इसके जवाब में पाकिस्तान के आंतरिक मंत्री मोहसिन नकवी ने इस्लामाबाद की सुरक्षा सुनिश्चित करने का संकल्प लिया है। बढ़ती सुरक्षा और इंटरनेट प्रतिबंधों के बीच, राजधानी में माहौल तनावपूर्ण है।

विरोध प्रदर्शन का कारण
- इमरान खान, जो फिलहाल जेल में हैं, ने अपनी गिरफ्तारी को “अन्यायपूर्ण” और “जनादेश की चोरी” करार देते हुए देशभर में विरोध प्रदर्शन करने की अपील की।
- खान का आरोप: उनकी सरकार को 2022 में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए गिराया गया, जिसे वह साजिश मानते हैं।
- जनता से अपील: पाकिस्तान तहरीकएइंसाफ (PTI) पार्टी ने लोगों से सड़कों पर उतरकर “दमन के खिलाफ” आवाज उठाने का आग्रह किया।
इस्लामाबाद में सुरक्षा के इंतजाम
डीचौक पर कड़ी सुरक्षा: आंतरिक मंत्री नकवी ने इस्लामाबाद के डीचौक का दौरा किया, जो विरोध प्रदर्शन का मुख्य स्थल माना जा रहा है। यहां पुलिस और रेंजर्स को तैनात किया गया है।
नाकेबंदी और बैरिकेड्स: श्रीनगर हाईवे और जीटी रोड जैसे मुख्य मार्गों को कंटेनरों से बंद कर दिया गया है।
गिरफ्तारी की चेतावनी: नकवी ने कहा कि डीचौक पर जाने वालों को गिरफ्तार किया जाएगा।
इंटरनेट और संचार सेवाएँ: राजधानी के कुछ हिस्सों में इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगाया गया है।
राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव
- सड़कें और स्कूल बंद: सरकार ने विरोध प्रदर्शन को देखते हुए इस्लामाबाद के स्कूलों में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है।
- परिवहन सेवाएं निलंबित: लाहौर, रावलपिंडी और पेशावर के बीच ट्रेन सेवाओं को रोक दिया गया है।
- रावलपिंडी में गिरफ्तारियां: पुलिस ने राजधानी में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे 16 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया।
- विपक्ष का लक्ष्य और सरकार की चेतावनी
- विरोध का नेतृत्व: PTI ने खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गांडापुर के नेतृत्व में इस्लामाबाद की ओर कूच किया।
- सरकार की प्रतिक्रिया: संघीय सरकार ने गैरकानूनी प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
विरोध प्रदर्शनों की तारीख और घटनाएं
तारीख – घटना
13 नवंबर खान ने देशव्यापी विरोध का आह्वान किया।
18 नवंबर इस्लामाबाद में धारा 144 लागू।
24 नवंबर योजनाबद्ध विरोध प्रदर्शन।
इमरान खान के समर्थन में काफिले
- बुशरा बीबी का नेतृत्व: खान की पत्नी बुशरा बीबी पेशावर से निकले काफिले में शामिल हुईं। हालांकि, उन्होंने प्रदर्शन में सीधे तौर पर हिस्सा नहीं लिया।
- अन्य क्षेत्रीय काफिले: एबटाबाद और मनसेहरा से भी PTI समर्थक राजधानी की ओर बढ़ रहे हैं।
इमरान खान के आह्वान पर हो रहे प्रदर्शन पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता को और बढ़ा रहे हैं। सरकार और PTI के बीच तनाव ने सुरक्षा और सार्वजनिक सेवाओं पर बड़ा प्रभाव डाला है। आने वाले दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि यह विरोध प्रदर्शन किस दिशा में जाता है और इसका पाकिस्तान की राजनीति पर क्या असर पड़ता है।
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