‘नेताओं के चैंपियन’…गयाना में मोदी को मिली नई उपाधि, लगाया मां के नाम एक पेड़

सार

प्रधानमंत्री मोदी के गयाना दौरे पर राष्ट्रपति इरफान अली ने उन्हें ‘नेताओं के चैंपियन’ की उपाधि दी। दोनों नेताओं ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल के तहत पौधा भी लगाया। पीएम मोदी ने कहा- हम गयाना के कौशल विकास और क्षमता निर्माण में योगदान देंगे।

जॉर्जटाउन/नई दिल्ली। ब्राजील के रियो डि जेनेरियो में G-20 समिट में शामिल होने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गयाना पहुंचे, जहां उन्होंने जॉर्जटाउन में भारत-कैरिकॉम समिट में हिस्सा लिया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गयाना के लोगों की जरूरतों के मुताबिक, कौशल विकास और क्षमता निर्माण में भारत ने बहुत बड़ा योगदान दिया है। वहीं, गयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली ने पीएम मोदी की प्रशंसा करते हुए उन्हें उनके प्रभावशाली नेतृत्व और विकासशील देशों में योगदान के लिए ‘नेताओं के बीच चैंपियन’ कहा।

आपके विकास मापदंडों को अपना रही दुनिया- इरफान अली 

गयाना के राष्ट्रपति इरफान अली ने मोदी के गवर्नेंस स्टाइल की तारीफ करते हुए कहा कि गयाना और अन्य देशों ने भी उनकी कार्यशैली को अपनाने पर ध्यान दिया है। ज्वॉइंट स्टेटमेंट के दौरान गयाना के राष्ट्रपति इरफान अली ने कहा- प्रधानमंत्री मोदी, आपका बहुत-बहुत धन्यवाद। आपका यहां आना हमारे लिए सबसे बड़ा सम्मान है। आप नेताओं के बीच चैंपियन हैं। आपका नेतृत्व अविश्वसनीय रहा है। आपने विकासशील दुनिया को रोशनी दिखाते हुए विकास के ऐसे मापदंड और ढांचे बनाए हैं, जिन्हें कई लोग अपने देश में अपना रहे हैं और इनमें से बहुत कुछ हमारे लिए यहां गुयाना में भी प्रासंगिक है।

‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल के तहत पीएम मोदी ने लगाया पौधा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गयाना के राष्ट्रपति इरफान अली ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ पहल के तहत जॉर्जटाउन में पौधा लगाया। पौधरोपण की तस्वीर शेयर करते हुए पीएम ने ट्वीट किया- गयाना के राष्ट्रपति और मेरे मित्र डॉ. इरफान अली ने अपनी दादी और सास के साथ एक पौधा लगाकर ‘एक पेड़ मां के नाम’ कैम्पेन में भाग लिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को गयाना के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ एक्सीलेंस’ से सम्मानित किया गया।

गयाना को भारत से मिलेगा बहुत कुछ

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गयाना में कहा- हम फार्मा एक्सपोर्ट्स को बढ़ाने के साथ ही गयाना में जन औषधि केंद्र बनाने पर काम करेंगे। पिछले साल भारत द्वारा दिए गए बाजारा के बीज (Millets Seeds) से हम गयाना के साथ-साथ पूरे क्षेत्र की खाद्य सुरक्षा बढ़ाने में अपना योगदान दे सके। उसी प्रकार से चावल, गन्ना, मक्का, सोया तथा अन्य फसलों की खेती बढ़ाने में भी हम सहयोग करेंगे।

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