरान समर्थित आतंकवादी समूह ने दिनभर तेल अवीव पर हमले किए, जिससे इजराइल और हिज्बुल्लाह के बीच तनाव फिर बढ़ गया। हिज्बुल्लाह ने कहा, कि उसने पूरे दिन उत्तरी और मध्य इजराइल में 250 से ज्यादा रॉकेट और ड्रोन दागे, जिसमें कई लोग घायल हो गए।
हालांकि, चैनल 12 न्यूज ने बताया, कि कई इजराइली अधिकारियों को उम्मीद है, कि जैसे-जैसे दोनों पक्ष समझौते के करीब पहुंचेंगे, हिज्बुल्लाह के हमले बढ़ेंगे। इस बीच, लेबनानी आतंकवादी समूह ने रविवार को एक ऐसा फोटो भी प्रकाशित किया, जो जाहिर तौर पर AI द्वारा जनरेटेड है, जिसमें रॉकेट हमले से राजमार्ग को नुकसान हुआ दिखाया गया है। उन्होंने तस्वीर पर कैप्शन दिया, “अगर इजराइल, लेबनान की राजधानी पर हमला करना जारी रखता है, तो तेल अवीव का भाग्य बेरूत जैसा होगा।” इजरायल ने रविवार को बेरूत में हिज्बुल्लाह के ठिकानों पर अपने हमलों को भी तेज कर दिया।