Justin Trudeau Donald Trump: डिप्लोमेसी की दुनिया भी काफी निराली होती है और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो इस वक्त शायद सबसे बेहतर इस बात को समझ रहे होंगे, क्योंकि जिस डोनाल्ड ट्रंप का वो मजाक उड़ाया करते थे, अब उन्हें उन्हीं की शरण में जाना पड़ा है।
दोनों पड़ोसी देशों के बीच संभावित व्यापार युद्ध के खतरे के बीच, अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप शुक्रवार शाम (स्थानीय समयानुसार) फ्लोरिडा के मार-ए-लागो रिसॉर्ट में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के साथ डिनर करेंगे।

इस दौरान जस्टिन ट्रूडो, डोनाल्ड ट्रंप को कनाडा पर भारी भरकम टैरिफ नहीं लगाने के लिए मनाने की कोशिश करेंगे।
सीएनएन की रिपोर्ट में कहा गया है, कि ट्रूडो के मंत्रिमंडल के कुछ सदस्यों के भी डिनर कार्यक्रम में शामिल होने की उम्मीद है। डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले हफ्ते ही में सीमा संबंधी चिंताएं जताते हुए अपने प्रशासन के कार्यभार संभालने के पहले दिन से ही कनाडा से अमेरिका आने वाले सामानों पर भारी भरकम 25% टैरिफ लगाने की धमकी दी थी।
जिसके बाद कनाडा में हाहाकार मच गया था, क्योंकि देश की अर्थव्यवस्था पहले ही गोते खा रही है और टैरिफ लगने से उसे अरबों डॉलर का व्यापार नुकसान होगा, जो देश की इकोनॉमी को चौपट कर सकता है। और यही वजह है, जस्टिन ट्रूडो भागे भागे ट्रंप की शरण में पहुंचे हैं।
जस्टिन ट्रूडो को वेस्ट पाम बीच के एक होटल से निकलकर ट्रंप से उनके रिसॉर्ट में मिलने के लिए जाते देखा गया है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट में कहा गया है, कि जस्टिन ट्रूडो के सार्वजनिक कार्यक्रम में फ्लोरिडा की यात्रा शामिल नहीं थी। न तो ट्रूडो के कार्यालय और न ही ट्रंप के प्रतिनिधियों ने रिसॉर्ट मीटिंग पर कोई टिप्पणी की।
लेकिन सीएनएन ने एक सूत्र के हवाले से बताया है, कि ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के लिए चुने गए फ्लोरिडा के प्रतिनिधि माइक वाल्ट्ज और उनके वाणिज्य सचिव के लिए चुने गए ट्रंप ट्रांजिशन के सह-अध्यक्ष हॉवर्ड लुटनिक भी अपने इस बातचीत में शामिल थे। रिपोर्ट में कहा गया है, कि ट्रूडो की चीफ ऑफ स्टाफ केटी टेलफोर्ड और कनाडा के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री डोमिनिक लेब्लांक भी उपस्थित थे।
क्या अमेरिका-कनाडा व्यापार युद्ध की आशंका है?
यह बैठक काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह ट्रंप के व्हाइट हाउस में पदभार ग्रहण करने से कुछ हफ्ते पहले और कनाडा से आयात पर भारी टैरिफ लगाने की उनकी प्रतिज्ञा के कुछ दिनों बाद हो रही है। सोमवार को ट्रंप ने कनाडा और मैक्सिको से आयात पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की धमकी दी थी और कहा था, कि अगर दोनों देश, अमेरिका की सीमा पार करने वाले ड्रग्स और अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई नहीं करते, तो टैरिफ लगाया जाएगा।
जिसके बाद जस्टिन ट्रूडो ने अमेरिका के साथ संबंधों पर चर्चा करने के लिए सभी 10 कनाडाई प्रांतों के प्रधानमंत्रियों के साथ बैठक बुलाई थी।
शुक्रवार की सुबह पत्रकारों से बात करते हुए ट्रूडो ने कहा था, कि “एक बात जो समझना वास्तव में महत्वपूर्ण है, वह यह है, कि जब डोनाल्ड ट्रंप इस तरह के बयान देते हैं, तो वे उन्हें लागू करने की योजना बनाते हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है।” उन्होंने कहा, “हमारी जिम्मेदारी यह बताना है, कि इस तरह से वह वास्तव में न केवल कनाडाई लोगों को नुकसान पहुंचाएंगे, जो संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ बहुत अच्छी तरह से काम करते हैं, बल्कि वह अमेरिकी नागरिकों के लिए भी कीमतें बढ़ाएंगे और अमेरिकी उद्योग और व्यवसायों को नुकसान पहुंचाएंगे।”
क्या ट्रंप को मना पाएंगे जस्टिन ट्रूडो?
ट्रूडो ने उम्मीद जताई है, कि वह और ट्रंप मिलकर कुछ चिंताओं का समाधान करेंगे और “कुछ मुद्दों पर जवाब देंगे”।
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, टैरिफ की घोषणा के बाद ट्रंप और ट्रूडो के बीच एक छोटी बातचीत हुई है, जिसमें दोनों नेताओं ने सीमा सुरक्षा और व्यापार पर चर्चा की।
इस महीने की शुरुआत में, ट्रूडो ने कूटनीतिक लहजे में ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव में जीत की बधाई दी थी।
उन्होंने कहा था, कि “कनाडा और अमेरिका के बीच दोस्ती से दुनिया की ईर्ष्या है। मुझे पता है कि राष्ट्रपति ट्रंप और मैं अपने दोनों देशों के लिए अधिक अवसर, समृद्धि और सुरक्षा बनाने के लिए मिलकर काम करेंगे।”
लेकिन, एक्सपर्ट्स का कहना है, कि पहले ही अलोकप्रिय हो चुके जस्टिन ट्रूडो के लिए साल 2025, डोनाल्ड ट्रंप की वजह से काफी मुश्किल भरा हो सकता है
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